Book Title: Subhashit Ratna Bhandagaram
Author(s): Narayanram Acharya
Publisher: Nirnaysagar Press

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Page 433
________________ सुभाषितरत्नभाण्डागारस्थपद्यानां wwwwwwwwwwww १८८।४४ कतिचिदुद्धतनिर्भरम ४०४८ | कपोलपत्रान्म (नैषध.७.६०) २६२।१८७ | करिष्यति कलानाथः २९३१५ कति ते कबरीभारः कपोलपाली तव २६१।१३५ करेण करिणा वीरः १२८११८ कति न सन्ति जना २८४११६ | कपोलफलकाव (सा.द.१०.४३) २७५१३ | करे वेणीमेणीसह २७११४६ कति न सन्ति मही २३७४७ | कपोले जान (महा.ना.३.५०) ३६०३१ | करे श्लाध्यस्त्यागः (भर्तृ.सं.७२)५२।२४० कति नो विषया १०५।१३३ | कपोले पत्राली कर (सु.१६२७)३०६।४७ | करोति योऽ (किरात.३.५१) १७४।८८९ कतिपयदिनपर (शा.प.६९७) ५८।१५९ | कपोले वाली पल- २३।१३७ करोति निर्मलाधार (शा.प.प्र.१५) ८e कतिपयदिवसस्था (भोज.३९) २१८।२ कपोले पाण्डुत्वं किम . २७६।३३ करोति पूज्यमानो (सु.३६५) ५६०९७ कतिपयदिवसःक्ष (कुव.३९) १२२।१७१ | कपोले मार्जारः (का.प्र.१७९) ३०१।७९ करोति शोभामलके (भाव.४३) १९७१२५ कतिपयनिमेषव (शा.प.१५५) ३२।१८ | कमठकुलाचल (भर्तृ.२.१०९) ४८।१२१ करोति नाम नीति (हि.२.१४) ९१९ कतिपयसह (किरात.१०.३०) ३४६।१५ | कमण्डलूपमोऽमा (हि.२.९१) १४२।२३ | करौ धुनाना (किरात.८.४८) ३३८९१ कति पल्लवि (शा.प.१०१८) २३९।१०६ | कमनीयतानिवासः २६०।१२५ करौ धुनाना नव (किरात...७) ३४५।५२ कति सन्ति लवङ्ग २३९।८४ | कमलभूतनया व १०४।११२ कर्कशतर्कविचारव्यग्रः ४३३३ कथं नाम न सेव्य(हि.२.२८) १४६।१७३ | कमलमनम्भसि (सु.१५१६) ३६३।१० कर्णलचिगुणोत्कर्षास्त्या ७०।६ कर्णस्त्वचं शिबिर्मा (भर्त.२.३४) ७०।११ कथमपि कृतप्रत्या (अमरु.७५) २७६।४९ | कमलाकुचकनकाचल १४।१२ कर्णाक्षिदन्त (नैषध.७.१०३) २७०१२५ कथमपि सखि की (अमरु.१५) ३०९४८ कमलाक्षि विलम्ब्य ३१२।३३ कर्णाटं देहि कर्णाधि ११३३३ कथमवनिप (काव्य.प्र.५.१३४)१३६।३६ | कमलासनकमलेक्षण १६।६ कर्णामृतं सूक्तिर (शा.प.१४४) ३७११७ कथमिव तव (किरात.१०.३६) ३३६।१३ | कमलिनि म (शा.प.३७९३) २४४।२२२ कारंतुदमन्तरे (रसगंगाधर) २०७१२२८ कथमिह मनुष्य (शा.प.१४०) २९।१२ | कमलिनी मलिनी (सु.७३०) ३३२।७० कर्णारंतुदमेव कोकि २७२।५६ कथमुपरि कला(सा.इ.१०.४७) ३६३।१६ | कमले कमला शेते ३६४।१३ कर्णिकादिष्विव स्वर्ण (सु.१४) १४ कथयत कथमेषामेनया ५४२ | कमले कमले नियं १९५/४० कर्णे चामरचारु (शा.प.९१९) २३२१८२ कथय निपुणे (शा.प.३५१२) २९२।३ | कमले कमलोत्पत्तिः ३१२।१२ | कर्णेजपानां वचनप्र . ४९।