Book Title: Pravachansara ki Ashesh Prakrit Sanskrit Shabdanukramanika
Author(s): Kundkundacharya, A N Upadhye, K R Chandra, Shobhna R Shah, H C Bhayani, Nagin J Shah
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राकृत टेक्स्ट ग्रन्थाङ्क नं. : ३८ प्रवचनसार की अशेष प्राकृत-संस्कृत शब्दानुक्रमणिका डॉ. के. आर. चन्द्र शोभना आर. शाह प्राकृत टेक्स्ट सोसायटी अहमदाबाद २००० Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Complete Word - Index of PRAVACANASĀRA of Kundakundācārya with Sanskrit rendering of the text Edited by Prof. Dr. A. N. Upadhye Prepared and Edited by K. R. Chandra Miss Shobhna R. Shah General Editors Dr. H. C. Bhayani Dr. Nagin J. Shah *Publisher Prakrit Text Society Ahmedabad - 380 009 Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Publisher Hon. Secretary Prakrit Text Society · 12, Bhagatbag Society Sharda Mandir Road Ahmedabad - 380 007 Copies : 150 Year : 2000 Price : Rs. 60-00 Printer Krishna Graphics Kirit Harjibhai Patel 966, Naranpura Old Village Ahmedabad - 380 013 Phone : 7494393 Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Publisher's Note We are thankful to Prakrit Jain Vidya Vikas Fund, Ahmedabad for getting compiled the Complete PrakritSanskrit Word-Index of the Pravacanasāra (of Kundakundācārya), one of the earliest Digambar Procanonical Works, which was edited by Dr. A.N.Upadhye in 1964 and published by Shrimad Rajachandra Ashram, Agas (Anand), Gujarat. This Publication would be helpful to the scholars who are interested in the close study of the Sauraseni Prakrit of the Jaina authors of the early Christian era. We are also thankful to Dr. K.R. Chandra and Miss Shobhna R. Shah for their labour in preparing this WordIndex and also to the PJVV Fund for giving the opportunity to our Prakrit Text Society for publishing this work. We are thankful to the Krishna Graphics and Mr. Kirit H. Patel for printing this work so neatly. Ahmedabad 15th August, 2000 H. C. Bhayani Nagin J. Shah Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Editor's Note It is a matter of great pleasure that the Complete Prakrit-Sanskrit Word-Index of the Pravacanasāra by Kundakundācārya (ed. A. N. Upadhye) is being published by the Prakrit Text Society, Ahmedabad. For that our Association Prakrit Jain Vidya Vikas Fund is highly thankful to the PTS and its President and Hon. Secretary, Dr. H.C.Bhayani and Dr. Nagin J. Shah who were kind enough to publish the Index prepared by our Association. It is prepared just on the line of our previous work 'Isibhāsiyāim Kā Prakrit-Sanskrit Sabda-Kośa' published by the PTS in 1998. I acknowledge with due thanks the services rendered by Miss Shobhna R. Shah in preparing this Word-Index and going through the proofs of this publication. In this book the first word is in Prakrit from the text and the next opposite to it is its Sanskrit rendering. Thereafter the chapter No. followed by the verse No. and after every semi-colon again there are the Chapter No. followed by verse No. Ahmedabad K. R. Chandra Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवचनसार : शब्दानुक्रमणिका अइसयं अतिशयम् 1.13 -अक्खादा -आख्यातवन्तः (देखो, अंजलिकरणं अञ्जलिकरणम् 3.62 समक्खादा) -अंत- -अन्त- (देखो, अत्यंतगयं, -अक्खादे -आख्यातान् (देखो, णेयंतगदो) जिणक्खादे) -अंतर -अन्तर (देखो, अत्यंतर, -अक्खो -अक्षः (देखो, अणक्खो) - देतरसंकम) अगंधं अगन्धम् 2.80 -अंतरं - अन्तरम् (देखो, गुणंतरं) अगारी अगारी 3.50 -अंतरम्मि -अन्तरे (देखो, अत्यंतरम्मि) -अगारे -अगारान् (देखो, अणगारे) -अंतराय- -अन्तराय- (देखो, -अग्गं -अग्यम् (देखो, एयग्गं) आवरणंत-रायमोहरओ) -अचलं - - अचलम् - (देखो, -अंताणं -अन्तानाम् (देखो, देवदंताणं) धुवमचल-मणालंब) -अंतियं -अन्तिकम् (देखो, एगंतियं) -अचेलं- -अचेलम्-अंतेण अन्तेन (देखो, एगंतेण) (देखो, लोचावस्सयमचेलमण्हाणं) -अंसा -अंशाः (देखो, कम्मंसा) अचिरेण अचिरेण 1.88 - अक्ख- - अक्ष- (देखो, अचेदणं अचेतन: 2.35 . सव्वक्खगुण-समिद्धस्स) अचेदणं अचेतनम् 1.25 अक्खणिवदिदं अक्षनिपतितम् 1.40 अच्चंतं अन्यन्तम् 1.12 अक्खयं अक्षयम् 2.103 अच्वंतफलसमिद्धं अत्यन्तफलसमृद्धम् अक्खा अक्षाणि 1.56, 57 3.71 अक्खाणं अक्षाणाम् 1.56 अजधागहणं अयथाग्रहणम् 1.85 अक्खातीदस्स अक्षातीतस्य 1.22 अजधागहिदत्था अयथागृहीतार्थाः अक्खातीदो अक्षातीतः 1.29 3.71 -अक्खादं -आरव्यातम् (देखो, अजधाचारविजुत्तो अयथाचारवियुक्तः समक्खाद) 3.72 Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अजादं अजातम् 1.41 अजायं अजात: 1.39 अजीवं अजीवः 2.35;38 अज्जीवं अजीवः 2.35 -अज्झयण- - अध्ययन - (देखो, वदणि-यमज्झयणझाणदाणरदो) - अज्झयणं -अध्ययनम् (देखो, सुत्तज्झयणं) अज्झवसाणं अध्यवसानम् 2.91 -अज्झ (ज्झ) सियं -अध्युषितम् (देखो, दुद्धज्झसियं) अज्झावयवग्गाणं अध्यापकवर्गेभ्यः 1.4 - अट्टा - आर्ता: (देखो, देहवेदणट्टा) अट्ठे अर्थम् 1.42; 2.105 अट्ठजादस्स अर्थजातस्य 1.18 अट्ठवियप्पो अर्थविकल्प: 2.32 अट्ठसण्णया अर्थसंज्ञया 1.87 अट्ठा अर्थाः 1.26, 28, 31, 31, 35; 2.51 - अट्ठिएण - अर्थिकेन (देखो, दव्वट्ठिएण, पज्जयट्ठिएण) अट्ठे अर्थान् 1.50, 86; 3.33 अट्ठे अर्थे 1.85 अट्ठेसु अर्थेषु 1.52, 58; 3.44 अट्ठेहिं अथैः 2.53 - अट्ठेहिं - अर्थे: (देखो, संभवठिदिणाससण्णिदट्ठेहिं) -अट्ठो अर्थ: 1.18 -अड्डुं -आढ्यम् (देखो, गुणड्डूं) -अड्ढा -आढ्याः (देखो, संजमत वणाणड्ढा) -आढ्यः (देखो, - णाणड्ढो) -अड्डो अनंत अनन्त 1.59 अणतं अनन्तम् 1.13 अनंतत्तं अनन्तत्त्वम् 2.72 अणंतपज्जयं अनन्तपर्यायम् 1.49 अणंतवरवीरिओ अनन्तवरवीर्यः 1.19 अनंतसंसारी अनन्तसंसारी 3.66 अणंता अनन्ताः 2.49. अणताणि अनन्तानि 1.49 अणक्खो अनक्षः 2.106 - अणगार- - अनागार- (देखो, सागारगारचरियजुत्ताणं) अणगारे अनगारान् 2.65 अणणं अनन्यत् 2.22 अणण्णगदो अनन्यगतः 2.89 अणण्णभावं अनन्यभावम् 2.21 अणागारो अनगार: 2.102 - अणालंबं - अनालम्बम् (देखो, धुवमचलमणालंबं) अणासवा अनास्रवाः 3.45 Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 2.80 अणाहारा अनाहाराः 3.27 अणोवमं अनौपम्यम् 1.13 अणिगूहिय अनिगूह्य 3.28 . -अण्ण- -अन्य- (देखो, अणण्णगदो) अणिटुं अनिष्टम् 1.61 अण्णं अन्यत् 1.27; 2.13, 22, 34; अणिद्दिट्ठसंठाणं अनिर्दिष्टसंस्थानम् 3.27 अण्णं अन्यम् 3.43 अणिंदिओ अनिन्द्रियः 1.19 -अण्णं -अन्यत् (देखो, अणण्णं) अणुकंपया अनुकम्पया 3.51 अण्णत्तं अन्यत्वम् 2.14 -अणुकंपो -अनुकम्पः (देखो, अण्णदवियम्हि अन्यद्रव्ये 2.62, 67 साणुकंपो) अण्णमण्णेहिं अन्योन्यैः 2.81 -अणुगमण- -अनुगमन- (देखो, अण्णहा अन्यथा 2.61, 97 अब्भुट्ठाणाणुगमणपडिवत्ती) अण्णा अन्ये 2.90 अणुगहिदो अनुगृहीतः 3.3 अण्णाणी अज्ञानी 3.38, 43 अणुचरंति अनुचरन्ति 2.59 अण्णे अन्यान् 2.58 अणुणिविट्ठ अणुनिविष्टम् 2.48 अण्णेसु अन्येषु 2.89 अणुपरिणामा अणुपरिणामाः 2.73 -अण्णेसु -अन्येषु (देखो, णेवण्णोअणुबज्झदि अनुबध्यते 2.74 ण्णेसु, अण्णोण्णेसु) अणुभवदि अनुभवति 1.43; 2.72, अण्णेहिं अन्यैः 2.56 74 -अण्णेहिं -अन्यैः (देखो, अण्णा-- अणुभवंति अणुभवन्ति 1..75 मण्णेहिं) अणुमण्णदि अनुमन्यते 3.65 अण्णो अन्यः 2.11, 11, 20, 90 अणुमंता अनुमन्ता 2.68 अण्णोण्णेसु अन्योन्येषु 1.28 अणुस्स अणोः 2.72 -अण्हाणं -अस्नानम् (देखो, अणुहवदि अनुभवति 2.71 लोचावस्सयमचेलमण्हाणं) अणूणं अंणूनाम् 2.48 अतब्भावविसिट्ठा अतद्भावविशिष्टा: अणेगविधं अनेकविधम् 2.32 2.38 अणेगविधा अनेकविधाः 2.39 अतब्भावो अतद्भावः 2.14, 15, 16 अणेसणं अनेषण: 3.27 Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -अतीदं -अतीतम् (देखो, विसयातीदं) 2.60 -अतीदस्स -अतीतस्स (देखो, अत्थित्तणिव्वत्तो अस्तित्वनिर्वृत्तः 1.10 अक्खाती-द.स) अत्थीदो अस्तित्वात् 2.52 -अतीदा -अतीताः (देखो, संखातीदा) अत्थे अर्थान् 1.48;3.37,64 -अतीदो -अतीतः (देखो, अक्खातीदो) अत्थेण अर्थेण 2.8 -अत्थ- -अर्थ- (देखो, जधत्थपद- अत्थेसु अर्थेषु 1.30, 53; 2.7; 3.32, णिच्छिदो, णिच्छिदसुत्तत्थपदो, 37 सुत्तत्थविसारदा, दव्वत्थ- -अत्थेसु -अर्थेषु (देखो, - परमत्थेसु) पज्जयत्थेहिं) अत्थो अर्थ: 1.10, 10; 2.1, 47, अत्थं अर्थम् 1.10, 40, 47; 2.52 60 -अत्थं -अर्थम् (देखो, विसयत्थं, अदंतवणं अदन्तधावनम् 3.8 वेज्जावच्चत्थं) अदिदियं अतीन्द्रियम् 1.41, 53, 54 अत्यंतगयं अर्थान्तगतम् 1.61 अदिदियत्तं अतीन्द्रियत्वम् 1.20 अत्यंतर अर्थान्तर 2.52 अदिदियमहत्थं अतीन्द्रियमहार्थम् अत्यंतरम्मि अर्थान्तरे 2.60 2.100 अत्थवित्थडं अर्थविस्तृतम् 1.59 अध अथ 2.25, 101; 3.19, 24, 27 अत्थस्स अर्थस्य 2.60 . अत्था अर्था: 3.35 -अधम्म- -अधर्म- (देखो, धम्माधम्मत्थिकायकालड्ढो) - अत्था - अर्थाः (देखो, अजधागहिदत्था) -अधम्मा -अधर्मों (देखो, धम्माधम्मा) अत्थादो अर्थात् 2.16 --अधम्मेहि -अधर्माभ्याम् (देखो, धम्माधम्मेहि) अस्थि अस्ति 1.23, 53; 2.43, 65 -अत्थि -अस्ति (देखो, णत्थि) - -अधरेहिं -अधरैः (देखो, गुणाधरेहिं) -अत्थिकाय -अस्तिकाय (देखो, -अधरो -अधरः (देखो, गुणाधरो) धम्माधम्मत्थिकायकालड्ढो) । अधिकतेजो अधिकतेजाः 1.19 अत्थित्तणिच्छिदस्स अस्तित्वनिश्चितस्य . अधिगगुणा अधिकगुणाः 3.67 अधिगस्स अधिकस्य 3.66 Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -अधिगाणं -अधिकानाम् (देखो, -अप्पगा -आत्मकाः (देखो, णेयप्पगा, गुणाधिगाणं) पुग्गलदव्वप्पगा, पोग्गल-अधिगेसु -अधिकेषु (देखो, विसय- दव्वप्पगा) ____ कसायाधिगेसु) -अप्पगाणि -आत्मकानि (देखो, -अधिगो -अधिकः (देखो, तवोधिगो) गुणप्पगाणि) -अधिदव्वं -अध्येतव्यम् (देखो, अप्पगेहिं आत्मकै: 1.73 समधिदव्वं) - अप्पगे हिं -आत्मकैः (देखो, अधिवसदु अधिवसतु 3.70 पोग्गलदव्वप्पगेहिं) . अधिवासे अधिवासे 3.13 - अप्पगो -आत्मकः (देखो, अपत्थणिज्जं अप्रार्थनीयम् 3.23 उवओगप्पगो, सुहोवओगप्पगो) अपदेसं अप्रदेशम् 1.41 अप्पडिकम्मं अप्रतिकर्म 3.5 अपदेसो अप्रदेशः 2.45, 71 अप्पडिकुटुं अप्रतिक्रुष्टम् 3.23 अपयत्ता अप्रयता 3.16 अप्पडिपुण्णोदरं अपरिपूर्णोदरः 3.29 अपरिच्चत्तसहावेण अपरित्यक्तस्वभावेन अप्पडिबद्धो अप्रतिबद्धः 3.26 - 2.3 अप्पणो आत्मनः 1.7, 57, 81, 90; अपारं अपारम् 1.77 2.25, 42, 63; 3.28 अपुणब्भवकामिणो अपुनर्भवकामिनः अप्पदेसो अप्रदेशः 2.46 3.24 अप्पलेवी अल्पलेवी 3.31 अपुणब्भवकारणं अपुनर्भवकारणम् 3.6 अप्पा आत्मा 1.11, 27, 27, 27, अपुणब्भावं अपुनर्भावम् 3.56 65, 69, 87, 90; 2.33, 34, अप्पं अल्पम् 3.23 63, 81, 86, 95, 96, 101; अप्पगं आत्मकम् 1.79; 2.59, 67, 3.27 __ 100, 102 --अप्पा -आत्मा (देखो, उवओगप्पा, -अप्पगं -आत्मकम् (दखो, णाणप्पगं, परिणदप्पा, परिणामप्पा, पसंतप्पा) सादप्पगं) अप्पाओग्गेहिं अप्रायोग्यैः 2.76 -अप्पगस्स -आत्मक स्य (देखो, अप्पाणं आत्मानम् 1.27, 33, 80, पोग्गलजीवप्पगस्स) Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ * 81, 89; 2.34, 99, 104, 108; 3.21, 33 - आत्मानम् (देखो, - अप्पाणं णाप्पाणं, परमप्पाणं) अप्पो अल्प: 3.51 अफला अफला 2.24 अफले अफले 3.72 अबंधगो अबन्धक: 1.52 अब्भुट्ठाणं अभ्युत्थानम् 3.62 अब्भुट्ठाणप्पधाणकिरियाहि अभ्यु त्थानप्रधान- क्रियाभिः 3.61 