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सुत्तागमे
[णिसीहसुत्तं वा साइजइ ॥ १२६८ ॥ जे भिक्खू जोयणवेलागामिणिं वा अद्धजोयणवेलागामिणिं वा णावं दुरूहइ दुरूहतं वा साइजइ ॥ १२६९ ॥ जे भिक्खू णावं आकसइ आकसावेइ आकसावेंतं वा साइजइ ॥ १२७० ॥ जे भिक्खू णावं खेवावेइ खेवावेंतं वा साइजइ ॥ १२७१॥ जे भिक्खू णावं रजुणा वा कटेण वा कड्ढइ कतं वा साइजइ ॥ १२७२ ॥ जे भिक्खू णावं अलित्तएण वा पप्फिडएण वा वंसेण वा बलेण वा वाहेइ वाहेंतं वा साइजइ ॥ १२७३ ॥ जे भिक्खू णावाओ उदगं भायणेण वा पडिग्गहणेण वा मत्तेण वा णावाउस्सिंचणेण वा उस्सिंचइ उस्सिचंतं वा साइज्जइ ॥ १२७४ ॥ जे भिक्खू णावं उत्तिंगेण उद्गं आसवमाणं उवरुवरिं कजलावेमाणं (पेहाए) पलोय हत्थेण वा पाएण वा आसत्थ(असि)पत्तेण वा कुसपत्तेण वा मट्टियाए वा चेलकण्णेण वा पडिपिहेइ पडिपिहेंतं वा साइज्जइ ॥ १२७५ ॥ जे भिक्खू णावाओ णावागयस्स असणं वा ४ पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइज्जइ ॥ १२७६ ॥ जे भिक्खू णावाओ जलगयस्स असणं वा ४ पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजइ ॥ १२७७ ॥ जे भिक्खू णावाओ पंकगयस्स असणं वा ४ पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइज्जइ ॥ १२७८ ॥ जे भिक्खू णावाओ थलगयस्स असणं वा ४ पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजई ॥ १२७९ ॥ जे भिक्खू वत्थं किणइ किणावेइ कीयं आहटु देजमाणं पडिग्गाहेइ पडिग्गाहेंतं वा साइजइ ॥ १२८० ॥ (इओ आरब्भ चउद्दसमुद्देसस्स सयलाणिवि सुत्ताणि पडिग्गहठाणे वत्थमुवजुंजिय वत्तव्वाणि जाव) जे भिक्खू वत्थणीसाए वासावासं वसइ वसंतं वा साइज्जइ । तं सेवमाणे आवजइ चाउम्मासियं परिहारट्ठाणं उग्घाइयं ॥ १३२४ ॥ णिसीहऽज्झयणे अट्ठारसमो उद्देसो समत्तो ॥१८॥
एगूणवीसहमो उद्देसो जे भिक्खू चउहिं संझाहिं सज्झायं करेइ करेंतं वा साइज्जइ, तंजहा-पुव्वाए संझाए पच्छिमाए संझाए अवरण्हे अडरत्ते ॥ १३२५ ॥ जे भिक्खू कालियसुयस्स परं तिण्हं पृच्छाणं पुच्छइ पुच्छंतं वा साइजइ ॥ १३२६ ॥ जे भिक्खू दिठिवायस्स परं सत्तण्हं पुच्छाणं पुच्छइ पुच्छंतं वा साइजइ ॥ १३२७ ॥ जे भिक्खू चउसु महापाडिवएसु सज्झायं करेइ करेंतं वा साइजइ तंजहा-सुगिम्हय(चेत्तपुण्णिमाओ-वइसाहकिण्ह)पाडिवए, आसाढी(पुण्णिमाओ-सावणकिण्ह)पाडिवए, (भद्दवय
१ अण्णे आयरिसे सोलसभंगा। २ पुच्छा-अपुणरुत्तं जावइयं कड्डिङ पुच्छंति सा एगा पुच्छा । अहवा जत्तियं आयरिएण तरइ उच्चारियं घेत्तुं सा एगा पुच्छा। अहवा जत्थ पगयं समप्पइ थोवं वा बहुं वा सा एगा पुच्छा ।