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षड् द्रव्य विचार.
अने तेने काल द्रव्य कारण मळ्युं तेवारे नवा पुराणा वर्तनारुप कार्य नीपन्यु ए रीते षड् द्रव्यमां जीवने पांचे द्रव्य कारण जाणवां. अने जीव पोते अकारण छे..
घणी प्रतिओमां संक्षेपे एटलं छे जे छ द्रव्यमां एक जीव द्रव्य कारण छे, बाकीनां धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय, आकाशास्तिकाय, पुद्गलास्तिकाय, काल, ए पांच द्रव्य अकारण छे, ए वात पण घणी रीते मळती छ, माटे जे बहुश्रुत कहे ते खरं. आगम सार थकर्तानी ध्यानमां तो एम आवे छे के जीव द्रव्य कारण, अने पांच द्रव्य, अकारण एम संभवे छे.
निश्चय नये करी छे ए द्रव्य पोते पो