अब्भुट्ठाणाणुगमणपडिवत्ती -अभ्युत्थाना-नुगमनप्रतिपत्ति: 3.47 अब्भुट्टिदो अभ्युत्थित: 1.92 अब्भुट्ठेया अभ्युत्थेया 3.63 अभव्याः 1.62 अभव्वा अभावे अभावे 2.64 अभावो अभावः 2.15, 16 - अभावो -अभाव: (देखो, तदभावो) अभिधुदो अभिधृत: 1.12 अभिगच्छदु अभिगच्छतु 1.90 - अभिजुत्तेसु -अभियुक्तेषु (देखो, पवयणा - भिजुत्तेसु) अभिभूय अभिभूय 1.30; 2.25 अभिमदा अभिमता 2.31 अभिरदा अभिरता: 1.73 6 - अभिहदो - अभिहतः (देखो, समभिहदो) - अमरिंदा - अमरेन्द्राः (देखो, मणुयासुरामरिंदा) अमरो अमर: 2.20 अमुत्तं अमूर्तम् 1.41, 53, 54 अमुत्ता अमूर्ता : 2.39 - अमुत्ता -अमूर्ता (देखो, मुत्तामुत्ता) अमुत्ताणं अमूर्तानाम् 2.39 अमुत्तो अमूर्त: 1.55 अयं अयम् 2.17 अयदाचारस्स अयताचारस्य 3.17 अयदाचारो अयताचारः 3.18 असं अरसम् 2.80 अरहंतं अर्हन्तम् 1.80 अरहंता अर्हन्त: 1.45, 82 अरहंताणं अर्हताम् 1.4, 44 अरहंतादिसु अर्हदादिषु 3.46 अरहंते अर्हत: 1.3 अरहंतेहिं अर्हद्भिः 2.97 अरूवं अरूपम् 2.80 अलिंगग्गहणं अलिङ्गग्रहणम् 2.80 - अलोएसु - अलोकेषु (देखो, लोयालोएसु) - अलोयं - अलोकम् (देखो, लोयालोयं) -अवगद - अवगत (देखो, ववगदमोहो) Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अवगासं अवकाशम् 2.48 अवगाहो अवगाहः 2.41 - अवट्ठिदं सदवट्ठिदं) - अवट्ठिदो - अवस्थित: (देखो, सभावसमवट्ठिदो, समवट्ठिदो, सहावसमवट्टिदो) अवत्तव्वं अवक्तव्यम् 2.23 अवसत्ता अवसक्ताः 3.73 अववददि अपवदति 3.65 - अवसाणं अज्झवसाणं) असद्दं अशब्दम् 2.80 - अवसेसं - अवशेषम् (देखो, असद्दो अशब्द: 2.71 - अवसानम् (देखो, णिरवसेसं) अवि अपि 1.52, 52; 3.68, 69 - अवि -अपि (देखो, केणवि, णवि) अविजाणंतो अविजान् 3.33 अविदिदपरमत्थेसु अविदितपरमार्थेषु 3.57 - अवेक्खो णिरवेक्खो) - अवस्थितम् (देखो, अव्वत्तं अव्यक्तम् 2.80 - अपेक्ष: (देखो, अविसुद्धस्स अविशुद्धस्य 3.20 -अवेक्खं - अपेक्षम् (देखो, णिरवेक्खं, परावेक्खं) अव्युच्छिण्णं अव्युच्छिन्नम् 1.13 असंखा असंख्या 2.43 असंजदजणेहिं असंयतजनैः 3.23 असंजदो असंयत: 3.36, 37 असंजमो असंयमः 3.21 असंदेहो असंदेहः 2.105 असक्कं अशक्यम् 1.40 असत असत् 2.13 - असब्भाव -असद्भाव (देखो, भावणिबद्धं ) असब्भूदा असद्भूता: 1.38 -असब्भूदा - असद्भूता (देखो, सदसब्भूदा) असहता असहमाना: 1.63 - अविसिहं - अविशिष्टम् (देखो, असुभोवयोगरहिदा अशुभोपयोगरहिताः सदविसिट्ठ).. 3.60 - अविसिट्ठो - अविशिष्टः (देखो, असुर- -असुर - (देखो, देवासुर सदविसिट्ठी) मणुराय विहवेहि, सुरासुरमणुसिंदवंदिदं, मणुयासुरामरिंदा) सदस असुह अशुभ 1.12; 2.67 असुहम्हि अशुभे 2.95 Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ असुहेण अशुभेन 1.9 आगमपुव्वा आगमपूर्वा 3.36 . असुहो अशुभः 1.9, 46, 72; 2.63, आगमसिद्धा आगमसिद्धाः 3.35 64, 66, 88, 88, 89 . आगमहीणो आगमहीनः 3.33 असेसं अशेषम् 1.29 आगमेण आगमेन 3.35, 37 -अस्सिदे -आश्रितान् (देखो, -आगारो -आगारः (देखो, अणागारो). समस्सिदे) -आगारो .-आगारो (देखो, सागारो) अहं अहम् 2.67, 68, 70, 70, 91, आगासं आकाशम् 2.43, 48 98, 99, 99, 100; 3.4 आगासदव्वस्स आकाशद्रव्यस्य 2.46 अहिओ अधिकः 1.24, 25 आगासपदेससण्णया आकाशप्रदेशसंज्ञया अहिदो अहितः 1.16 2.48 अहिद्दुदा अभिद्रुता 1.63 आगासस्स आकाशस्य 2.41, अहियं अधिकम् 3.70 आगासे आकाशे 2.36 अहिसंबद्ध अभिसंबद्धम् 1.89 - आचार- - आचार- (देखो, अहो अहः 1.51 अजधाचारविजुत्तो) अहोज्जमाणो अभवन् 2.21 - आचारस्स - आचारस्य (देखो, आ अयदाचारस्स) आउपाणो आयुप्राण: 2.54 -आचारो -आचारः (देखो, अयदाचारो, -आउह- -आयुध- (देखो, मायाचारो) कुलिसाउहचक्कधरा) आजुत्तो आयुक्तवान् 3.28 आगदं आगतम् 2.84 आणप्पाणप्पाणो आनपानप्राणा: 2.54 -आगम- -आगम- (देखो, आदं आत्मानम् 1.90 सव्वागमधरो) आददो आतत: 2.44 आगमकुसलो आगमकुशलः 1.92 आदपधाणे आत्मप्रधानान् 3.64 आगमचक्खू आगमचक्षुः 3.34 आदसत्तीए आत्मशक्त्या 3.52 आगमचेट्ठा आगमचेष्टा 3.32 आगमदो आगमतः 2.6; 3.32 आदसमुत्थं आत्मसमुत्थम् 1.13 Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 9 आदसहावम्मि आत्मस्वभावे 2.2 -आदी -आदि (देखो, एगादी, आदा आत्मा 1.8, 12, 15, 16, 23, दुपदेसादी) 24, 24, 25, 35, 36, 46, -आदी आदीन् (देखो, मोहादी) 52, 66, 67, 70; 2.29, 30, -आदीणं -आदीनाम् (देखो, देहादीणं) 31, 33, 58, 92 आदीणि आदीनि 2.82 आदाय आदाय 3.7 -आदीदो -आदितः (देखो, हिंसादीदो) - आदि- -आदि- (देखो, आदीयदे आदीयते 2.94 इंदियादिविजई, णाणावरणा- -आदीसु -आदिषु (देखो, सयणासणदिकम्मेहि णाणावरणादिभावेहि ठाणचंकमादीस) मुच्छादिजणणरहिद, रूवादिगुणो, आदीहिं - आदिभिः (देखो, संठाणादिप्पभेदेहिं) पच्चक्खादीहिं, मोहादीहिं) -आदिएसु -आदिकेषु (देखो, आपिच्छ आपृच्छ्य 3.2 दव्वादिएसु, देहादिएसु) -आबाध -आबाध - आदिएहिं - आदिकै : (देखो, (दखा, सव्वाबाधविजुत्ता) . मोहादिएहिं, रूवादिएहिं) आमरणं आमरणम् 1.75 -आदिच्चो - आदित्यः (देखो, -आयारं -आचारम् (देखो, णाणदंसणजहादिच्चो) चरित्ततवविरियायारं) आदिटुं आदिष्टम् 2.23 __-आयारे आचारान् (देखो, - आदित्तं -आदित्वम् (देखो. णाणदंसणचरित्त तववीरियायारे) दुपदेसादित्तं) -आरंभं -आरम्भम् (देखो, पावारंभं) आदिपरिहीणा आदिपरिहीनाः 2 73 -आरंभ- - आरम्भ- (देखो. -आदिसु -आदिषु (देखो, अरहंतादिसु, मुच्छारंभविमुक्कं) उववासादिसु) आरंभो आरम्भः 3.21 _आदिहिं -आदिभिः (देखो उदयानिधि -आरद्धं -आरब्धम् (देखो, समारद्धं) . ओग्गहादिहिं, संठाणादिहिं) - आरद्धे - आरब्धायाम् (देखो, समारद्धे) Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 10 आलोचित्ता आलोच्य 3.12 -आहार- -आहार- (देखो, जुत्ताहारआलोयणपुब्विया आलोचनपूर्विका विहारो) 3.11 . आहारय आहारकः 2.79 - आवणओ -आपनयः (देखो, -आहारा -आहाराः (देखो, अणाहारा) समावणओ) आहारे आहारे 3.31 - आवरण -आवरण (देखो, णाणावरणादिकम्मेहि, -इंद- - इन्द्र (देखो, सुरासुरमणुणाणांवरणादिभावेहिं) सिंदवंदिदं) आवरणतरायमोहरआ- आवरणान्तराय- इंटणीलं इन्टनीलम 1 30 मोहरजाः 1.15 -इंदा - इन्द्राः (देखो, जिणवरिंदा, आवसधे आवसथे 3.15 मणुयासुरामरिंदा) -आवस्सयं -आवश्यकम् (देखो, _दंदिओ - इन्द्रियः (देखो. अणिदिओ) लोचावस्सयमचेलमण्हाणं) -इंदिय- - इन्द्रिय- (देखो, अदिदिय-आविट्ठो -आविष्टः (देखो, णाविट्ठो) महत्थं, पंचेंदियसंवुडो) -आवेक्खं -आपेक्षः (देखो, रसावेक्ख) इंदियं इन्द्रियम् 1.53, 70 -आसण- -आसन- (देखो, सयणा- -इंदियं -इन्द्रियम् (देखो, अदिदियं) सणठाणचंकमादीसु) इंदियगेज्झा इन्द्रियग्राह्याः 2.39 -आसमं -आश्रमम् (देखो, विरुद्धदं- इंदियचक्खूणि इन्द्रियचडूंषि 3.34 सणणाणपहाणासमं) -इंदियत्तं - इन्द्रि यत्वम् (देखो, आसयविसुद्धी आशयविशुद्धिः 3.20 अदिदियत्तं) -आसवा -आश्रवाः (देखो, अणासवा, इंदियपाणो इन्द्रियप्राणः 2.54 सासवा) - इंदियरोधो - इन्द्रियरोधः (देखो, आसिज्ज आसाद्य 3.2 वदसमिदिदियरोधो) आसेज्ज आसाद्य 2.91; 3.12, 43 इंदियादिविजई इन्द्रियादिविजयी 2.59 -आसेज्ज -आसाद्य (देखो, समासेज्ज, इंदियेहि इन्द्रियैः 1.63, 76 सहावमासज्ज) Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इच्छदि इच्छति 1.90; 2.6; -उट्ठाण- -उत्थान- (देखो, अब्भुट्ठाण3.1,15,70 प्पधाण किरियाहिं, अब्भुट्ठाणाणु-इच्छदि -इच्छति (देखो, णेच्छदि) गमणपडिवत्ती) इच्छंति इच्छन्ति 1.75 -उट्ठाणं -उत्थानम् (देखो, अब्भुट्ठाणं) इटुं इष्टम् 1.61 -उट्ठिदा -उत्थिताः (देखो, समुट्ठिदा) -इ8 - इष्टम् (देखो, अणिटुं) -उट्ठिदो -उत्थितः (देखो, अब्भुट्ठिदो, इट्ठदरं इष्टतरम् 3.3 समुट्ठिदो) इढे इष्टान् 1.65 -उठेया -उत्थेया (देखो, अब्भुट्ठया) -इति -इति (देखो, सदिति) उण्हो उष्णः 1.68 इत्थीणं स्त्रीणाम् 1.44 -उत्तरं -उत्तरम् (देखो, एगुत्तरं) -इदं - इदम् (देखो, ममेदं) उत्ता उक्तवन्तः 1.42 - इदर- -इतर- (देखो, धम्मेदरदव्वस्स) -उत्थं -उत्थम् (देखो, -समुत्थं) इदरं इतरम् 1.47, 54 उदयगदा उदयगताः 1.43 इदाणि इदानिम् 2.94 उदयादिहिं उदयादिभिः 2.61 इदि इति 1.78; 2.14, 23, 99; 3.3, उदयेण उदयेन 1.12 4, 19, 25, 36 -उदर -उदरम् (देखो, अप्पडिपुण्णोदरं) इव इव 1.29, 37, 73; 3.55 उदिण्णतण्हा उदीर्णतष्णाः 1.75 इसिणो ऋषयः 1.33 उद्दिढे उद्दिष्टम् 1.23 इहलोगणिरावेक्खो इहलोकनिरापेक्षः उद्दिवा उद्दिष्टवन्तः 3.24 3.26 उपसंपयामि उपसंपद्ये 1.5 ईहापुव्वेहिं ईहापूर्वैः 1.40 उप्पज्जदि उत्पद्यते 1.50, 52 उप्पण्णं उत्पन्नम् 2.11 उग्गहपुव्वाहिं अवग्रहपूर्वाभि: 1.21. उप्पण्णपद्धंसी उत्पन्नप्रध्वंसी 2.47 उग्गो उग्रः 2.66 उप्पाडिदकेसमंसुगं उत्पाटितकेशश्मउच्छण्णो अवच्छनः 1.83 श्रुकम् 3.5 उज्जदो उद्यतः 3.50 उप्पादट्ठिदिभंगा उत्पादस्थितिभङ्गाः 2.9, 37 Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उप्पादव्वयधुवत्तसंजुत्तं उत्पादव्य- उवओगो उपयोगः 1.14, 72; 2.42, यध्रुवत्वसंयुक्तम् 2.3 63, 63, 64, 65, 66 उप्पादव्वयधुवत्तेहिं उत्पादव्ययध्रुवत्वैः उवकुणदि उपकरोति 3.49 2.4 - उवचयो -उपचयः (देखो, उप्पादो उत्पादः 1.18; 2.8, 50 मोहोवचयो) उब्भवं उद्भवम् 1.78 , - उवजुत्ता -उपयुक्ताः (देखो, - उब्भवाणि -उद्भवानि (देखो, मिच्छुवजुत्ता, सुद्धवजुत्ता, परिणाम-समुब्भवाणि) सुहोवजुत्ता) - उब्भवे -उद्भवे (देखो, समुब्भवे) उवजुत्तो उपयुक्तः 1.11 - उब्भवो -उद्भवः (देखो, पदेसुब्भवो) - उवजुत्तो - उपयुक्त : (देखो, उभयं उभयम् 2.23 सुहोवजुत्तो) उम्मग्गं उन्मार्गम् 2.98 -उवजुदा -उपयुता (देखो, सुहोवजुदा) उम्मग्गपरो उन्मार्गपर: 2.66 - उवजोगजोगसुद्धीहिं-उपयोगयोग- उवले वो - उपले पः (देखो, शुद्धिभ्याम् 3.6 णिरूवलेवो) उवजोगमओ उपयोगमय: 2.35 -उवओग -उपयोग 1.73 उवट्ठवगा उपस्थापकाः 3.10 - उवओग- - उपयोग-(देखो, -उवट्ठावगो - उपस्थापकः (देखो, सुहोवओगअप्पगो) छेदोवट्ठावगो) उवओगं उपयोगम् 2.59 उवट्ठिदो उपस्थितः 2.108; 3.7 उवओगप्पगो उपयोगात्मकः 2.101 उवदिटुं उपदिष्टम् 3.12 उवओगप्पसिद्धाणं उपयोगप्रसिद्धानाम् - उवदिटुं -उपदिष्टम् (देखो, जिणोवदि8) ___ 1.13 उवदिसदा उपदिशताः 2.5 उवओगप्पा उपयोगात्मा 2.63 -उवदेस -उपदेश (देखो, जिणोवदेस) उवओगमओ उपयोगमय: 2.83 उवदेसं उपदेशम् 1.88 . उवओगरहिदो उपयोगरहितः 2.67 -उवदेसं - उपदेशम् (देखो, तधोवदेस) उवओगविसुद्धो उपयोगविशुद्धः उवदेसे उपदेशे 1.71 1.15, 78 Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवदेसो उपदेश: 1.87; 2.84; 3.61 - उवदे सो - उपदेश: (देखो, जिणिदपूजोवदेसो, दंसणणावदेसो, धम्मुवदेसो) उवधि उपधिम् 3.23, 31 उवधिम्हि उपधौ 3.15 उवधीदो उपधे: 3.19 उवभुंजदि उपभुङ्क्ते 2.56 -उवमं -उपम्यम् (देखो, अणोवमं) उवयरणं उपकरणं 3.25 उवयादि उपयाति 3.44 उवयारं उपकारम् 3.51 - उवयोग- -उपयोग- ( देखो, असुभोव-योगरहिदा) उवरदपावो उपरतपाप: 3.59 उवलद्धो उपलब्धवान् 1.81 उवलब्भ उपलभ्य 1.88 उववासादिसु उपवासादिषु 1.69 उवहिं उपधिम् 3.73 उवसेवी उपसेवी 3.59 उवासणं उपासनम् 3.62 उवासेया उपासेया: 3.63 उस्सासमेत्तेण उच्छ्वासमात्रेण 3.38 ए एकसमयम्हि एकसमये 2.50 एक्कं एक: 3.29 13 एक्कम्मि एकस्मिन् 2.10 एक्को एकः 2.49, 99 एगं एकम् 1.48, 49; 2.5, 14 एगंतियं एकान्तिकम् 1.59 एगंतेण एकान्तेन 1.66 - एगभत्तं - एक भक्तम् (देखो, ठिदिभोयण-मेगभत्तं) एगम्हि एकस्मिन् 2.51 एगादी एकादि 2.72 एगुत्तरं एकोत्तरम् 2.72 एदाणि एतानि 1.85 एदे एतान् 1.91; 3.9, 71, 75 एयग्गं एकाग्य्रम् 3.32 एयग्गगदो एकाग्यगत: 3.32, 42 एव एव 1.3, 15, 16, 17, 22, 24, 32, 50, 50, 52, 56, 57, 60, 65, 68, 69, 76, 91; 2.10, 11, 12, 15, 16, 27, 34, 68, 68, 84; 3.54 - एव - एव (देखो, चेव, तहेव, सयमेव, णेवण्णोणेसु) एवं एवम् 1.77, 78; 2.19, 21, 91, 100, 102, 107;3.1 एस एष: 1.1; 2.51 - एसणं - एषण: (देखो, अणेसणं) एसा एषा 3.54 Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एसो