Book Title: Pravachansara ki Ashesh Prakrit Sanskrit Shabdanukramanika
Author(s): Kundkundacharya, A N Upadhye, K R Chandra, Shobhna R Shah, H C Bhayani, Nagin J Shah
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad
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उप्पादव्वयधुवत्तसंजुत्तं उत्पादव्य- उवओगो उपयोगः 1.14, 72; 2.42, यध्रुवत्वसंयुक्तम् 2.3
63, 63, 64, 65, 66 उप्पादव्वयधुवत्तेहिं उत्पादव्ययध्रुवत्वैः उवकुणदि उपकरोति 3.49 2.4
- उवचयो -उपचयः (देखो, उप्पादो उत्पादः 1.18; 2.8, 50 मोहोवचयो) उब्भवं उद्भवम् 1.78 , - उवजुत्ता -उपयुक्ताः (देखो, - उब्भवाणि -उद्भवानि (देखो, मिच्छुवजुत्ता, सुद्धवजुत्ता, परिणाम-समुब्भवाणि)
सुहोवजुत्ता) - उब्भवे -उद्भवे (देखो, समुब्भवे) उवजुत्तो उपयुक्तः 1.11 - उब्भवो -उद्भवः (देखो, पदेसुब्भवो) - उवजुत्तो - उपयुक्त : (देखो, उभयं उभयम् 2.23
सुहोवजुत्तो) उम्मग्गं उन्मार्गम् 2.98
-उवजुदा -उपयुता (देखो, सुहोवजुदा) उम्मग्गपरो उन्मार्गपर: 2.66 - उवजोगजोगसुद्धीहिं-उपयोगयोग- उवले वो - उपले पः (देखो, शुद्धिभ्याम् 3.6 णिरूवलेवो)
उवजोगमओ उपयोगमय: 2.35 -उवओग -उपयोग 1.73 उवट्ठवगा उपस्थापकाः 3.10 - उवओग- - उपयोग-(देखो, -उवट्ठावगो - उपस्थापकः (देखो, सुहोवओगअप्पगो)
छेदोवट्ठावगो) उवओगं उपयोगम् 2.59 उवट्ठिदो उपस्थितः 2.108; 3.7 उवओगप्पगो उपयोगात्मकः 2.101 उवदिटुं उपदिष्टम् 3.12 उवओगप्पसिद्धाणं उपयोगप्रसिद्धानाम् - उवदिटुं -उपदिष्टम् (देखो, जिणोवदि8) ___ 1.13
उवदिसदा उपदिशताः 2.5 उवओगप्पा उपयोगात्मा 2.63 -उवदेस -उपदेश (देखो, जिणोवदेस) उवओगमओ उपयोगमय: 2.83 उवदेसं उपदेशम् 1.88 . उवओगरहिदो उपयोगरहितः 2.67 -उवदेसं - उपदेशम् (देखो, तधोवदेस) उवओगविसुद्धो उपयोगविशुद्धः उवदेसे उपदेशे 1.71
1.15, 78
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