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पड् द्रव्य विचार.
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वळी मुळ सामान्यना अस्तित्वादिक छ भेद छे तथा उतर सामान्यना वे भेद छे.
१ जाति सामान्य २ समुदाय सामान्य.
तीहां गायना समुहमां गोत्वरुप जाति छे तथा घट समुदायमां घटत्व पणो अने वनस्पतिमां वनस्पति पणो ते जाति सामान्य कह्यो. अने आंबाना समुहने विषे अंब वन कहे, तथा मनुष्यना समुहमा मनुष्य ग्रहण थाय ते समुदाय सामान्य. ए उत्तर सामान्य ते चक्षुदर्शन तथा अ चक्षुदर्शनने ग्राही छे, अने मूल सामान्य ते अवधि दर्शन तथा केवळ दर्शनथी ग्रहवाय छे.
अथवा छ द्रव्यना समुदायने द्रव्य केहेवु, ए सामान्य संग्रह, अने जीवने जीव द्र