एषः 2.16, 24, 87, 97 एहिगेहि एैहिकै : 3.69 ओ - ओगाढ - अवगाढः (देखो, विसय कसा ओगाढो) ओगाढगाढणिचि अवगाढ़गाढनिचितः 2.76 ओगेण्हित्ता अवगृह्य 1.55 ओग्गहादिहिं अवग्रहादिभि: 1.59 ओदइया औदयिकी 1.45 ओरालिओ औदारिकः 2.79 ओहिचक्खू अवधिचक्षुषः 3.34 क कं कम् (किम् ) 2.105 -कंचणो -काञ्चन: (देखो, समलोडुकंचणो) - कंपय - कम्पय (देखो, अणुकंपयोवयारं) कत्ता कर्ता 2.30, 34, 68, 70, 92, 92, 94 कत्तारं कर्तारम् 1.1 कत्तीणं कर्तृणाम् 2.68 कथं कथम् 1.25 कदं कृतम् 3.57 कदाई कदाचित् 2.94 कधं कथम् 2.14,21; 3.21 14 - क धम्हि विकधम्हि ) - कथायाम् (देखो, कमलं कमसो कम्म कर्म 2.30, 84 -कम्म- -कर्म- (देखो, णाणकम्मफलभावी, णामकम्मणिव्वत्ता) कम्मइओ कार्मण: 2.79 कम्मं कर्मम् 1.42; 2.25, 29, 29, 32, 33, 34, 81, 87; 3.38 कमलम् 3.18 क्रमश: 1.50 कम्मंसा कर्माशा: 1.43 - कम्मं सा — -कमांशाः (देखो, खविदकम्मंसा) कम्मक्खओ कर्मक्षय: 3.20 कम्मणो कर्मण: 2.31 - कम्मत्तं - कर्मत्वम् (देखो, पडिकम्मत्तं) कम्मत्तगदा कर्मत्वगताः 2.78 कम्मत्तणपाओग्गा 2.77 कर्मत्वप्रायोग्याः कम्मधूलीहिं कर्मधूलिभि: 2.94 कम्मफलं कर्मफलम् 2.56 कम्मभावं कर्मभावम् 2.77 कम्ममलिमसो कर्ममलीमस: 2.29, 58 कम्मरयं कर्मरज: 2.95 Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्मरजेहिं कर्मरजोभिः 2.96 --कसाआ -कषायाः (देखो, जिदककम्मसंजुत्तं कर्मसंयुक्तम् 2.29 साआ) कम्मस्स कर्मणः 2.30 -- क साओ - कषायः (देखो, कम्माणि कर्माणि 2.93; 3.33, 44 रहिदकसाओ, समिदकसाओ) -कम्माणि - कर्माणि (देखो, -क साय - - क साय- (देखो, सकम्माणि) विसयकसाया-धिगेसु) कम्मे कर्मणि 2.31 -- क साया -कषायाः (देखो, कम्मेहि कर्मभिः 2.56, 56, 59, 87; विसयकसाया) 3.43, 69 कसायिदो कषायित: 2.96 -कम्मेहि -कर्मभिः (देखो, णाणावरणा- कहं कथम् 1.31; 2.13, 20; 3.20 दिकम्मेहिं) --कामिणो -कामिनो (देखो, अपुणब्भव -कम्मो -कर्मा (देखो, णिहदघण-- कामिणो) । घादिकम्मो, पक्खीणधादिकम्मो) कायखेदं कायखेदम् 3.50 कया कृताः 2.70 कायचे?म्हि कायचेष्टायाम् 3.11, 19 करणं करणम् 2.34 कायविराधणरहिदं कायविराधनरहितम् -करणं -करणम् (देखो, अंजलिकरणं) 3.49 करुणाभावो करुणाभावः 1.85 कायव्वं कर्तव्यम् 1.67; 3.12. करेदि करोति 2.93 काया कायाः 2.86 करेंति कुर्वन्ति 1.73 -काया -कायाः (देखो, पोग्गलकाया) -करो -करः (देखो, वधकरो) - कायाणं -कायानाम् (देखो, -कलत्त -कलत्र (देखो, गुरुकल- जीवकायाणं) तपुत्तेहिं) कायेषु कायेषु 3.18 -कलुसो -कलुषः (देखो, खविदमो- -कायेहिं -कायैः (देखो, पुग्गलकायेहिं) हकलुसो) कारणं कारणम् 2.68 - क साअ- - कषाय- (देखो, -कारणं -कारणम् (देखो, विसयकसाओगाढो) अपुणब्भवकारणं, दुक्खखय Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 16 कारणं, बंधकारणं) किं किम् 1.67; 2.20; 3.24 - कारणदा -कारणता (देखो, किंचण किञ्चनम् 3.24 ठाणकारणदा) किंचि किञ्चित् 1.22; 3.4 कारयिदा कारयिता 2.68 किच्चा कृत्वा 1.4, 82 -काल -काल (देखो, तिक्कालणि- किध कथम् 1.49; 2.81; 3.21, 33, च्चविसम) 36 कालं कालम् 1.70; 3.22, 31, 71 किरिय क्रिया 2.30 -कालं -कालम् (देखो, तत्कालं, किरियं क्रियाम् 3.7 सव्वकालं) किरिया क्रिया 1.45; 2.24, 24, 28, - कालड्ढो - कालढ्यः (देखो, 30; 3.11 धम्माधम्म-त्थिकायकालड़ढो) किरियासु क्रियासु 3.65, 67 -कालम्हि -काले (देखो, सस्स- किरियाहिं क्रियाभिः 1.21 कालम्हि) __-किरियाहिं -क्रियाभिः (देखो, कालस्स कालस्य 2.42, 43, 49 अब्भुट्ठाणप्पधाणकिरियाहिं) कालाणसब्भावो कालाणुसद्भाव: 2.51 किह कथम् 1.72; 2.59; 3.58 -कालिगा -कालिका (देखो, कीरदि कुरुते 2.91 तक्कालिगा) कुणदि करोति 1.66, 89; 2.25, 57; -कालिगे -कालिकान् (देखो, 3.50 . तिक्कालिगे) -कुणदि -करोति (देखो, उवकुणदि) - कालियं -कालिकम् (देखो, कुणरो कुनरः 1.12 तक्कालियं) __ कुदेवेसु कुदेवेषु 3.57 काले काले 1.44 कुलरूववयोविसिटुं कुलरूपवयोविशिष्टम् - काले -काले (देखो, तक्काले, 3.3 सव्वकाले) कुलिसाउहचक्कधरा कुलिशायुधचक्रधरा कालेण कालेन 1.88; 3.75 1.73 कालो कालः 2.44, 47 कुव्वं कुर्वन् 2.92 Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुव्वंति कुर्वन्ति 1.67 खयं क्षयम् 1.60 कुव्वदु करोतु 3.51 -खयं -क्षयम् (देखो, मोहक्खयं) -कुसलो -कुशलः (देखो, आगम- खलु खलु 1.7, 18, 21, 38, 80; कुसलो) ___2.1, 5, 10, 15, 17, 26; के के 1.39 3.9, 29 केण केन 2.23 खवयंतं क्षपयन्तम् 1.42 केणवि केनापि 1.18 खविदकम्मंसा क्षपितकर्मांशाः 1.82 केवलं केवलम् 1.60 खविदमोहकलुसो क्षपितमोहकलुषः केवलणाणिस्स केवलज्ञानिन: 1.20 2.104 केवलदेहो केवलदेहः 3.28 खवीय क्षपयित्वा 2.103 केवली केवली 1.32 खवेदि क्षपयति 1.78; 2.102; 3.33, केवलेण केवलेन 1.58 38, 38, 44 -केसं- -केश- (देखो, उप्पाडिद- खाइगा क्षायिका 1.45 . केसमंसुगं) खाइगं क्षायिकम् 1.42, 50 कोई कश्चित् 2.18, 24, 27, 28 खाइयं क्षायिकम् 1.47 -कोडीहिं -कोटिभिः (देखो, खिदिसयणं क्षितिशयनम् 3.8 भवसयसहस्सकोडीहिं) खीयदि क्षीयते 1.86 खु खलु 2.10 -खओ -क्षयः (देखो, कम्मक्खओ) खुब्भदि क्षुभ्यति 1.83 खंधा स्कन्धाः 2.75, 77 खेत्तं क्षेत्रम् 3.22 खणभंगसमुब्भवे क्षणभङ्गसमुद्भवे खेत्ते क्षेत्रे 1.3 2.27 -खेदं -खेदम् (देखो, कायखेदं) खमं क्षमाम् 3.31 खेदो खेदः 1.60 खमणे क्षपणे 3.15 -खोह- -क्षोभ- (देखो, मोहक्खोह-खय- -क्षय- (देखो, दुक्ख- विहीणो) खयकारणं) Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 18 ग -गया - गताः (देखो, तग्गया) -गंठी -ग्रन्थिः (देखो, णिहदमोहगंठी) गहणं ग्रहणम् 3.62 -गंध- - गन्ध-- (देखो, वण्णरस- -गहणं -ग्रहणम् (देखो, अजधागहणं, गंधफासा) अलिंगग्गहणं, सिस्सग्गहणं). गंधो गन्धः 1.56 गहणविसग्गेसु ग्रहणविसर्गेषु 3.22 -गच्छदु - गच्छतु (देखो, अभिगच्छदु) - गहणे -ग्रहणे (देखो, लिंगग्गहणे) गच्छंति गच्छन्ति 2.77 - गहिदत्था - गृहीतार्थाः (देखो, गणहराणं गणधरेभ्यः 1.4 ____ अजधाग-हिदत्था) गणिं गणिनम् 3.3 -गहिदो -गृहीतः (देखो, अणुगहिदो) -गद -गत (देखो, विगदघादीणं, -गाढ -गाढ (देखो, ओगाढगाढणिचिदो) विगदरागो) गिलाणगुरुबालवुड्डसमणाणं ग्लानगुरु-गदं -गतम् (देखो, आगदं, देहगदं, बाल-वृद्धश्रमणानाम् 3.53 . सव्वगदं) गिलाणो ग्लानः 3.30 -- गदा - गताः (देखो, उदयगदा, गुण गुणः 2.42 कम्मत्तगदा) -गुण- -गुण- (देखो, चदुगुणणिद्धेण, -गदाणि -गतानि (देखो, णाणाभूमि- दव्वगुणपज्जयत्थो, पंचगुणजुत्तो, गदाणि) सव्वक्खगुणसमिद्धस्स) --गदो - गतः (देखो, अणण्णगदो, -गुणं -गुणम् (देखो, चेदणागुणं) एयग्गगदो गुणड्ढे गुणाढ्यम् 3.3 णेयंतगदो, मुत्तिगदो, सव्वगदो) गुणंतरं गुणान्तरम् 2.12 -गमण- - गमन- (देखो, अब्भुट्ठाणा- -गुणत्त- -गुणत्व- (देखो, दव्वत्तगुणणुगमणपडिवत्ती) त्तपज्जयत्तेहिं) गमणहदुत्तं गमनहेतुत्वम् 2.41 गुणदो गुणतः 2.12; 3.66 गयं गतम् 1.41 गुणपज्जएहिं गुणपर्यायैः 3.35 गयं गतम् (देखा, अत्यंतगयं, गुणपज्जयाणं गुणपर्यायाणाम् 1.87 सव्वगयं) गुणपज्जाया गुणपर्याया: 2.12 Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुणप्पगाणि गुणात्मकानि 2.1 गुणसमिदिद गुणसमितित 3.59 गुणा गुणा: 1.87, 2.38, 39, 42 --गुणा - गुणा: (देखो, अधिगगुणा, मूलगुणा) गुणादो गुणात् 3.61, 70 गुणाधरेहिं गुणाधरैः 3.67 गुणाधरो गुणाधर: 3.66 गुणाधिगाणं गुणाधिकानाम् 3.62 -गुणिदो गुणित: (देखो, तिगुणिदो) गुणं गुणान् 2.82 -गुणे -गुणेषु (देखो, मूलगुणेसु) गुणेहिं गुणै: 1.90; 2.4; 3.70 गुणो गुण: 2.15, 16, 17, 18, 41 -गुणो गुण: (देखो, दुगुणो, रूवादिगुणो ) गुत्तो गुप्त: 3.38 -गुत्तो - गुप्तः (देखो, तिगुत्तो) गुरु गुरु: 3.10 -गुरु- - गुरु- (देखो, गिलाणगुरुबालवुड्ढसमणाणं, देवदजदिगुरुपूजासु) गुरुकलत्तपुतेहिं गुरुकलत्रपुत्रैः 3.2 गुरुणा गुरुणा 3.7 गुरुवयणं गुरुवचनम् 3.25 -गेज्झा - ग्राह्याः (देखो, इंदियगेज्झा) 19 गेहंति गृह्णन्ति 1.56 गेहदि गृह्णाति 1.32, 52; 2.93 हदु गृह्णातु 3.23 - गोट्ठि - गोष्ठी (देखो, दुस्सुदिदुच्चित्तदुगोट्ठि-जुदो) घ -घण- - घन- (देखो, णिहदघणघादिकम्मो) घरत्थाणं गृहस्थानाम् 3.54 -घाइकम्म- -घातिकर्म - (देखो, धोदघाइकम्ममलं) - घादादो -घातात् (देखो, संघादादो) - घादि- - घाति- (देखो, णिहदघणघादिकम्मो, पक्खीणघादिकम्मो) घादी घातीनि 1.60 - घादीणं - घातिनाम् (देखो. विगदघादीणं) घोरं घोरम् 1.77 च च च 1.13, 19, 36, 39, 41, 41. 53, 53, 53, 54, 54, 60, 60, 68, 69, 89, 90; 2.10, 33, 34, 38, 48, 49, 68, 72; 3.3, 8, 25,48, 62, 68. 69 Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 20 -च –च (देखो, सच्च) -चरित्तेषु -चरित्रेषु (देखो, दंसणणाण- चंकं - - चक्र मण- (देखो, चरित्तेसु) सयणासणठाण-चंकमादीसु) चरियं चर्या 3.30 -चक्कधरा -चक्रधराः 1.73 -चरिय- -चर्या- (देखो, सागारणगारचक्खू चक्षुः 1.29 चरियजुत्ताणं) -चक्खू -चक्षुः (देखो, आगमचक्खू) चरियम्हि चरित्रे 1.79 चक्खू चक्षुषः 3.34 - चरियम्हि -चर्यायाम् (देखो, -चक्खू -चक्षुषः (देखो, ओहिचक्खू) रायचरियम्हि, विरागचरियम्हि) चक्खूणं चक्षुषः 1.28 -चरियया -चर्य या (देखो, - चक्खूणि - चशं षि (देखो, सागारणगारचरियया) इंदियचक्खूणि) चरिया चर्या 3.16, 46, 48, 54 चत्ता त्यक्त्वा 1.79; 2.94; 3.73 चागो त्यागः 3.20 - चदुक्के ण - चतुष्के न (देखो, चादुव्वण्णस्स चातुर्वर्णस्य 3.49 पाणचदुक्केण) चारित्तं चारित्रम् 1.7 चदुगुणणिद्धेण चतुर्गुणस्निग्धेन 2.74 चारित्ता -चारित्राः (देखो, पब्भट्ठचारित्ता) चदुहिं चतुर्भिः 2.55 -चारित्तो -चारित्रः (देखो, णट्टचारित्तो) चयं चयः 2.64 चिट्ठति तिष्ठन्ति 2.86 चयदि त्यजति 2.20, 58, 98; 3.68 चित्तं चित्रम् 1.51 -चरंति -चरन्ति (देखो, अणुचरंति) चित्ते चित्ते 3.20 चरणं चरणेन 3.29 चित्तेहिं चित्रैः 2.4; 3.35 चरदि चरति 3.14, 18 चित्तो चित्रः 2.40 चरदु चरतु 3.30 चिरं चिरम् 3.72 -चरित्त- -चारित्र- (देखो, णाणदंसण -चिरेण -चिरेण (देखो, अचिरेण) चरित्ततववीरियायारं, णाणदंसण- -चट्ठम्हि -चेष्टायाम् (देखो, चरित्त-तववीरियायारे) कायचे?