१७७ कदर्थितस्यापि हि (हि.२.६७) ७७८ कमले निधाय कम २७५।१० कर्णे तत्कथयन्ति (सु.४६२) ६२।२७८ कदली कद (प्र.राघव.१.३७) २६९।२९८ | कमलेव मतिर्म (सा.द.१०.२७)१०४१८३ | कर्णोत्पलेनापि (नैषध.७.३०) २५९४८३ कदा कान्तागारे (शृङ्गारश.२) २७९/७४ | कम्पन्ते गिरयः (शा.प.१०७४)२१७॥४६ | कर्णोत्सङ्गविसर्पिणी . २७२।६३ कदाचित्पाञ्चालीवि १८२१४५ कम्बुकण्ठि चरणः ३१२।३२ कर्तव्यमेव कर्त (वृ.चा.५.३) १६०१३१७ कदा भिक्षाभक्तैः (शांति.४) ३६८१५६ | करकम्पितखड्य १२२११७० कर्तव्यो हृदि वर्त २१४।७४ कदा वाराण (सा.द.३.२५०) ३६९।५९ | करकिसलयं (अमरु.९०) ३२१।१७ कपूर इव दग्धो (का.प्र.१५८) २५०१५ कदा वा साकेते वि ३६९।५८ | करजालमपूर्वचे (सु.७२) २७११७ | कपुरधूलि (का.प्र.७.३२५) २७३।१० कदा वृन्दारण्ये न ३६८।५५ करतलयुगपरिण २६५।२७१ कर्पूरधूलीरचिता २४३।१९३ कदा वृन्दारण्ये वि ३६८।५७ करनखरविदीर्णध्वा ३२७।११ | कर्पूरन्ति सुधाद्रव कपूरान्त सुधाद्रव १३६।४९ कनककलशख (स.कं.३.११०) २२।१३१ करप्रचेयामु (शिशु.२.८९) १४७११९१ | कर्पूरपूरच्छविवाद १८२।२९ कनकक्रमुकायितं २६५।२८६ | करबदरसदृशमखिलं (शा.प.५९) ३।६ | कर्पूरप्रतिपन्थिनो १०७।१८८ कनकनिकषभासा २१७९ करभदयिते य (शा.प.९६०)२३४।१३२ कर्पूरादपि केत(प्र.राघव.७.६८)१३५४३ कनकभङ्गपिशङ्ग (शिशु.६.४७) ३४४।३५ | करभदयिते योऽ (सु.६६७) २३४।१३१ कर्पराम्बुनिषेक (सूक्ति,४२.८) २७७६० कनकभूषण (पंच.१.८१) १७५।९३९ करमुदयमही (सा.द.३.१३१) २९९।२० । कर्पूरेण स्थलविर २५४०४० कनकहरिणं हत्वा ३६२३१ करयुग्मपद्म (शिशु.१३.३७) १२६।४२ | कर्मणः फलनिवृत्ति ३८६।३६८ कन्दर्पज्वरसं (गीत.४.९.११) २९०८९ | कररुद्धनीवि दयि (शिशु.९.७५) ३१०१७ | कर्मणा बाध्यते (महा.ना. ? ) ९१।२४ कन्धरां समपहाय के ९६।४ करवारिरहेण संधु कर्मणा मन (शा.प.१३१४) १४६।१६६ कन्यां कामप्युदूध १००३३ करवालकरालवारि १३५१७ कर्मब्रह्मविचारणां विज कन्या निष्कासि १६६।५७१ करस्फोटोऽम्बरत्या २०९।५ कर्मभूमिमिमां प्रा(र.२.१०९)३९३।६४५ कन्याप्रसूतस्य धनुः कराग्रजाग्रच्छ (नैषध.७.७९) २६५।२८० | कर्मानुमेयाः (काम.नी.४.४०)३८४।२७२ कन्या वर (नैषध.[१]१०.१) ३८७१४०१ | करान्प्रसार्य रविणा(शा.प.७४२) ७३।१७ / कर्मायतं फलं (भर्तृ.२.६०) १६१।३७५ कपटवचनभाजा के ३५८१७२ | करालवाचालमु १२९।४९ | कर्षद्भिः सिच (शा.प.१२७७) १३२॥३२ कपिरपि च कापि(कुधः१४५) २३५।१५१ | कराविव शरीरस्य नेत्र ८८१ कलकण्ठ यथा (भोज.२८७) २२५/१२४ पतखड्य

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