Book Title: Shaddravya Vichar Part 1
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

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Page 187
________________ ( १७६ ) पहू द्रव्य विवर. गुणी सिद्ध भगवान समान पोताना आत्माने जाणी उपादेय करी ध्यावे, तेज समकित जाणवु. चउरा लोकनो संघ लोकाकाश सादिसांत छे. ते आवी रीते जे - लोकना मध्य भागे आठ रुचक प्रदेशथी मांडीने सादि के. अने चऊराज लोकानो अंत आवे तीहां सांत. तथा चउराज लोकनौ बेल्लो प्रदेश मुकीने पर्छ आ लोकनी आदि लेवी. पण अलोकने अंते नथी. माटे सादि अनंत क ह्युं छे. छ द्रव्यना यथार्थ ज्ञानपूर्वक हेय पांच द्रव्य त्याग करे. अने जीव द्रव्य आदरवानो परिणाम तेने समकित ज्ञान कही. ते सम

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