म्हि) चरित्तादो चरित्रात् 1.6 -चे। -चेष्टा (देखो, आगमचेट्टा) Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चेदण चेतन 2.35 जगदि जगति 1.26 -चेदणं -चेतनः (देखो, अचेदणं) -जण- -जन- (देखो. चेदणा चेतना 2.31 मुच्छादिजणणरहिदं, लोगिगजणचेदणाए चेतनया 2.31 संभासा, लोगिगजणसंसग्गं) चेदणागुणं चेतनागुणम् 2.80 जणयंति जनयन्ति 1.74 चेव चेव 1.4 जणस्स जनस्य 1.67 च्चिय एव 3.74 -जणा -जनाः (देखो, सत्तुमित्तजणा) जणे जने 2.27 छड्डिया त्यक्तवन्त: 3.19 -जणेहिं -जनैः (देखो, असंजदजणेहिं) छदुमत्थविहिदवत्थुसु छहास्थ- जत्तो यतः 1.5 विहितवस्तुषु 3.56 जदं यतम् 3.18 छस्सु षट्सु 3.18 जदा यदा 1.9; 2.95 -छिण्णं -छिन्नम् (देखो, विच्छिण्णं) जदि यदि 1.11, 25, 31, 39, 42, छुधाए क्षुधया 3.52 46, 49, 50, 58, 72, 74, छेदपउत्तो छेदप्रयुक्त: 3.12 79, 81, 89, 90; 2.13, 24, छेदविहूणो छेदविहीनः 3.13 34, 50, 57, 64, 73; 3.1, छेदेसु छेदयोः 3.10 11, 18, 23, 31, 37, 39, छेदो छेदः 3.11, 22 ___43, 44, 46, 50, 51, 58, - छेदो -छेदः (देखो, मूलच्छेदो) 64, 66, 67, 68, 69, 70 छेदोवट्ठावगो छेदोपस्थापक: 3.9 - जदि - यति (देखो, देवदजदिगुरुपूजासु) जइ यदि 1.64, 67 जदीणं यतीनाम् 2.97 जं यत् 1.47, 53, 54, 58, 60,61, जध यथा 2.45 76; 2.16, 32; 3.38 जधजादरूवजादं यथाजातरूपजातम् जंति यान्ति 2.86 3.5 जगं जगत् 1.29 जधजादरूवधरो यथाजातरूपधर: 3.4 Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 3.72 जधत्थपदणिच्छिदो यथार्थपदनिश्चितः -जाणंतो -जानन् (देखो, अविजाणंतो) जाणदि जानाति 1.29, 32, 35, 41, जधा यथा 2.82; 3.30 47, 51, 55, 80, 80, 89; -जधा- -यथा- (देखो, अंजधागहणं, 2.53, 62, 91 अजधागहिदत्था, अजधाचार- -जाणदि -जानाति (देखो, विजाणदि) विजुत्तो) जाणादि जानाति 1.25, 49, 55; जम्हा यस्मात् 1.20, 60 2.65, 82, 84 -जल- -जल- (देखो, जाणित्ता ज्ञात्वा ?.102, 108; 3.31 पुढविजलतेउवाऊ) जाणीहि जानीहि 2.82 जले जले 3.18 - जाद- -जात- (देखो, जधजादरूजस्स यस्य 1.24, 2.50, 52, 66; वजादं, जधजादरूवधरो, 3.27, 36, 39 जहजादरूवं) जहजादरूवं यथाजातरूपम् 3.25 जादं जातम् 1.20, 59 जहदि जहाति 1.79, 81 -जादं -जातम् (देखो, अजादं, जधजा-जहदि -जहाति (देखो, पजहदि) दरूवजादं) जहा यथा 1.30 -जादस्स -जातस्य (देखो, अट्ठजादस्स, जहाजोग्गं यथायोग्यम् 2.86 णाणजादस्स, दव्वजादस्स) जहादिच्चो यथादित्यः 1.68 जादा जाताः 2.61, 107 जहालद्धं यथालब्धः 3.29 जादा जातानि 1.60 जाण जानीहि 2.52, 80, 87 - जादाणि -जातानि (देखो, जाणगं ज्ञायकम् 1.33; 2.108 दव्वजादाणि) जाणगो ज्ञायकः 1.35 जादि याति 1.15,80; 2.64 जाणणा' ज्ञप्तिः 1.34; 54 -जादीणं - जातीनाम् (देखो, जाणं जानन् 1.52 दव्वजादीणं) जाणंति जानन्ति 3.35 जादो जातः 1.19; 3.4 -जाणंति --जानन्ति (देखो, विजाणंति) जायदि जायते 1.84; 2.27; 3.11 Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 23 जायंते जायन्ते 2.37, 75 वणिबद्धो, पोग्गलजीवप्पगस्स) -जायंते -जायन्ते (देखो; संजायंते) जीवं . जीवम् 2.35, 38, 80 -जाया -जाताः (देखो, संजाया) -जीवं . -जीवः (देखो, अजीवं, जाव यावत् 2.58, 72 अज्जीव) जिणक्खादे जिनाख्यातान् 3.64 जीवकायाणं जीवकायानाम् 1.46 जिणमग्गादो जिनमार्गात् 1.90 जीवणिकाय जीवनिकाय 2.90 जिणमग्गे जिनमार्गे 3.25 जीवदि जीवति 2.55; 3.72 जिणमदम्हि जिनमते 3.12 जीवमया जीवमयी 2.30 जिणवरवसहे जिनवरवृषभान् 2.5; 3.1 जीवस्स जीवस्य 1.6, 83, 84; 2.64, जिणवरवसहेहिं जिनवरवृषभैः 1.43 7 7, 78, 85, 101 जिणवरिंदा जिनवरेन्द्राः 3.24 जीवस्सदि जीविष्यति 2.55 जिणवरेहिं जिनवरैः 3.9 जीवा जीवाः 2.2, 26, 43, 44 जिणवसहो जिनवृषभः 1.26 जीवाणं जीवानाम् 1.72, 74; 2.54, जिणसत्थादो जिनशास्त्रात् 1.86 57, 61, 87, 97 जिणा जिनाः 2.6, 107 जीवादो जीवात् 2.90 जिणिंदपूजोवदेसो जिनेन्द्रपूजोपदेशः जीविदमरणे जीवितमरणे 3.41 3.48 जीविदो जीवितः 2.55 जिणिंदा जिनेन्द्राः 1.42; 2.107 जीवे जीवे 3.19 जिणिंदे जिनेन्द्रान् 2.65 जीवेण जीवेन 1.58; 2.32, 77 जिणो जिन: 1.26 जीवेसु जीवेषु 2.65 जिणोवदिटुं जिनोपदिष्टम् 1.34 जीवो जीव: 1.9, 36, 55, 81; जिणोवदेस जिनोपदेशः 2.17 2.20, 35, 53, 55, 56,57. जिदकसाआ जितकषायाः 3.40 83, 84, 90, 93 जिदिदो जितेन्द्रियः 3.4 जुगवं युगपत् 1.47, 48, 49, 51, जियदु जीवतु 3.17 56; 3.42 -जीव- -जीव- (देखो, पोग्गलजी- जुटुं जुष्टम् 3.57 Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 24 जुत्तं युक्तम् 3.6 78, 80, 88, 89, 91, 92; -जुत्ता -युक्ताः (देखो, -उवजुत्ता, 2.6, 7, 15, 17 27, 36, 47, सुहजुत्ता, सुद्धवजुत्ता) 53,55,59, 62, 65, 71, 83, -जुत्ताणं -युक्तानाम् (देखो, सागारण- 91, 98, 99, 102, 103, गारचरियजुत्ताणं) 104; 3.14, 42, 44, 49, 65, जुत्ताहारविहारो युक्ताहारविहार: 3.26 66, 75 - जुत्ते सु -युक्ते षु (देखो, -जोग- -योग- (देखो, उवजोगजोग पवयणाभिजुत्तेसु) सुद्धीहिं) जुत्तो युक्तः 1.70; 3.75 जोग्गं योग्यम् 1.55 -जुत्तो -युक्तः (देखो, - उवजुत्तो, -जोग्गं -योग्यम् (देखो, जहाजोग्गं, -विजुत्तो) सजोग्गं) -जुत्तो -युक्तवान् (देखो, आजुत्तो, जोग्गेहिं योग्यैः 2.76 __उवजुत्तो, पंचगुणजुत्तो) जोण्हं जैनम् 1.51, 88 -जुदा -युता (देखो, सुहोवजुदा) जोण्हाणं जैनानाम् 3.51 -जुदो -युतः (देखो, दुस्सुदिदुच्चि त्तदुट्ठगोट्ठिजुदो, रागदोसजुदो, झाए ध्यायामि 2.67 रागदोसमोहजुदो, सुद्धसंपयोग- -झाण- -ध्यान- (देखो, वदणियमजुदो) ज्झयणझाणदाणरदो) जे ये 1.38, 38, 40; 2.2; 3.71, झाणे ध्याने 2.99 झादा ध्याता 2.99, 104 जेट्ठा ज्येष्ठा 3.32 झादि ध्यायति 2.59, 102, 105, जेण येन 1.8; 2.84; 3.22 106 जेण्हं जैनम् 3.6 झायदि ध्यायति 2.99 जेसिं येषाम् 1.64 जेहिं यैः 2.38 -ठवगा -स्थापकाः (देखो, उवट्ठवगा) जो यः 1.7, 15,33, 35, 48, 77, -ठाण- -स्थान- (देखो, सयणा सणठाणचंकमादीसु) 73 Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 25 ठाणकारणदा स्थानकारणता 2.41 56, 57, 60, 62, 64, 65, ठाणणिसेज्जविहारा स्थाननिषद्याविहाराः 66, 77, 78, 79, 91, 91; 1.44 2.6,8, 8, 11, 11, 13, 14, --ठाणा -स्थानाः (देखो, -संठाणा) 16, 16, 16, 20,21, 24 ,26, -ठावगो -स्थापकः (देखो, उवट्ठावगो) 27, 27, 30, 34 ,43, 52, -ठिदं -स्थितम् (देखो, अवट्ठिदं) 58, 59, 62, 64, 67, ठिदा स्थिता: 2.2 68(7बार), 70, 70, 70, 77, -ठिदि- -स्थिति- (देखो, उप्पादट्ठि- 92, 93, 93, 98, 99, 99, दिभंगा, संभावठिदिणा-- _101; 3.4,4,6,15, 19, 20, ससण्णिदतुहिं, संभवठिदिणा- 20, 22, 29, 29, 30, 36, ससण्णिदा) 37, 37, 39, 44, 44, 47, ठिदिभोयणमेगभत्तं स्थितभोजन- 50, 53, 56, 64, 64, 68, मेकभक्तम् 3.8 68, 72; 3.65, 73 ठिदिसंभवणाससंबद्धो स्थितसंभवना-- -ण -न (देखो, तण्ण) शसंबद्धः 2.7 णटुं नष्टम् 1.61 ठिदिसंभवणाससमवायो - णटुं -नष्टम् (देखो, पणटुं) स्थितिसंभवनाशसमवायः 1.17 णट्ठचारित्तो नष्टचारित्र: 3.65 -ठिदो -स्थितः (देखो, -अवट्ठिदो, णट्ठा नष्टा: 1.38 उवट्ठिदो, सभावसमवट्ठिदो, णत्थि नास्ति 1.10, 20, 22, 64, समवट्ठिदोसहावसमवट्ठिदो) ___67, 71, 77; 2.8, 18, 23, -ठिया -स्थिताः (देखो, णाणट्ठिया) 24, 24, 24, 28; 3.4, 17, 21, 36, 37 ण न 1.24, 25, 27, 29, 29, 31, णभप्पदेसा नभःप्रदेशा: 2.45 31, 31, 32, 32, 32, 35, णभसि नभसि 1.68 39 ,46, 46, 48, 48, 49, णभो नभः 2.44 50, 50, 50, 52, 52, 52, –णमदि -नमति (देखो, परिणमदि) Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - णमंसणेहिं - नमस्करणाभ्याम् (देखो, णाणजादस्स ज्ञानजातस्य 1.22 वंदणणमंसणेहिं) णाणट्ठिया ज्ञानस्थिताः 1.31, 35 णमंसित्ता नमस्कृत्य 3.7 - णाणड्डा - ज्ञानाढ्याः (देखो. णमो नमः 1.4, 82; 3.74 संजमतवणाणड्डा) णमोत्थु नमोऽस्तु 2.107 - णाणड्डो - ज्ञानढ्यः (देखो, समंतसव्वणरं नरम् 2.25 खसोक्खणाणड्ढो) णरणारयतिरियसुरा नरनारकतिर्यक्सुराः णाणदंसणं ज्ञानदर्शनम् 2.63 1.72; 2.26, 61 णाणदंसणचरित्ततववीरियायारं ज्ञानदर्शनणरो नरः 2.20 चारित्र तपवीर्याचारम् 3.2 ..णरो -नरः (देखो, कुणरो) णाणदंसणचरित्ततववीरियायारे ज्ञानणवि नापि 2.91 दर्शनचारित्रतपोवीयांचारान् 1.2 णस्सदि नश्यति 2.27 णाणपच्चक्खा ज्ञानप्रत्यक्षा: 1.38 -णाण- -ज्ञान- (देखो, दंसणणा- णाणपमाणं ज्ञानप्रमाणम् 1.23 णचरित्तेसु, दंसणणाणप्पहाणादो, णाणप्पगं ज्ञानात्मकम् 1.89; 2.67 दंसणणाणुवदेसो, दसणणाण णाणप्पमाणं ज्ञानप्रमाणम् 1.24 समग्गो, विसुद्धदंसणणाण णाणप्पाणं ज्ञानात्मानम् 2.100 पहाणासमं) णाणमयादो ज्ञानमयत्वात् 1.26 णाणं ज्ञानम् 1.19, 21, 23,23, 25, णाणम्मि ज्ञाने 3.14 27 (4 बार) , 30, 31, 31, . 34, 35, 35, 36, 39, 41, " णाणसहावो ज्ञानस्वभावः 1.28 42, 47, 50, 53, 54, 59, णाणस्स ज्ञानस्य 1.39, 51 60, 61, 68; 2.32, 33. 99. णाणा नाना 2.27 3.74 णाणादो ज्ञानात् 1.24, 25 -णाणं -ज्ञानम् (देखो, विण्णाणं) णाणाभूमिगदाणि नानाभूमिगतानि 3.55 णाणकम्मफलभावी ज्ञानकर्मफलभावी णाणावरणादिकम्मेहि ज्ञानावरणा2.33 दिकर्मभि: 2.57 Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णाणावरणादिभावेहिं ज्ञानावरणादिभावैः णिदिदा निन्दिता 3.47, 53 2.95 -णिकाय -निकाय (देखो, णाणिस्स ज्ञानिनः 1.28, 50 जीवणिकाय) - णाणिस्स -ज्ञानिनः (देखो, -णिगूहिय -निगुह्य (देखो, अणिगूहिय) केवलणाणिस्स) णिग्गंथो निर्ग्रन्थः 3.69 णाणी ज्ञानी 1.28, 29; 3.38 -णिचिदो -निचितः (देखो, -णाणी -ज्ञानी (देखो, अण्णाणी) ओगाढगाढ-णिचिदो) णाणे ज्ञाने 1.31, 37; 2.31 -णिच्च- -नित्य- (देखो, णाणेण ज्ञानेन 1.25, 35 तिकालणिच्च-विसम) णादं ज्ञातम् 1.58 णिच्चं नित्यम् 1.50; 2.70; 3.13, -- णादं -ज्ञातम् (देखो, विण्णाद) 14, 18, 49 णादा ज्ञाता 1.42 णिच्चो नित्यः 2.53 णादि जानाति 1.25 णिच्छयदो निश्चयतः 1.89; 2.87 णादुं ज्ञातुम् 1.40, 48; 2.52 णिच्छयेण निश्चयेन 2.97 णामकम्मणिव्वत्ता नामकर्मनिर्वृत्ताः णिच्छित्ती निश्चितिः 3.32 2.26 णिच्छिदसुत्तत्थपदो निश्चितसूत्रार्थपदः णामकम्मस्स नामकर्मणः 2.61 3.68 णामसमक्खं नामसमाख्यम् 2.25 णिच्छिदस्स निश्चितस्य 3.32. - णारय- - नारक - (देखो, -णिच्छिदस्स निश्चितस्य (देखो, __णरणारयतिरियसुरा) अत्थित्तणि-च्छिदस्स) णाविट्ठो नाविष्टः 1.29 णिच्छिदा निश्चिताः 3.71 --णास- -नाश- (देखो, ठिदिसंभव- णिच्छिदो निश्चितः 2.34; 3.4 णास-संबद्धो, ठिदिसंभवणा- -णिच्छिदो -निश्चितः (देखो,. ससमवायो, संभवठिदिणासस- जधत्थपद-णिच्छिदो) ण्णिदतुहिं) णिज्जावगा निर्यापकाः 3.10 -णिंदसमो -निन्दासमः (देखो, णिट्ठिदो निष्ठितः 2.53 पसंसर्णिदसमो) Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णित्थारगा निस्तारकाः 3.58 णित्थारयति निस्तारयन्ति 3.60 - निर्दिष्ट - (देखो, - णिद्दिट्ठ अणिद्दिसंठाणं) णिद्दिटुं निर्दिष्टम् 3.25 णिद्दिट्ठा निर्दिष्टा: 2.2, 69; 3.73 णिद्दिट्ठो निर्दिष्ट: 1.7, 16; 2.16, 97 णिद्धत्तणं स्निग्धत्वम् 2.72 णिद्धत्तणेण स्त्रिग्धत्वेन 2.74 णिद्धा स्निग्धा 2.73 - णिद्धेण णिबद्धो निबद्ध: 3.14 - णिबद्धो चदुगुणणिद्धेण) णिद्धो स्निग्धः 2.71 णिप्पडिकम्मत्तं निःप्रतिकर्मत्वम् 3.24 णिरुभित्ता निरुध्य 2.104 णिरूवलेवो निरुपलेप: 3.18 णिप्फलो निःफल: 2.24 णिबंधाणि निबन्धान् 3.13 णिबद्धं निबद्धम् 3.15 - णिबद्धं - निबद्धम् (देखो, सब्भावणिबद्धं, सदसब्भावणिबद्धं) - निबद्ध: (देखो, पाणणिबद्धो, पोग्गलजीव णिबद्धो) - णिमित्तं - निमित्तम् (देखो, वेज्जावच्चणिमित्तं) 28 णिरवसेसं निरवशेषम् 1.32 णिरवेक्खं निरपेक्षम् 3.51 - स्निग्धेन (देखो, णिरवेक्खो निरपेक्ष: 3.20 - णिरावे क्खो - निरापेक्ष: (देखो, इहलोगणिरावेक्खो) णिम्ममत्तम्मि निर्ममत्वे 2.108 णिम्मोहं निर्मोहम् 1.90 णियदं नियतम् 1.29; 2.9; 3.44 णियदयो नियतय: 1.44 णियदिणा नियत्या 1.43 - णियम- - नियम- (देखो, वदणियमज्झयणझाणदाणरदो) णियमा नियमात् 1.86 णिरदा निरता: 2.2 - णिवदिदं - निपतितम् (देखो, अणक्खणिवदिदं) - णिविट्ठ - निविष्टम् (देखो, अणुणिविट्ठ) णिव्वत्ता निर्वृत्ता: 2.55 - णिव्वत्ता - निर्वृत्ता: (देखो, णामकम्मणिव्वत्ता, सहावणिव्वत्ता) - णिव्वत्तो - निर्वृत्तः (देखो, अत्थित्तणिव्वत्तो) णिव्वाणं निर्वाणम् 1.6; 3.74 णिव्वाणमग्गस्स निर्वाणमार्गाय 2.107 Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 29 णिव्वाणसंपत्ती निर्वाणसंप्राप्तिः 1.5 58, 60, 61, 62, 63, 64, णिव्वाणसुहं निर्वाणसुखम् 1.11 76; 2.11, 13, 16, 22, 32, णिव्वादा निवृत्ताः 1.82 47, 48, 53, 59, 62, 95%; णिव्वादि निर्वाति 3.37 3.3, 7, 7, 27, 28, 29, 38 -णिसेज्ज- -निषद्या- (देखो, ठाणणि- तकं तर्क: 3.24 सेज्जविहारा) तत्कालं तत्कालम् 1.8 णिहणदि निहन्ति 1.88 तत्कालिगा तात्कालिका 1.37 णिहदघणघादिकम्मो निहतघनघातिकर्मा तत्कालियं तात्कालिकम् 1.47 2.105 तक्काले तत्काले 2.22 णिहदमोहगंठी निहतमोहग्रन्थि: 2.103 तग्गया तद्गताः 1.26 णिहदमोहदिट्ठी निहतमोहदृष्टिः 1.92 तच्चं तत्त्वम् 1.81; 2.16; 3.71 णु नु 3.20 - तच्चण्हू - तत्वज्ञः (देखो, णेयं ज्ञेयम् 1.20, 23, 36, 42, 53 सव्वभावतच्चण्ह) णेयंतगदो ज्ञेयान्तगतः 2.105 तच्चदो तत्वतः 2.6, 52 णेयप्पगा ज्ञेयात्मका: 1.28 तण्ण तन्न(तत् + न) 1.55 णेयप्पमाणं ज्ञेयप्रमाणम् 1.23 -तण्हं -तृष्णाम् (देखो, विसयतण्ह) णेयभूदाणं ज्ञेयभूतानाम् 1.15 -तण्हा -तृष्णाः (देखो, उदिण्णतण्हा) णेया ज्ञेयाः 2.38, 42 तण्हाए तृष्णया 3.52 . णेयेसु ज्ञेयेषु 1.29 तण्हाहि तृष्णाभिः 1.75 णेरइयं नैरयिकम् 2.25 तत्तिदयं तत्त्रियम् 2.10 णेरइयो नैरयिक: 1.12 तत्तो ततः 1.91; 2.29 णेव नैव 1.21, 28, 38, 42; 2.93; तत्थ तत्र 1.67 3.33, 44 तदभावो तत्+ अभावः 2.15 तदा तदा 1.9 तं तत् 1.20, 25, 30, 33, 34, 39, तदो तत: 2.47, 49; 3.32, 61 41, 42, 47, 50, 53, 54, तध तथा 2.6, 45, 64; 3.21 . Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 30 तधा तथा 2.54 तस्स तस्य 1.17, 24, 26, 42, 48, तधोवदेसं तथोपदेशम् 1.82 60, 80; 2.15, 65, 70, 107; तप्पडिच्छगा तत्प्रत्येषकाः 3.27 3.11, 21, 36, 42, 74 तप्पडिबद्धा तत्प्रतिबद्धाः 3.58 तस्सम तत्समः 2.47 तब्भवं तद्भवत् 2.14 तह तथा 1.4, 16, 30, 67; 2.54, -तब्भाव- -तद्भाव (देखो, 82, 108 अतब्भाव-विसिट्ठा) तहा तथा 1.53, 68, 68, 76 - तब्भावो -तद्भावः (देखो, अतब्भावो) तहेव तथैव 2.65 तं तम् 2.52 ताए तया 3.54 तम्मय तन्मयम् 1.8 तावदि तावद् 1.70 तम्मयत्तादो तन्मयत्वात् 2.22 तासिं तासाम् 1.37 तम्हा तस्मात् 1.8, 20, 23, 27, 36, ति इति 1.36, 39, 39, 40, 42, 58, 45, 84, 86, 90; 2.9, 10, 59, 60, 62; 2.32, 91, 98 12, 13, 18, 28, 29, 30, तिक्कालणिच्चविसमं त्रैकाल्यनित्य33, 70,108; 3.70 विषमम 1.51 तम्हि तस्मिन् 3.21, 70 तिक्कालिगे त्रैकालिकान् 1.48 - तव- -तप- (देखो, तिगुणिदो त्रिगुणितः 2.74 णाणदंसणचरित्ततव-विरियायारं, तिगुत्तो त्रिगुप्त: 3.40 णाणदंसणचरित्ततवविरियायारे, तित्थं तीर्थम् 1.1 संजमतवणाणड्डा, संजमतवसंजुदो, तित्थयरे तीर्थकरान् 1.2 संजमतवसुत्तसंपजुत्तो) -तिदयं -त्रितयम् (देखो, तत्तिदयं) तवसा तपसा 3.28 तिधा त्रिधा 2.31 तव्विवरीदो तद्विपरीतः 2.81 तिमिरहरा तिमिरहरा 1.67 तवो तपः 3.27 -तिरिएस -तिर्यगेषु (देखो, मणुवतिरितवोधिगो तपोऽधिकः 3.68 तसा त्रसा: 2.90 -तिरिय- -तिर्यक्- (देखो, णरणा Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 31 रयतिरि-यसुरा) तेसु तेषु 1.43, 52, 53, 87 तिरियं तिर्यञ्चम् 2.25 2.86;3.9, 45, 60 . तिरियो तिर्यक् 1.12, 70 तेहिं तैः 2.1, 83 तिहा त्रिधा 1.36; 2.62 तेहिंदो तेभ्यः 2.90 तिहिं त्रिभिः 3.38 तो अत: 3.71 तिहुवणत्थे त्रिभुवनस्थान् 1.48 . त्ति इति 1.7, 8, 14, 16, 27, 45, तीसु त्रिषु 3.42 57, 77, 83, 87, 92; 2.2, तु तु 1.23, 58, 59; 2.29, 52 12, 15, 16, 17, 18, 18, ते तान् 1.3, 3, 21, 26, 31, 37, 23, 23, 24, 27, 28, 30, 38, 52, 56, 56, 57, 62, 30, 34, 42, 43, 49, 69, 71, 75, 82, 84; 2.2, 26, 84, 89, 96; 3.10, 16, 18, 27, 38, 45, 54,55, 70 77, 24, 24, 42, 58, 61, 64, 78, 78, 90; 3.27, 31, 35, 66, 69, 71, 73 . 35, 58, 58, 67, 71, 73. -तेउ- -तेज- (देखो, पुढविजल- -थाणं -स्थानम् (देखो, घरत्थाणं) तेउवाऊ) थावरा स्थावराः 2.90 तेजइओ तैजस: 2.79 -थु -स्तु (देखो, णमोत्थु) तेजो तेज: 1.68 -तेजो -तेजः (देखो, अधिकतेजो) -दंतवणं -दन्तधावनम् (देखो, तेण तेन 1.52, 55, 82. 83.2.45 अदंतवणं) 82, 84; 3.12, 22, -दंसण- -दर्शन- (देखो, तेसिं तयोः 2.64 णाणदंसण..... वीरियायारं, तेसिं तेषाम् 1.5, 40, 44, 45, 64, णाणदंसण..... वीरियायारे, विसुद्धदसणणाणपहाणासमं) 82, 87; 2.68, 107; 3.10, दंसणं दर्शनम् 3.74 -दंसणं -दर्शनम् (देखो, णाणदंसणं) 48 Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 32 दंसणणाणचरित्तेसु दर्शनज्ञानचरित्रेषु 1.10 3.42 दव्वजादस्स द्रव्यजातस्य 2.46, 94 दंसणणाणप्पहाणादो दर्शनज्ञानप्रधानात् दव्वजादाणि द्रव्यजातानि 1.49 1.6 दव्वजादीणं द्रव्यजातीनाम् 1.37 दंसणणाणसमग्गो दर्शनज्ञानसमग्रः दव्वट्ठिएण द्रव्याथिकेन 2.22 3.40 दव्वत्तं द्रव्यत्वम् 2.18, 20 दंसणणाणुवदेसो दर्शनज्ञानोपदेशः दव्वत्तगुणत्तपज्जयत्तेहिं द्रव्यत्वगुण3.48 त्वपर्ययत्वैः 1.80 दंसणभूदं दर्शनभूतम् 2.100 दव्वत्तेण द्रव्यत्वेन 1.89 दंसणमुहम्मि दर्शनमुखे 3.14 दव्वत्थपज्जयत्थेहिं द्रव्यार्थपर्यायादत्तं दत्तम् 3.57 र्थाभ्याम् 2.19 दविणा द्रविणानि 2.101 दव्वमओ द्रव्यमय: 2.1 -दविणे सु -द्रविणेषु (देखो, -दव्वमयाणं -द्रव्यमयानाम् (देखो, देहदविणेसु) पोग्गलदव्वमयाणं) -दवियम्हि -द्रव्ये (देखो, -दव्वम्मि- -द्रव्ये (देखो, परदव्वम्मि) अण्णदवियम्हि) दव्वसहावं द्रव्यस्वभावम् 2.62 दव्व द्रव्यम् 1.87; 2.17 दव्वसहावो द्रव्यस्वभाव: 2.17 -दव्व- -द्रव्य- (देखो, दव्वस्स द्रव्यस्य 2.4, 7, 11, 28 पुग्गलदव्वप्पगा) -दव्वस्स -द्रव्यस्य (देखो, आगासदव्वं द्रव्यम् 1.8, 36, 36, 48, 49; दव्वस्स, धम्मदव्वस्स, धम्मेदर 2.6, 7, 9, 9, 10 ,11, 12, दव्वस्स) 12, 13, 13, 16, 18, 18, -दव्वाणं द्रव्याणाम् 2.39, 49 19, 22, 23, 35, 38; 3.43 -दव्वाणं - द्रव्याणाम् (देखो, -दव्वं -द्रव्यम् (देखो, परदव्वं, परमाणुदव्वाणं) पोग्गलदव्वं, सद्दव्वं) दव्वाणि द्रव्याणि 1.87; 2.1, 82 दव्वगुणपज्जयत्थो द्रव्यगुणपर्ययस्थः दव्वादिएसु द्रव्यादिकेषु 1.83 Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 33 दव्वेसु द्रव्येषु 1.78, 90 -दुक्खा -दुःखे (देखो, सुहदुक्खा) -दव्वेहिं -द्रव्यैः (देखो, पोग्गलदव्वेहि) -दुक्खो -दुःखः (देखो, -दाण - दान (देखो, वदणियमज्झयण- समसुहदुक्खो ) झाणदाणरदो) दुगुणो द्विगुणः 2.74 दाणम्मि दाने 1.69 दुगे द्वौ 2.49 -दायगो -दायकः (देखो, पव्वज्ज- -दुग्गंठिं -दुर्ग्रन्थिम् (देखो, मोहदुग्गंठिं) दायगो) - दुच्चित्त- -दुश्चित्त- (देखो, दिट्ठा दृष्टवा 3.52, 61, 65 दुस्सुदिदुच्चित्तदुट्ठगोट्ठिजुदो) । दिट्ठी दृष्टि: 1.61, 67; 3.36 -दुट्ठ- -दुष्ट- (देखो, दुस्सुदिदुच्चित्त-दिट्ठी -दृष्टिः (देखो, णिहदमोहदिट्ठी) दुट्ठगोट्ठिजुदो) दिवा दिवा 3.29 दुट्ठो दुष्टः 1.43 दिव्वं दिव्यम् 1.39 दुद्धं दुग्धम् 1.30 दीवेण दीपेन 1.67 दुद्धज्झ(ज्झु)सियं दुग्धाध्युषितम् 1.30 दु तु 1.18, 20, 66; 2.23, 28, दुपदेसादित्तं द्विप्रदेशादित्वम् 2.71 30, 36, 41, 46, 92, 98; दुपदेसादी द्विप्रदेशादयः 2.75 3.42 दुराधिगा द्वयधिकाः 2.73 -दुक्ख- -दुःख (देखो, सव्वदुक्ख- दुस्सदि द्वेष्टि 3.43 मोक्खं) दुस्सुदिदुच्चित्तदुट्ठगोट्ठिजुदो दुःश्रुतिदुक्खं दुःखम् 1.20, 63, 64, 66, दुश्चित्त-दुष्टगोष्ठीयुतः 2.66 72, 76, 78; 2.32 -दुस्सेदि -द्वेष्टि (देखो, पदुस्सेदि) दुक्खक्खयकारणं दुःखक्षयकारणम् दुहिदा दुःखिताः 1.75 2.89 देदुं दातुम् 2.48 दुक्खपरिमोक्खं दुःखपरिमोक्षम् 3.1, देवदंताणं देवतान्तानाम् 1.74 देवदजदिगुरुपूजासु देवतायतिगुरुपूजासु दुक्खसंतत्ता दुःखसंतप्ताः 1.75 दुक्खसहस्सेहिं दुःखसहस्त्रैः 1.12 देवदा देवता 1.68 - 70 Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ देवा देवाः 3.34 देवासुरमणुयरायविहवेहिं देवासुरमनुजराजविभवै: 1.6 - देवेसु - देवेषु (देखो, कुदेवेसु) देवो देवः 1.68, 70; 2.21,21 देसं देशम् 2.47; 3.31 देहंतरसंकर्म देहान्तरसंक्रमम् 2.78 देहगदं देहगतम् 1.20 देहदविणेसु देहद्रविणेषु 2.98 देहपधाणेसु देहप्रधानेषु 2.58 देहवेदणट्टा देहवेदनार्ता: 1.71 देहसंभवं देहसंभवम् 1.72 देहस्स देहस्य 2.70 देहा देहा: 2.78, 101 देहादिसु देहादिकेषु 3.39 देहादीणं देहादीनाम् 1.73 देहिस्स देहिनः 1.66 देहे देहे 3.24, 28 देहो देहः 1.65, 66, 78; 2.68, 69, 70, 79, 79 - देहो - देह: (देखो, केवलदेहो ) -दोस- -द्वेष- (देखो, रागदोसजुदो, रागदोसमोहजुदो दोसं द्वेषन् 1. 78, 83; 3.44 - दोसे - द्वेषान् (देखो, मोहरागदोसे) - दोसे -द्वेषौ (देखो, रागदोसे) 34 दोसेण द्वेषेण 1.84 - दोसेहिं - द्वैषै: (देखो, मोहरागदोसेहिं) -हुदा द्रुता (देखो, अहिहुदा ) ध धम्मं धर्मम् 2.5 धम्मद्दव्वस्स धर्मद्रव्यस्य 2.41 धम्मपरिणदो धर्मपति: 1.8 धम्मस्स धर्मस्य 1.1 -- धम्मा - धर्मों (देखो, अधम्मा) धम्माधम्मत्थिकायकालड्डो धर्माधर्मास्ति कायकालाढ्यः 2.36 धम्माधम्मा धर्माधर्मौ 2.43 धम्माधम्मेहि धर्माधर्माभ्याम् 2.44 धम्मिगेसु धार्मिकेषु 3.59 धम्मुवदेसो धर्मोपदेश: 1.44 धम्मेण धर्मेण 1.11 धम्मेदरदव्वस्स धर्मेतरद्रव्यस्य 2.41 - धम्मेहि धर्माभ्याम् (देखो, -अधम्मेहि) धम्मो धर्मः 1.7, 7, 8, 91, 92; 2.24; 3.50 (देखो, धरा - - धरा: कुलिसाउहचक्कधरा) धरेदि धारयति 2.58 - धरो -धरः (देखो, जधजादरूवधरो, सव्वागमधरो) Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 35 -धुदो -धृतः (देखो, अभिधुदो) पच्छण्णं प्रच्छन्नम् 1.54 धुव ध्रुवः 2.101 पजहदि प्रजहाति 2.20 धुवं ध्रुवम् 1.24; 2.13; 3.19 - पजुत्तो -प्रयुक्तः (देखो, -संपजुत्तो) - धुवत्तेहिं - ध्रुवत्वैः (देखो पज्जएसु पर्यायेषु 2.9 उप्पादव्वयधुवत्तेहिं) . पज्जएहिं पर्ययैः 2.4 धुवमचलमणालंबं ध्रुवमचल- - पज्जएहिं - पर्यायैः (देखो, ___मनालम्बम् 2.100 गुणपज्जएहि) - धूलीहिं - धूलिभिः (देखो, पज्जओ पर्यायः 2.11, 15 ___ कम्मधूलीहिं) -पज्जदि -पद्यते (देखो, उप्पज्जदि, धोदघाइकम्ममलं धौतघातिकर्ममलम् संपज्जदि) 1.1 पज्जयं पर्ययम् 1.41 धोव्वेण ध्रौव्येण 2.8 -पज्जयं -पर्यायम् (देखो, अणंतपज्जयं, सपज्जयं) - पउत्तो -प्रयुक्तः (देखो, छेदपउत्तो) पज्जयट्ठिएण पर्यायार्थिकेन 2.22 पंचगुणजुत्तो पञ्चगुणयुक्तः 2.74 -पज्जयत्तेहिं -पर्ययत्वैः (देखो, दव्वत्तपंचसमिदो पञ्चसमितः 3.40 गुणत्तपज्जयत्तेहिं) पंचेंदियसंवुडो पञ्चेन्द्रियसंवृत्त: 3.40 पज्जयत्थेहिं पर्यायार्थाभ्याम् (देखो, पक्खीणघादिकम्मो प्रक्षीणघातिकर्मा दव्वत्थपज्जयत्थेहिं) 1.19 पज्जयत्थो -पर्ययस्थः (देखो, पगदं प्रकृतम् 3.61 दव्वगुणपज्जयत्थो) पच्चक्खं प्रत्यक्षम् 1.39, 54, 58; पज्जयमूढा पर्यायमूढाः 2.1. 2.105 पज्जया पर्यायाः 1.37 पच्चक्खा प्रत्यक्षाः 1.21 -- पज्जयाणं -पर्यायाणाम् (देखो, - पच्चक्खा - प्रत्यक्षाः (देखो, गुणपज्जयाणं) णाणपच्चक्खा) पज्जयेसु पर्यायेषु 2.2 पच्चक्खादीहिं प्रत्यक्षादिभिः 1.86 पज्जाएण पर्यायेण 1.18 Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 36 पज्जाओ पर्यायः 2.11, 60 बद्धो) पज्जायं पर्यायः 1.39 पडिवज्जदु प्रतिपद्यताम् 3.1, 52 पज्जाया पर्यायाः 1.38, 38, 87; 2.1, पडिवण्णो प्रतिपन्न: 2.98 9, 61 -पडिवत्ती - प्रतिपत्तिः (देखो, - पज्जाया - पर्यायाः (देखो, अब्भुट्ठाणा-णुगमणपडिवत्ती) गुणपज्जाया, सव्वदव्वपज्जाया) पडुच्च प्रतीत्य 1.50; 2.44 पज्जायेण पर्यायेण 2.23 पणटुं प्रणष्टम् 2.11 -पडिकम्मं -प्रतिकर्मम् (देखो, पणदो प्रणत: 3.3 . अप्पडिकम्म) पणमं प्रणामम् 3.62 -पडिकम्मत्तं -प्रतिकर्मत्वम् (देखो, पणमामि प्रणमामि 1.1 णिप्पडि-कम्मत्त) पणमिय प्रणम्य 3.1 - पडिकुटुं - प्रतिक्रुष्टम् (देखो, पणिवदणीया प्रणिपतनीया 3.63 . अप्पडिकुटुं) पण्णत्तं प्रज्ञप्तम् 1.8, 40; 2.5 पडिच्छ प्रतीच्छ 3.3 पण्णत्ता प्रज्ञप्ताः 3.9 -पडिच्छगा -प्रत्येषकाः (देखो, पण्णत्तो प्रज्ञप्तः 1.52 __ तप्पडिच्छगा) पत्तेगं प्रत्येकम् 1.3, 3 पडिच्छगो प्रत्येषकः 3.66 - पत्थणिज्जं -प्रार्थनीयम् (देखो, पडिच्छंति प्रतीच्छन्ति 1.62 अपत्थणिज्ज) -पडिपुण्ण- -परिपूर्ण- (देखो, अप्पडि- -पद -पद (देखो, जधत्थपदणिच्छिदो) पुण्णोदरं) - पदत्था -पदार्थाः (देखो, विदिदपपडिपुणं परिपूर्णम् 3.42 पडिपुण्णसामण्णो परिपूर्ण श्रामण्यः -पदि -पतिम् (देखो, सव्वलोगपदि) पदुस्सेदि प्रद्वेष्टि 2.83 -पडिबद्धा -प्रतिबद्धाः (देखो, तप्पडि- -पदेस- -प्रदेश- (देखो, आगासपदेसबद्धा) सण्णया, दुपदेसादित्तं) -पडिबद्धो -प्रतिबद्धः (देखो, अप्पडि- पदेसं प्रदेशम् 2.46, 71 दत्था ) 3.14 Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पदेसं -प्रदेशम् (देखो, अपदेसं, -पधाणेसु -प्रधानेषु (देखो, देहपधाणेसु) सपदेस) __-पधाणो -प्रधानः (देखो, सरागप्पधाणो) - पदे सत्तं - प्रदेशत्वम् (देखो, पप्पा प्राप्य 1.65, 83; 2.77, 78, 83 पविभत्तपदेसत्तं) पप्पोदि प्राप्नोति 3.75 पदेसमेत्तं प्रदेशमात्रम् 2.52 पब्भट्ठचारित्ता प्रभृष्टचारित्राः 3.67 पदेसमेत्तस्स प्रदेशमात्रस्य 