Book Title: Rekhaganit
Author(s): Atmaram Babu
Publisher: Atmaram Babu

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Page 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विदु में कोई विस्तार नहीं होता है रेखागणित वह विद्या है जिसमें पिंडों, धरातलो, कोनों और रेखाओं की पैमायश से बहस की जाती है और उनके आपस के सम्बन्ध बयान होते हैं। उक्त दस एक बड़ा मशहूर गणितज्ञ था जिसने मुलक मिथ में हज़रत ईसा के पेशतर सन् ३२३ और २८३ के दर्मियान शुहरत पाई और स्कन्दरिया की गणित पाठशाला की बुनियाद कायम की इसने रेखागणित की ऐसी तीब दी कि इसका नाम की रेखागणित का दूसरा नाम होगया For Private and Personal Use Only

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