2.46 - पभेदेहिं - प्रभेदैः (देखो, पदेसा प्रदेशाः 2.43,45, 49, 52 संठाणादिप्पभेदेहिं) -पदेसा -प्रदेशाः (देखो, णभप्पदेसा) पमत्तो प्रमत्तः 3.9 - पदे सादी - प्रदेशादयः (देखो, -पमाणं -प्रमाणम् (देखो, णाणप्पमाणं, दुपदेसादी) ___णेयप्पमाणं, परमाणुपमाणं) पदेसुब्भवो प्रदेशोद्भवः 2.45 - पमुहं - प्रमुखः (देखो, पदेसेसु प्रदेशेषु 2.86 पोग्गलदव्वप्पमुह) -पदेसेहिं -प्रदेशैः (देखो, सपदेसेहिं, -पमुहा -प्रमुखाः (देखो, पुढविप्पमुहा) मोहपदेसेहिं) -पयत्ता -प्रयता (देखो, अपयत्ता) -पदेसो -प्रदेशः (देखो, अपदेसो, - पयत्थ - पदार्थ (देखो, अप्पदेसो, सपदेसो) सुविदिदपयत्थसुत्तो) - पदो -पदः (देखो, पयदम्हि प्रयतायाम् 3.11 णिच्छिदसुत्तत्थपदो) पयदस्स प्रयतस्य 3.17 पदोसदो प्रद्वेषत: 3.65 पयदो प्रयतः 3.14 पदोसे -प्रद्वेषौ (देखो, रागपदोसे) -पयोग -प्रयोगः (देखो, -संपयोग) -पदोसो -प्रद्वेषौ (देखो, मोहपदोसो) परं परम् 1.15, 32, 36, 53, 89, 90; -पद्धंसी -प्रध्वंसी (देखो, उप्पण्णपद्धंसी) 2.102, 106; 3.33, 54, 71 पद्धंसो प्रध्वंस: 2.50 परदव्वं परद्रव्यम् 1.57 -पधाण- - प्रधान-- (देखो, परदव्वम्मि परद्रव्ये 3.21 अब्भुट्ठाणप्पधाणकिरियाहिं) परदो परतः 1.58 -पधाणे -प्रधानान् (देखो, आदपधाणे) परमं परमम् 1.62 Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 38 1.74 -परमत्थेसु -परमार्थेषु (देखो, अविदिद- परिणमदो परिणममानस्य 1.21 परमत्थेसु) परिणममाणा परिणममानाः 2.26 परमप्पाणं परमात्मानम् 2.91 परिणममाणो परिणममानः 1.65 परमाणुदव्वाणं परमाणुद्रव्याणाम् 2.69 परिणमिदा परिणमिताः 2.77 परमाणुपमाणं परमाणुप्रमाणम् 3.39 परिणामं परिणामम् 1.10; 2.29 परमाणू परमाणुः 2.45, 71 परिणामप्पा परिणामात्मा 2.33 परमेणं परमेण 3.7 परिणामसंबद्धं परिणामसंबद्धम् 1.36 परमो परमः 2.24 परिणामसब्भावो परिणामस्वभावः 1.9 परम्म परस्मिन् 3.26 परिणामसमुब्भवाणि परिणामसमुद्भवानि परसमओ परसमय: 2.6 परसमया परसमयाः 2.1 - परिणामस्स -परिणामस्य (देखो, परसमयिग परसमयिकाः 2.2 सगपरिणामस्स) परावेक्खं परापेक्षम् 3.6 -- परिणामा - परिणामाः (देखो, -परिक म्मा -परिकर्मा (देखो, अणुपरिणामा) ममत्तरहिद-परिकम्मा) परिणामादो परिणामात् 2.37,72, 88 - परिच्चत्त- - परित्यक्त- (देखो, -परिणामेहिं -परिणामैः (देखो, अपरिच्चत्त-सहावेण) सगपरिणामेहिं) परिणइं परिणतिम् 2.77 परिणामो परिणामः 1.7, 10; 2.7, परिणदप्पा परिणतात्मा 1.11 17, 29, 30, 33, 88, 89 परिणदस्स परिणतस्य 1.84 --- परिणामो - परिणामः (देखो, - परिणदो - परिणतः (देखो, सुहपरिणामो) धम्मपरिणदो) -परिमोक्खं -परिमोक्षम् (देखो, दुक्खपरिणमं परिणामः 1.60 परिमोक्खं) परिणमदि परिणमति 1.8, 9, 19, 32, -परियंतस्स --पर्यन्तस्य (देखो, पुदवी___35, 42, 52; 2.12, 31, 34, परियंतस्स) 95 परिवज्जामि परिवर्जयामि 2.108 -पारमाक्खा Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 39 -परिवज्जिदो -परिवजितः (देखो, पव्वज्जदायगो प्रव्रज्यादायकः 3.10 ___संभवपरिवज्जिदो) पसंगो प्रसङ्ग: 1.85 परिहरमाणो परिहरमाणः 3.13 पसंतप्पा प्रशान्तात्मा 3.72 - परिहीणा - परिहीनाः (देखो, पसंसणिंदसमो प्रशंसानिन्दासमः 3.41 आदिपरिहीणा) पसत्थं प्रशस्तम् 3.60 परूविदा प्ररूपिता: 3.58 पसत्थभूदा प्रशस्तभूता 3.54 परूविदो प्ररूपितः 2.96 पसत्थभूदो प्रशस्तभूतः 3.55 परूवेंति प्ररूपयन्ति 1.39 पसाधयदि प्रसाधयति 3.21 परे परे 2.99; 3.4 - पसिद्धाणं -प्रसिद्धानाम् (देखो, परेत्ति परेति 3.54 (परा + इति) उवओग-प्पसिद्धाणं) परेसिं परेषाम् 2.99; 3.4 पस्सदि पश्यति 1.29 परो पर: 2.20, 47 - पहाण- -प्रधान- (देखो, विसुद्ध-परो -परः (देखो, उग्गमपरो) दंसणणा-णप्पहाणासमं) परोक्खं परोक्षम् 1.22, 58 - पहाणादो -प्रधानात् (देखो, दंसणणापरोक्खभूदं परोक्षभूतम् 1.40 णप्पहाणादो) पलइयं प्रलयितः 1.39 -पहीणाणं -प्रहीणानाम् (देखो, मुत्तिप्पपलयं प्रलयम् 1.41 हीणाणं) पवयणसारं प्रवचनसारम् 3.75 - पाओग्गा -प्रायोग्याः (देखो, पवयणाभिजुत्तेसु प्रवचनाभियुक्तेषु कम्मत्तणपाओग्गा) 3.46 -पाओग्गेहिं -प्रायोग्यैः (देखो, पविट्ठो प्रविष्टः 1.29 ___अप्पाओग्गेहिं) पविभत्तपदेसत्तं प्रविभक्तप्रदेशत्वम् पाडुब्भवदि प्रादुर्भवति 2.11 2.14 - पाण- -पान- (देखो, आणप्पापविसंति प्रविशन्ति 2.86 णप्पाणो) पविसदि प्रवशति 2.95 पाणचदुक्केण प्राणचतुष्केन 2.53 पव्वइदो प्रव्रजितः 3.69 पाणणिबद्धो प्राणनिबद्धः 2.56 Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाणा प्राणाः 2.54, 55, 59 पाणाबाधं प्राणाबाधम् 2.57 पाणे पाणे 2.58 पाणेहिं प्राणैः 2.55 - पाणो -प्राण: (देखो, आउपाणी, इंदियपाणो) 40 - पाणो -प्राणाः (देखो, आणप्पाणप्पाणो, बलपाणो) पादुब्भावं प्रादुर्भावम् 2.19 - पारं -पारम् (देखो, अपारं) पावं पापम् 2.64, 89; 3.58 पावदि प्राप्नोति 1.11, 88 -पावाणं - पापयोः (देखो, पुण्णपावाणं) पावारंभं पापारम्भम् 1.79 - पावो - पापः (देखो, उवरदपावो) पि अपि 1.30, 71; 2. 11; 3.3, 7, 25, 27 पिंडं पिण्डम् 2.70 पिंडो पिण्डः 2.69 पुग्गलकायेहि पुगलकायै: 2.76 पुग्गलदव्वप्पगा पुद्गलद्रव्यात्मका: 2.79 पुग्गलमज्झे पुगलमध्ये 2.93 पुग्गला पुद्गला: 1.56; 2.86 पुग्गलाणं पुद्गलानाम् 2.85 पुढविजलतेउवाऊ पृथ्वीजलतेजवायवः 2.75 पुढविप्पमुहा पृथिवीप्रमुखाः 2.90 पुढवीपरियंतस्स पृथिवीपर्यन्तस्य 2.40 पुण पुन: 1. 2, 20, 61, 75; 2.12, 18, 28, 30, 31, 31, 35, 44; 3.34, 41 - पुणब्भव - पुनर्भव (देखो, अपुणब्भवकामिणो, अपुणब्भवकारणं) - पुणभावं पुनर्भावम् (देखो, अपुणब्भावं ) पुणो पुन: 1.17, 36, 45, 78; 2.1, 13, 20, 22, 23, 41, 43, 58, 58, 69, 83, 84; 3.1, 1, 11, 15, 30, 39, 54 - पुण्ण -पूर्ण- (देखो, पडिपुण्णसामण्णो) पुण्णं पुण्यम् 2.64, 89 - पुण्णं - पूर्णम् (देखो, पडिपुण्णं) पुण्णपावाणं पुण्यपापयोः 1.77 पुण्णफला पुण्यफला: 1.45 पुण्णाणि पुण्यानि 1.74 पुधत्तं पृथक्त्वम् 2.14 पुरिसा पुरुषा : 3.58 पुरिसेसु पुरुषेषु 3.57 पुरिसो पुरुष: 3.59 पुव्वं पूर्वम् 2.55 - पुव्वा - पूर्वा (देखो, आगमपुव्वा ) Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 84 -पुव्वाहिं -पूर्वाभिः (देखो, उग्गह- पोग्गलदव्वमयाणं पुद्गलद्रव्यमयानाम् पुव्वाहि) 2.92 -पुब्विया -पूर्विका (देखो, आलोयण- पोग्गलदव्वेहिं पुद्गलद्रव्यैः 2.55 पुब्विया) पोग्गलमइओ पुद्गलमयः 2.70 -पुव्वेहिं -पूर्वैः (देखो, ईहापुव्वेहि) पोग्गलस्स पुद्गलस्य 2.40 पुव्वो पूर्व: 2.47 पोग्गला पुद्गलाः 2.44, 70 -पूजा - पूजा (देखो, जिणिदपूजोवदेसो) पोग्गलाणि पगलानि 2.93 -पूजासु -पूजासु (देखो. देवदज- पोग्गलो पुद्गलः 2.40 दिगुरुपूजासु) पासणं पोषणम् 3.48, 62 पेच्छदि पश्यति 1.32; 2.65, 82, -फल- -फल- (देखो, अच्चंतफलपेच्छदो प्रेक्षमाणस्य 1.54 समिद्धं) पेच्छित्ता दृष्ट्वा 3.35 फलं फलम् 2.32, 33, 34 पोग्गलं पौद्गलम् 2.81 . - फलं - फलम् (देखो, कम्मफलं) पोग्गलकाया पुद्गलकायाः 2.43, 78 फलदि फलति 3.55 पोग्गलजीवणिबद्धो पुद्गलजीवनिबद्धः - फलभावी - फलभावी (देखो, 2.36 णाणकम्म-फलभावी) पोग्गलजीवप्पगस्स पुद्गलजीवात्मकस्य फलम्मि फले 2.31 2.37 - फला - फल! (देखो, अफला, पोग्गलदव्वं पुद्गलद्रव्यम् 2.69 पुण्णफला) पोग्गलदव्वप्पगा पुद्गलद्रव्यात्मकाः –फले -फले (देखो, अफले) 2.39, 69 -फासा -स्पर्शा: (देखो, वण्णरसपोग्गलदव्वप्पगेहिं पुद्गलद्रव्यात्मकैः गंधफासा) 1.34 फासेहिं स्पर्शः 1.65; 2.81, 85 पोग्गलदव्वप्पमुहं पुद्गलद्रव्यप्रमुखः फासो स्पर्श: 1.56 . 2.35 Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बंधं बन्धम् 1.43; 2.74 बंधकारणं बन्धकारणम् 1.76 -बंधगो -बन्धकः (देखो, अबंधगो) बंधदि बध्नाति 2.87 बंधसमासो बन्धसमास: 2.87, 97 -बंधाणि - बन्धान् (देखो, णिबंधाणि) -बंधु -बन्धु (देखो, समसत्तुबंधुवग्गो) बंधुवग्गं बन्धुवर्गम् 3.2 बंधो बन्धः 1.84; 2.57, 82, 85, 88, 96; 3.17, 19, 19 बज्झदि बध्यते 2.56; 81, 81, 84, 3.43 -- बज्झदि - बध्यते (देखो, अणुबज्झदि) बज्झति बध्यन्ते 2.73, 86 - बद्धं - बद्धम् (देखो, णिबद्धं, सदसब्भावणिबद्ध) बद्धो बद्धः 2.56 - बद्धो - बद्ध: (देखो, - णिबद्धो, संबद्धो) 42 - बाल- - बाल- (देखो, गिलाणगुरुबाल-वुड्ढसमणाणं) बालो बाल: 3.30 बहुगा बहवः 2.49 बादरा बादरा: 2.75 बादरेहि बादरैः 2.76 - बाधं - बाधम् (देखो, पाणाबाधं ) बाधासहियं बाधासहितम् 1.76 बीजाणि बीजानि 3.55 बुज्झदि बुध्यते 3.75 बुज्झदो बुध्यमानस्य 1.86 बलपाणो बलप्राण: 2.54 बहित्थमज्झत्थं बहिस्थमध्यस्थम् 3.73 भणिदो भणित: 1.14, 60; 2.42, 45, 63, 97; 3.40, 64 भणियं भणितम् 1.41, 47, 59; 2.89; 3.74 भणिया भणिता: 1.26; 34, 43, 87; 2.12 भ -भंग- - भङ्ग- (देखो, खणभंगसमुब्भवे) भंगविहीणो भङ्गविहीन 1.17; 2. 8 भंगा - भङ्गा (देखो, उप्पादट्ठिदिभंगा) भंगो भङ्गः 2.8, 8 भगवं भगवान् 1.32 भजंति भजन्ति 1.72 भणदि भणति 3.36 भति भणन्ति 1.33 भणिदं भणितम् 1.58; 2.32, 48, 72; 3.25, 62 भणिदा भणिताः 2.31, 90; 3.54 भणिदाणि भणितानि 2.1 Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 43 भत्तं भक्तः 3.29 णिबद्धं, सभावमादा, सभावसम- भत्तं -- भक्तम् (देखो, ठिदिभोयण- वट्ठिदो, सव्वभावतच्चण्हू) मेगभत्तं) भावं भावम् 3.56 भत्ति भक्ति: 3.46 - भावं भावम् (देखो, अणण्णभावं, भत्ते भक्ते 3.15 ___कम्मभावं, सब्भावं, सभावं) भत्तो भक्तः 3.60 भावस्स भावस्स 2.92 भमदि भ्रमति 1.12 -- भावाणं - भावानाम् (देखो, भमंति भ्रन्ति 3.71 सव्वभावाणं) भवं भवन् 2.20 - भावी .-भावी (देखो, णाणाकम्म..- भवं . भवम् (देखो, तब्भवं) . फलभावी) -- भवंति - भवन्ति (देखो, अणुभवंति) भावेण भावेन 2.84 भवदि-- भवति-- 3.36 - भावेण --भावेन (देखो, सभावेण) -भवदि - भवति (देखो, अणुभवदि, - भावेहिं -भावैः (देखो, णाणावरणापाडुब्भवदि, संभवदि) दिभावेहिं) भवसयसहस्सकोडीहिं भवशतसहस्त्र- भावो भावः 1.83; 2.18 कोटिभिः 3.38 --भावो -भावः (देखो, अतब्भावो, भविस्सदि भविष्यति 2.20 अभावो, करुणाभावो, -तब्भावो, भवीय भूत्वा 1.12, 38; 2.20, 59; -सब्भावो, समभावो) - भासाए -भासया (देखो, सभासाए) भवे भवेत् 3.46 भिक्खं भैक्षम् 3.27 भवो भवः 1.17; 2.8, 27 भिक्खुस्स भिक्षोः 3.20 भव्वा भव्याः 1.62 भिक्खू भिक्षुः 3.33 - भव्वा - भव्याः (देखो, अभव्वा) । भिक्खेण भैक्षा 3.29 भागी भागी 3.59 भूदं भूतम् 2.52 - भाव --भाव (देखो, - तब्भाव-, - भूदं - भूतम् (देखो, दंसणभूदं, सदसब्भावणिबद्धं, सब्भाव- परोक्खभूदं) 3.13 Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 44 -भूदा -भूतः (देखो, पसत्थभूदा, -मग्गं -मार्गम् (देखो, उम्मग्गं) सदसब्भूदा) -मग्गस्स -मार्गस्य (देखो, णिव्वाण- भूदाणं - भूतानाम् (देखो, णेयभूदाणं) मग्गस्स, सुमग्गस्स) - भूदाणि - भूतानि (देखो, सव्वभूदाणि) -मग्गादो -मार्गात् (देखो, जिणमग्गादो भूदो भूतः 1.15, 16, 70; 2.106 -मग्गे -मार्गे (देखो, जिणमग्गे) - भूदो - भूतः (देखो, पसत्थभूदो, मज्झं मम 3.4 संभूदो, सब्भूदो) -मज्झत्थं -मध्यस्थम् (देखो, बहित्थ- भूमि- -भूमि- (देखो, णाणभूमि- मज्झत्थ) गदाणि) मज्झत्थो मध्यस्थः 2.67 भेदादो भेदात् 2.37 -मज्झे -मध्ये (देखो, पुग्गलमज्झे) -भेदेहिं - भेदैः (देखो, -पभेदेहिं) । -मणुय -मनुज (देखो, देवासुरमणुयभोगेहिं भोगैः 1.73 रायविहवेहिं) -भोयणं - भोजनम् (देखो, ठिदिभोयण मणुयासुरामरिंदा मनुजासुरामरेन्द्रा: 1.63 मेगभत्तं) मणुवतिरिएसु मनुजतिर्यगेषु 1.85 मणुवेसु मनुजेषु 3.57 मणुवो मनुजः 2.21 -मइओ -मयः (देखो, पोग्गलमइओ) -मणुस- -मनुष्यः (देखो, सुरासुरमणु-मओ -मयः (देखो, उवओगमओ, सिंदवंदिदं) उवजोगमओ) मणो मनः 2.68, 69, 104 मं माम् 3.3 मण्णदि मन्यते 1.77 -मंता -मन्ता (देखो, अणुमंता) -मण्णदि -मन्यते (देखो, अणुमण्णदि) -मंसं -मांसः (देखो, मधुमंसं) मण्णे मन्ये 2.100 - मंसुगं श्मश्रुकम् (देखो, उप्पाडिद- मदं मतम् 1.27 केसमंसुगं) मदम्हि मृते 3.19 - मग्ग- -मार्ग- (देखो, उम्मग्गपरो) -मदम्हि मते (देखो, जिणमदम्हि) मग्गं मार्गम् 2.107 मदा मता 1.45; 2.30; 3.16 Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -मदा -मता (देखो, अभिमदा) मदो मत: 3.18, 42, 64 मधुमंसं मधुमांसः 3.29 मिच्छुवजुत्ता मिथ्योपयुक्ता: 3.67 - मित्त- - मित्र - (देखो, सत्तुमित्तजणा) मुंचदि मुञ्चति 1.32; 2.93 मुच्चदि मुच्यते 2.87 ममत्तं ममत्वम् 2.58 - ममत्तम्मि - ममत्वे (देखो, णिम्मम - मुच्चदे - मुच्यते (देखो, विमुच्चदे) तम्मि) ममत्तरहिदपरिकम्मा ममत्वरहितपरिकर्मा मुच्छादिजणणरहिदं मूर्च्छादिजननरहितम् मुच्छा मूर्च्छा 3.21, 39 3.28 3.23 45 ममत्तिं ममताम् 2.98, 108 ममेदं ममेदम् (मम् + इदम् ) 2.91, 98 मया मया 2.70 -मरणं - मरणम् (देखो, आमरणं) - मरणे - मरणे (देखो, जीविदमरणे) महत्थं) महप्पा महात्मा 1.92 माणुसे मानुषे 1.3 माणुसो मानुष: 1. 70; 2.21 मायाचारो मायाचारः 1.44 माहप्पं माहत्म्यम् 1.51 मरदु म्रियताम् 3.17 - मलं - मलम् (देखो, धोदघाइ- -मुत्ता मूर्ता: (देखो, अमुत्ता) कम्ममलं) मुत्तामुत्ता मूर्तामूर्ता : 2.38 -मलिमसो - मलीमस: (देखो, कम्मम मुत्तिगदो मूर्तिगत: 1.55 लिमसो) मुत्तिणा मूर्तेन 1.55 -महत्थं -महार्थम् (देखो, अदिदिय- मुत्तिप्पहीणाणं मूर्तिप्रहीणानाम् 2.42 मुच्छारंभविमुक्कं मूर्च्छारम्भविमुक्तम् 3.6 मुज्झदि मुहयति 2.83; 3.43,44 मुणेदव्वा मन्तव्या: 2.2, 39 मुणेदव्वो मन्तव्य: 1.8; 2.33 मुत्तं मूर्तम् 1.41, 53, 55 -मुत्तं मूर्तम् (देखो, अमुत्तं) मुत्ता मूर्ता : 2.39 मुत्तेसु मूर्तेषु 1.54 मुत्तो मूर्त : 2.81 - मुत्तो - मूर्त: (देखो, अमुत्तो) मुहदि मुह्यति 2.62 - मुहम्म - मुखे (देखो. दंसणमुहम्मि) - मूढा - मूढा: (देखो. पज्जयमूढा ) Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 45 मूढो मूढः 1.83 मोहस्स मोहस्य 1.85 मूलगुणा मूलगुणाः 3.9 मोहादिएहिं मोहादिकैः 2.56 मूलगुणेसु मूलगुणेषु 3.14 मोहादी मोहादीन् 1.79 मूलच्छेदो मूलच्छेदः 3.30 मोहादीहिं मोहादीभिः 1.45 मे मे 2.99; 3.4 मोहादो मोहात् 2.91 -मेत्तं -मात्रम् (देखो, पदेसमेत्तं) मोहेण मोहेन 1.84 --मेत्तस्स -मात्रस्य (देखो, पदेसमेत्तस्स) मोहो मोहः 1.80,83 -मेत्तेण -मात्रेण (देखो, उस्सासमेत्तेण, -मोहो -मोहः (देखो, ववगदमोहो) हिंसामेत्तेण) मोहोवचयो मोहोपचयः 1.86 मेत्तों मात्र: 2.71 य - मोक्खं -मोक्षम् (देखो, य च 1.2, 3, 17, 18, 26, 26, 34, दुक्खपरिमोक्खं, सव्वदुक्ख- 44,56,56, 68,74,75,82, मोक्खं) 85, 85; 2.8, 11, 12, 15, -मोह- -मोह- (देखो, आवरणंतराय- 22, 23, 23,40,43,49,54, मोहरओ, खविदमोहकलुसो, 54, 54, 69,71, 76,79,79, 'णिहदमोहगंठी, णिहदमोहदिट्ठी, 82, 90, 90, 107; 3.14, 20, रागदोसमोहजुदो) 25, 45, 48,57, 74,74 -मोहं -मोहम् (देखो, णिम्मोह) -यद- -यत- (देखो, अयदाचारस्स, मोहक्खयं मोहक्षयम् 1.89 . अयदाचारो) मोहक्खोहविहीणो मोहक्षोभविहीनः 1.7 -यादि -याति (देखो, उवयादि) मोहदुग्गंठिं मोहदुर्ग्रन्थिम् 2.102 मोहपदेसेहिं मोहप्रद्वेषाभ्याम् 2.57 -रओ -रजः (देखो, आवरणंतरायमोहपदोसो मोहप्रद्वेषौ 2.88 मोहरओ) मोहरागदोसे मोहरागद्वेषान् 1.88 रंजदि रज्यते 2.59 मोहरागदोसेहिं मोहरागद्वेषैः 2.96 -रजेहिं -रजोभिः (देखो, कम्मरजेहिं) मोहसंछण्णो मोहसंछन्न: 1.77 रज्जदि रज्यति 2.84; 3.43,44 Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 47 रज्जेदि रज्यति 2.83 रहिदो रहितः 2.82 रत्तो रक्तः 1.69; 2.43, 87 -रहिदो -रहितः (देखो, उवओगरहिदो) - रत्तो -रक्तः (देखो, विसयविरतो) रहियं रहितम् 1.59 -रद- -रत- (देखो, उवरदपावो) -रहिया -रहिताः (देखो, विरहिया) -रदा -रताः (देखो, अभिरदा) __-राग- -राग- (देखो, मोहरागदोसे, रदी रतिः 1.64 मोहराग-दोसेहिं, सरागप्पधाणो) रदो रतः 3.21 रागं रागम् 1.78, 83;2.85 --रदो -रतः (देखो, वदणियमज्झयण- रागदोसजुदो रागद्वेषयुतः 2.95 झाणदाणरदो) रागदोसमोहजुदो रागद्वेषमोहयुतः 2.88 रमंति रमन्ति 1.63,71 रागदोसे रागद्वेषौ 1.81 रम्मेसु रम्येषु 1.63,71 रागपदोसे रागप्रद्वेषौ 2.103 -रयं - रजः (देखो, कम्मरयं) रागरहिदप्पा रागरहितात्मा 2.87 रयणं रत्नम् 1.30 -रागाणं -रागाणाम् (देखो, सरागाणं) -रस -रस (देखो, वण्र सगंधफासा) । रागेण रागेण 1.84 -रसं -रसम् (देखो, अरसं) रागो रागः 2.88;3.55 रसावेक्खं रसापेक्ष 3.29 -रागो -रागः (देखो, विगदरागो) रसो रस: 1.56 - राय- -राज- (देखो, -रहिद -रहित (देखो, रागरहिदप्पा, देवासुरमणुयराय-विहवेहि) ___ममत्त रहिदपरिकम्मा) रायचरियम्हि रागचर्यायाम् 3.47 रहिदं रहितम् 3.5 रूढं रूढम् 3.52 - रहिदं -रहितम् (देखो, -रूव -रूप (देखो, कुलरूववयोविसिटुं, कायविराधणरहिदं, मुच्छादिज- जधजादरूवजादं, जधजादरूणणरहिदं) वधरो) रहिदकसाओ रहितकषायः 3.26 रूवं रूपम् 1.29; 2.82 -रहिदा -रहिताः (देखो, असुभोवयोग- -रूवं . - रूपम् (देखो, अरूवं, रहिदा) जहजादरूवं) Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ल रूवाणि रूपाणि 1.28 लुक्खेण रूक्षेण 2.74 रूवादिएहिं रूपादिकैः 2.82 लुक्खो रूक्षः 2.71 रूवादिगुणो रूपादिगुणः 2.81 -लेवी -लेपी (देखो, अप्पलेवी) रोगेण रोगेण 3.52 लेवो लेपः 3.51 -रोधो-रोधः (देखो, वदसमिदिदियरोधो) -लेवो -लेपः (देखो, णिरूवलेवो) लोगं लोकम् 3.60 -लक्खणाणं -लक्षणानाम् (देखो, लोग- -लोक- (देखो, इहलोगणिविविह-लक्खणाणं) रावेक्खो ) लक्खमणं लक्षमणम् 2.5 -लोगपदि -लोकपतिम् (देखो, लद्धं लब्धम् 1.61,76 सव्वलोगपदि) -लद्धं -लब्धः (देखो, जहालद्धं) लोगस्स लोकस्य 2.37 लद्धसहावा लब्धस्वभावाः 2.26 लोगालोगेसु लोकालोकयोः 2.44 ... लद्धसहावो लब्धस्वभावः 1.16 -लद्धो -लब्धवान (देखो. उवलदो) लोगिगजणसंभासा लौकिकजनसंभाषा लयं लयम् 1.80 3.53 लभदि लभते 1.70,79,81; 2.19. लोगिगजणसंसग्गं लौकिकजनसंसर्गम् 21, 29, 34, 103; 3.39,54, 3.68 56; 56, 60 लोगिगो लौकिक: 3.69 लहुणा लघुना 3.75 लोगे लोके 1.68 -लिंग- -लिङ्ग- (देखो, अलिंगग्गहणं) -लोगेसु -लोकयोः (देखो, लिंग लिङ्गम् 2.6; 3.5,7, 25 लोगालोगेसु) लिंगग्गहणे लिङ्गग्रहणे 3.10 लोगो लोकः 2.36, 44, 53,76 लिंगाणि लिङ्गानि 1.85 लोचावस्सयमचेलमण्हाणं लिंगेहि लिङ्गैः 2.38 लोचावश्यकमचेलमस्नानम् 3.8 लुक्खत्तं रूक्षत्वम् 2.72 -लोठ्ठ -लोष्ट (देखो, समलोढुकंचणो) लुक्खा रूक्षा: 2.73 लोयप्पदीवयरा लोकप्रदीपकराः 1.33 Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 49 . लोयम्हि लोके 3.26 3.31,69 लोयालोएसु लोकालोकेषु 1.61 वट्टदु वर्तताम् 3.22,61 लोयालोयं लोकालोकम् 1.23 वटुंति वर्तन्ते 1.28,37; 3.67 वटुंते वर्तमानान् 1.3 व इव 1.28 वड्ढमाणं वर्धमानम् 1.1 व वा 1.11, 27, 46, 70, 72, 83, वण्णरसगंधफासा वर्णरसगन्धस्पर्शाः 84, 84, 84; 2.18, 21, 32, 2.40 37, 49, 73, 88; 3.13, 17, -वण्णस्स -वर्णस्य (देखो, चादुव्व- 17, 18, 19,31,57,58 वंदणणमंसणेहिं वन्दननमस्करणाभ्याम् वण्णो वर्णः 1.56 . ___3.47 -वत्तं -व्यक्तम् (देखो, अव्वत्तं) वंदामि वन्दे 1.3 -वत्तव्वं -वक्तव्यम् (देखो, अवत्तव्यं) -वंदिदं -वन्दितम् (देखो, सुरासुरम- वत्थु वस्तुम् 3.61 णुसिंद-वंदिदं) वत्थुविसेसेण वस्तुविशेषेण 3.55 -वग्गं -वर्गम् (देखो, बंधुवग्गं) -वत्थुसु -वस्तुषु (देखो, छदुमत्थ-वग्गाणं -वर्गेभ्यः (देखो, अज्झावय- विहिदवत्थुसु) वग्गाणं) वदणियमज्झयणझाणदाणरदो -वग्गो -वर्गः (देखो, समसत्तुबंधुवग्गो) व्रतनियमाध्ययनध्यानदानरतः 3.56 वच्छलदा वत्सलता 3.46 -वददि -वदति (देखो, अववददि) - वज्जामि -वर्जयामि (देखो, वदसमिदिदियरोधो व्रतसमितीन्द्रियरोधः परिवज्जामि) 3.8 - वज्जिदो - वर्जितः (देखो, - वदिवददो व्यतिपततः 2.46,47 परिवज्जिदो) वधकरो वधकर: 3.18 वट्टण वर्तमानः 2.93 -वय- -व्यय- (देखो, वट्टणा वर्तना 2.42 उप्पादव्वयधुवत्तसंजुत्तं, वट्टदि वर्तते 1.27,30; 2.36,46; उप्पादव्वयधुवत्तेहिं) Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 50 -वयणं -वचनम् (देखो, गुरुवयणं) वाणी वाणी 2.68, 69 वयणेहिं वचनैः 1.34 वावारो व्यापार: 1.64 वयदि व्येति 2.11 -वासे -वासे (देखो, अधिवासे) - वयो - वयः (देखो, कुलरूवव- वि अपि 1.22, 26, 46, 52, 68, योविसिटुं) 82; 2.8, 23,50, 63,78, 90, ववगदमोहो व्यपगतमोहः 1.81 93; 3.18, 23, 24, 28, 35, ववहारिणं व्यवहारिणम् 3.12 -37,39,45,49, 49,51,64, ववहारो व्यवहार: 2.97 66 -वसदु - वसतु (देखो, अधिवसदु) विकधम्हि विकथायाम् 3.15 -वसहे -वृषभान् (देखो, जिणवरवसहे) विगद विगत 1.15 -वसहेहिं -वृषभैः (देखो, जिणवर- विगदघादीणं विगतघातिनाम् 1.62 वसहेहिं) विगदरागो विगतराग: 1.14 -वसहो -वृषभः (देखो, जिणवसहो) विचित्तविसमं विचित्रविषमम् 1.47 -वसेण -वशेन (देखो, विषयवसेण) विच्छिण्णं विच्छिन्नम् 1.76 वा वा 1.9, 20, 24, 24, 25, 27, -विजई -विजयी (देखो, इंदियादिविजई) 31,39,43,48,55, 62, 66, विजाणदि विजानाति 1.21, 33, 48, 66, 69, 70, 70, 78,79,83; 49 2.8, 13, 18, 20, 21, 21, विजाणंति विजानन्ति 1.40 23, 25, 31, 32, 63, 64, 70, -विजुत्तो -वियुक्तः (देखो, 71, 71, 73,73,73,74, अजधाचारविजुत्तो, सव्वाबाध75,83, 101, 101, 101; विजुत्तो) 3.15 (5बार) 16, 21,30 विज्जदि विद्यते 1.17,18,46; 2.50; (4बार), 37, 39, 43, 43,43, 3.22,39,46 52, 52, 52,53,54, 60, 70 विज्जंते विद्यन्ते 2.9,40 -वाऊ -वायवः (देखो, पुढविजल- विणओ विनयः 3.25 तेउवाऊ) विणयं विनयम् 3.66 Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विणा विना 1.10, 25, 27; 2.8, 18 -वियप्पं -विकल्पम् (देखो, सवियप्पं) विणासो विनाशः 1.17, 18 -वियप्पो -विकल्पः (देखो, विणेह विनेह 1.10. अट्ठवियप्पो) विण्णाणं विज्ञानम् 1.58 वियाण विजानीहि 1.64 विण्णादं विज्ञातम् 2.38 वियाणादि विजानाति 3.33 -वित्थडं -विस्तृतम् (देखो, अत्थ- वियाणित्ता विज्ञाय 3.22 - वित्थड) -विरत्तो -विरक्तः (देखो, विसयविरत्तो) वित्थडा विस्तृता 1.61 विरहिया विरहिता 1.45 वित्थारो विस्तार: 2.15 विरागचरियम्हि विरागचरिते 1.92 -विदिद -विदित (देखो, -विराधण -विराधन (देखो, . सुविदिदपयत्थसुत्तो, अविदिद- कायविराधणरहिदं) परमत्थेसु) विलओ विलयः 2.27 विदिदत्थो विदितार्थः 1.78 -विलया -विलयौ (देखो, संभवविदिदपदत्था विदितपदार्थाः 3.73 विलया) विद्धिं वृद्धिम् 1.73 विवरीदं विपरीतम् 3.55 -विधं -विधम् (देखो, अणेगविध) -विवरीदो -विपरीतः (देखो, तव्वि-विधा -विधाः (देखो, अणेगविधा) वरीदो) विधाणेण विधानेन 1.82 विवासे विवासे 3.13 -विभत्त- -विभक्त- (देखो, पविभत्त- विविधे विविधान् 2.83 पदेसत्तं) विविहं विविधम् 1.70 विमलं विमलम् 1.59 विविहलक्खणाणं विविधलक्षणानाम् -विमुक्कं -विमुक्तम् (देखो, मुच्छारंभ- 2.5 विमुक्कं) विविहाणि विविधानि 1.74;3.44 विमुच्चदे विमुच्यते 2.94 विविहेहिं विविधैः 3.43 विमूढो विमूढः 1.43 विविहो विविधः 1.84 विमोचिदो विमोचित: 3.2 विसएसु विषयेषु 1.63,71,85 Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 52 -विसग्गेसु -विसर्गेषु (देखो, विसिट्ठा) गहणविसग्गेसु) विसुद्धदंसणणाणपहाणासमं विसमं विषमम् 1.76 __विशुद्धदर्शनज्ञानप्रधानाश्रमम् 1.5 -विसमं -विषमम् (देखो, तिक्कालणि- विसुद्धप्पा विशुद्धात्मा 2.102 च्चविसमं, विचित्तविसम) विसुद्धसब्भावे विशुद्धसद्भावान् 1.2 विसमा विषमाः 2.73 -विसुद्धस्स -विशुद्धस्य विसयकसाओगाढो विषयकषायावगाढः (देखो, अविसुद्धस्स) 2.66 -विसुद्धी -विशुद्धिः (देखो, आसयविसयकसाया विषयकषायाः 3.58 विसुद्धी) विसयकसायाधिगेसु विषयकषाया- -विसुद्धो -विशुद्धः (देखो, धिकेषु 3.57 उवओगविसुद्धो) विसयतण्हं विषयतृष्णाम् 1.74 विसेसिदव्वो विशेषितव्यः 3.61 विसयत्थं विषयार्थम् 1.64 विसेसदो विशेषतः 1.37 विसयवसेण विषयवशेन 1.66 विसेसिदो विशेषितः 1.92 विसयविरत्तो विषयविरक्तः 2.104 -विसेसे -विशेषान् (देखो, सविसेसे) विसयसोक्खाणि विषयसौख्यानि 1.75 -विसेसेण -विशेषेण (देखो, वत्थुविविसया विषयाः 1.67 सेसेण) . विसयातीदं विषयातीतम् 1.13 विसेसो विशेष: 1.77 विसयादो विषयत्वात् 1.26 विहं विधम् 2.19 विसये विषये 1.65;2.83,84 विहरदु विहरतु 3.13 विसयेषु विषयेषु 1.64;2.58;3.73 -विहवेहिं -विभवैः (देखो, देवासुरम-विसारदा -विशारदाः (देखो, सुत्तत्थ- णुयराय-विहवेहिं) विसारदा) -विहारा -विहाराः (देखो, ठाणणि-विसिटुं -विशिष्टम् (देखो, कुलरूव- सेज्जविहारा) वयोविसिटुं, सदविसिटुं) - विहारे विहारे 3.15,31 -विसिट्ठा -विशिष्टाः(देखो, अतब्भाव- -विहारो -विहारः (देखो, Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 53 जुत्ताहारविहारो) -संकमं -संक्रमम् (देखो, देहतरसंकम) विहिओ विहितः 3.20 संखवइदव्वा संक्षपयितव्याः 1.84 -विहिद- -विहित- (देखो, छदुमत्थ- -संखा -संख्याः (देखो, असंखा) . विहिद-वत्थुसु) संखातीदा संख्यातीताः 2.49 -विहीणो -विहीनः (देखो, भंगविहीणो, संखेवादो संक्षेपात् 2.42 मोहक्खोहविहीणो, संभवविहीणो) संग संग: 3.24 वीरस्स वीरस्य 2.14 -संघस्स -संघस्य (देखो, -वीरिओ -वीर्यः (देखो, अणंतवर- समणसंघस्स) वीरिओ) संघादादो संघातात् 2.37 -वीरिय- -वीर्य- (देखो, णाणदंसण- संचयं संचयम् 2.64 चरित्ततववीरियायारं, -संछण्णो -संछन्नः (देखो, मोहसंछण्णो) णाणदंसणचरित्ततववीरियायारे) -संजद- -संयत- (देखो, -वुच्छिण्णं -व्युच्छिन्नम् (देखो, असंजदजणेहिं) अव्वुच्छिण्णं) संजदो संयतः 3.40,68 -वुड्ढ- -वृद्ध- (देखो, गिलाण- -संजदो -संयतः (देखो, असंजदो) गुरुबालवुड्डसमणाणं) संजमतवणाणड्डा संयमतपोज्ञानाढ्याः वुड्डो वृद्धः 3.30 3.63 वेउव्विओ वैक्रियिक: 2.79 संजमतवसंजुदो संयमतपसंयुतः 1.14; . वेज्जावच्चणिमित्तं वैयावृत्यनिमित्तम् 3.69 3.53 संजमतवसुत्तसंपजुत्तो संयमतपःवेज्जावच्चत्थं वैयावृत्त्यर्थम् 3.50 . सूत्रसंप्रयुक्तः -वेदणा- -वेदना- (देखो, देहवेदणट्टा) 3.64 व्व इव 1.44 संजमो संयमः 3.36 -संजमो -संयमः (देखो, असंजमो) स सः 2.94;3.59 संजायंते संजायन्ते 2.78 सं सन् 2.94 संजाया संजाताः 1.38 Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 54 -संजुत्तं - संयुक्तम् (देखो, उप्पादव्वयधुवत्तसंजुत्तं, कम्मसंजुत्तं) -संजुदो - संयुतः (देखो, संजमत - संबद्धो संबद्ध: 2.53 वसंजुदो ) - संठाणं - संस्थानम् (देखो, अणिद्दिट्ठसंठाणं) - संठाणा - संस्थाना: (देखो, ससंठाणा) संठाणादिप्पभेदेहिं संस्थानादिप्रभेदैः 2.60 परिणामसंबद्ध) -संबद्धा - संबद्धान् (देखो, सत्तासंबद्धा) - संबद्धो - संबद्ध: (देखो, ठिदिसंभवणा- ससंबद्धो) - संभव- - संभव - (देखो, ठिदिसंभवणास संबद्धो ठिदिसंभवणाससमवायो) - संभवं संभवम् 1.51 - संभवं -संभवम् (देखो, देहसंभवं ) संभवठिदिणाससण्णिदट्ठेहिं संभवस्थितिनाशसंज्ञितार्थैः 2.10 संठाणादिहिं संस्थानादिभिः 2.61 - संतत्ता --संतप्ताः (देखो, दुक्खसंतत्ता) संत संतत 3.16 संति सन्ति 1.31, 74, 2.9, 49, 51, संभवठिदिणाससण्णिदा संभवस्थितिनाशसंज्ञिताः 2.51 संभवदि संभवति 1.91 संभवपरिवज्जिदो संभवपरिवर्जित: 1.17 संभवविलया संभवविलयौ 2.27 संभवविहीणो संभवविहीन : 2.8 52, 99, 101 - संदेहो - संदेह: (देखो, असंदेहो) - संपजुत्तो -संप्रयुक्त: (देखो, संजमतवसुत्तसंपजुत्तो) संपज्जदि संपद्यते 1.6 - संपत्ती - संप्राप्तिः (देखो, णिव्वाण- संभासा - संभाषा (देखो, लोगिगजण संभासा संभूदो संभूतः 2.60 संवुडो - संवृतः (देखो, पंचेंदियसंवुडो) -संसग्गं संसर्गम् (देखो, लोगिगजण संपत्ती) संपयामि - संपद्ये (देखो, उपसंपयामि) - संपयोग - संप्रयोग (देखो, सुद्ध संपयोगजुदो) संपुण्णसामण्णो संपूर्ण श्रामण्यः 3.72 संबंधो संबन्ध: 2.83 -संबद्धं - संबद्धम् (देखो, अहिसंबद्धं, संसारं संसारम् 1.77 संसग्ग) संसरमाणस्स संसरत : 2.28 Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -संसारी -संसारी (देखो, अणंतसंसारी) सत्तासंबद्धा सत्तासंबद्धान् 1.91 संसारे संसारे 2.28 सत्तिं शक्तिम् 3.28 संसारो संसार: 1.46;2.28 -सत्तीए -शक्त्या (देखो, सकम्माणि स्वकर्माणि 2.26 आदसत्तीए) सकं शक्यम् 1.48 -सत्तु- --शत्रु- (देखो, -सक्कं --शक्यम् (देखो, असकं) समसत्तुबंधुवग्गो) सक्कदि शक्नोति 2.48 सत्तुमित्तजणा शत्रुमित्रजनाः 2.101 सक्कारं सत्कारम् 3.62 सत्थं शास्त्रम् 1.86 सगं स्वकम् 1.54 -सत्थादो -शास्त्रात् (देखो, सगपरिणामस्स स्वकपरिणामस्य 2.94 जिणसत्थादो) सगपरिणामेहिं स्वकपरिणामैः 2.75 सत्थेसु शास्त्रेषु 3.58 सगसमया स्वकसमयाः 2.2 सदवट्ठिदं सदवस्थितम् 2.7,17 सगस्स स्वकस्य 2.92 (सत् + अवस्थितम्) सग्गसुहं स्वर्गसुखम् 1.11 सदविसिटुं सदविशिष्टम् 2.12 सग्गे स्वर्गे 1.66 (सत् + अवशिष्टम्) सच्च सत्+च 2.15,15 सदविसिट्ठो सदविशिष्टः 2.17 सजोग्गं स्वयोग्याम् 3.30 (सत् + अवशिष्टः) -सण्णया -संज्ञया (देखो, अट्ठसण्णया, सदसब्भावणिबद्धं सदसद्भावनिबद्धम् ___ आगासपदेससण्णया) 2.19 -सण्णिद - संज्ञित (देखो, संभव- (सत् + असत् + भाव + निबद्धम्) ठिदिणास-सण्णिदतुहि) सदसब्भूदा सदसद्भूताः 1.37 सण्णिदा-संज्ञिताः (देखो, (सत् + असत् + भूताः) संभवठिदिणास-सण्णिदा) सदा सदा 1.12, 22; 2.19 -सत -सत् (देखो, असत) सदिति सदिति 2.5,6 सत्ता सत्ता 2.13,18 (सत्+इति) । - सत्ता -सक्ताः (देखो, अवसत्ता) -सदं -शब्दम् (देखो, असई) Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 56 सद्दव्वं सद्रव्यम् 2.13,15 सभावेण स्वभावेन 2.108 सद्दहणं श्रद्धानम् 3.37 सभासाए स्वभासा 1.30 सद्दहदि श्रद्धाति 1.91 समओ समयः 2.46, 47, 50 सद्दहदि श्रद्धत्ते 3.64 -समओ -समयः (देखो, परसमओ) सद्दहंति श्रद्दधति 1.62 -सम -सम (देखो, तस्सम) सद्दहमाणो श्रद्धानः 3.37 समं श्रमम् 3.31,70 सद्दो शब्दः 1.56; 2.40 - समक्खं -समारव्यम् (देखो, -सद्दो -शब्दः (देखो, असद्दो) णामसमक्खं) सपज्जयं सपर्ययम् 1.48 समक्खादं समाख्यातम् 1.36; 2.62 सपदेसं सप्रदेशम् 1.41 समक्खादा समाख्यातवन्तः 2.6 सपदेसेहिं स्वप्रदेशैः 2.43; 53 समगं समकम् 1.3,3 सपदेसो सप्रदेशः 2.86,96 समग्गो समग्रः 2.53 सपरं सपरम् 1.76 - समग्गो -समग्रः (देखो, सब्भावं स्वभावम् 1.64,64 दंसणणाणसमग्गो) सब्भावणिबद्धं सद्भावनिबद्धम् 2.62 समणं श्रमणम् 3.3,12,52,65,70 -सब्भावे -सद्भावान् (देखो, समणम्हि श्रमणे 3.15 विसुद्धसब्भावे) समणसंघस्स श्रमणसंघस्य 3.49 सब्भावो सद्भावः 2.4 समणस्स श्रमणस्य 3.11,16 - सब्भावो -स्वभावः (देखो, समणा श्रमणाः 2.107. कालाणुसब्भावो, परिणामसब्भावो) 3.10,19,27,27, 35,45,63 -सब्भूदा -सद्भूताः (देखो, असब्भूदा) समणाणं श्रमणानाम् 3.9,54 सब्भूदो सद्भूतः 1.18 __-समणाणं -श्रमणानाम् (देखो, सभावं स्वभावम् 2.25,92 . गिलाणगुरुबालवुड्डसमणाणं) सभावमादा -स्वभावमात्मा 2.92 समणे श्रेमणान् 1.2;3.1 सभावसमवट्ठिदो स्वभावसमवस्थितः समणेसु श्रमणेषु 3.47 समणेहि श्रमणैः 3.3 2.50 Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समणेहिं श्रमणैः 3.63 समणो श्रमण: 1.14, 91, 92; 2.34, 105, 3.7, 9, 12, 13, 14, 18, 22, 23, 26, 28, 31, 32, 33, 36, 40, 41, 43, 44, 50, 64, 66, 70 - समवायो - समवाय: (देखो, ठिदिसंभवणाससमवायो) समवेदं समवेतम् 2.10 समसत्तुबंधुवग्गो समशत्रुबन्धुवर्ग : 3.41 समसुहदुक्खो समसुखदुःखः 1.14; 2.103; 3.41 समस्सिदे समाश्रितान् 1.65 : समा समाः 2.73 समन्तसर्वाक्षसौख्यज्ञानाढ्यः 2.106 समारद्धं समारब्धम् 2.32 समदो समतः 2.73 समधिदव्वं समध्येतव्यम् 1.86 समभावो समभाव: 3.59 समभिहदो श्रमाभिहतः 3.30 समारद्धे समारब्धायाम् 3.11 समावणओ श्रमापनय: 3.47 समासेज्ज समासाद्य 1.5 समय समय 2.49 -समासो -समास: (देखो, बंधसमासो) समिदकसाओ शमितकषायः 3.68 समिदस्स समितस्य 3.17 समयम्हि समये 3.45 - समयम्हि समये (देखो, एकसमयम्हि ) समिदिद - समितित (देखो, 57 - समवट्ठिदो - समवस्थितः (देखो, सहावसमवट्ठिदो) समत्तं समस्तम् 1.59 समंत समन्तत: 1.22 समंतदो समन्तत: 1.32,47 समंतसव्वक्खसोक्खणाणड्डो समयस्स समयस्य 2.50,51 -समया - समयाः (देखो, परसमया, सगसमया) - समयिग - समयिकाः (देखो, परसमयिग) समये समये 2.10, 51, 89, 96; 3.71 समलोट्ठकंचणो समलोष्टकाञ्चन: 3.41 समवदि समवस्थितः 2.104 गुणसमिदिद, वदसमिदिदियरोधो) -समिदो - समित: (देखो, पंचसमिदो) - समिद्धं - समृद्धम् (देखो, अच्वंतफलसमिद्धं) - समिद्धस्स - समृद्धस्य (देखो, सव्वक्ख गुणसमिद्धस्स) समुट्ठिदा समुत्थिताः 2.107 . Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 58 ॥ण) समुट्ठिदो समुत्थितः 1.79; 3.42 सव्वं सर्वम् 1.32, 47, 61; 2.9, 22; -समुत्थं -समुत्थम् (देखो, आदसमुत्थं) 3.19 -समुब्भवाणि -समुद्भवानि (देखो, सव्वकालं सर्वकालम् 2.4,51 परिणाम समुब्भवाणि) सव्वकाले सर्वकाले 2.36; 3.16 -समुब्भवे -समुद्भवे (देखो, खणभंग- सव्वकालेसु सर्वकालेषु 2.93 समुब्मवे) - सव्वक्ख - सर्वाक्ष- (देखो, समेण श्रमेण 3.52 समंतसव्वक्खसोक्खणाणड्डो) समो शमः 1.7, 7; 3.41 सव्वक्खगुणसमिद्धस्स सर्वाक्षगुण-समो -समः (देखो, पसंसणिंदसमो) समृद्धस्य 1.22 सम्मं साम्यम् 1.5, 81; 3.73 सव्वगदं सर्वगतम् 1.50 -सय -शत (देखो, भवसयसहस्स- सव्वगदो सर्वगतः 1.26 कोडीहिं) सव्वगयं सर्वगतम् 1.23,31,31; 2.5 सयं स्वयम् 1.15, 22, 35, 46, 55, सव्वण्हू सर्वज्ञः 1.16 59, 65, 66, 67, 68; 2.12, सव्वत्थ सर्वत्र 1.51 13, 16, 18, 30, 71 सव्वदव्वपज्जाया सर्वद्रव्यपर्यायाः सयंभु स्वयम्भूः 1.16 __1.21 -सयणं -शयनम् (देखो, खिदिसयणं) सव्वदुक्खमोक्खं सर्वदुःखमोक्षम् 1.88 सयणासणठाणचंकमादीसु सव्वदो सर्वतः 2.76; 3.34 शयनासनस्थानचङ्क्रमणादिषु 3.16 सव्वभावतच्चण्हू सर्वभावतत्वज्ञः सयलं सकलम् 1.51,54 2.105 सरागप्पधाणो सरागप्रधानः 3.49 सव्वभावाणं सर्वभावानाम् 2.92 सरागाणं सरागाणाम् 3.48 सव्वभूदाणि सर्वभूतानि 3.34 सवदं सव्रताम् 3.7 सव्वलोगपदिं सर्वलोकपतिम् 1.16 सवियप्पं सविकल्पम् 2.62 सव्वस्स सर्वस्य 1.18 सविसेसे सविशेषान् 1.91 सव्वागमधरो सर्वागमधर: 3.39 -सव्व- - सर्व- (देखो, ससव्वसिद्धे) सव्वाणि सर्वाणि 1.49 Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १० सव्वाबाधविजुत्तो सर्वाबाधवियुक्तः सहावे स्वभावे 2.7, 17, 19, 104 2.106 सहावेण स्वभावेन 1.33, 46, 65; सव्वे सर्वे 1.3, 26, 35, 37, 82; 2.25 2.79; 3.35 - सहावेण -स्वभावेन (देखो, सव्वेसिं सर्वेषाम् 1.4, 46; 2.48 अपरिच्चत्तसहावेण) सव्वेसु सर्वेषु 3.59 सहावो स्वभावः 1.57;2.4,7 ससंठाणा ससंस्थानाः 2.75 -सहावो -स्वभावः (देखो,णाणसहावो, ससव्वसिद्धे ससर्वसिद्धान् 1.2 दव्वसहावो, लद्धसहावो) सस्सकालम्हि सस्यकाले 3.55 -सहियं -सहितम् (देखो, बाधासहियं) सह सह 2.4 सा सा 1.45; 2.30; 3.16,46 सहजेहिं सहजैः 1.63 सागारणगारचरियजुत्ताणं -सहंता -सहमानाः (देखो, असहंता) सागारानागारचर्यायुक्तानाम् 3.51 - सहस्स -सहस्त्र (देखो, सागारणगारचरियया सागारानागारचर्यया भवसयसहस्सकोडीहिं) 3.75 - सहस्से हिं -सहस्त्रैः (देखो, सागारो सागारो 2.102 दुक्खसहस्सेहिं) साणुकंपो सानुकम्पः 2.65 सहावणिव्वत्ता स्वभावनिर्वृत्ता 2.24 सादप्पगं सातात्मकम् 3.56 सहावं स्वभावम् 2.91 -साधयदि -साधयति (देखो, -सहावं -स्वभावम् (देखो, दव्वसहावं) पसाधयदि) - सहावम्मि -स्वभावे (देखो, सामण्णं श्रामण्यम् 2.98; 3.1, __ आदसहावम्मि) 42,74 सहावसमवट्ठिदो स्वभावसमवस्थितः सामण्णे श्रामण्ये 1.91; 2.103; . 2.28 3.13, 46, 67 सहावसिद्धं स्वभावसिद्धम् 1.71; 2.6 -सामण्णो - श्रामण्यः (देखो, -सहावा -स्वभावाः (देखो, पडिपुण्णसामण्णो, संपुण्णलद्धसहावा) सामण्णो) Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 60 -सारं -सारम् (देखो, पवयणसारं) -सुत्तत्थ- -सूत्रार्थ- (देखो, णिच्छिदसावयाणं श्रावकाणाम् 3.50 सुत्तत्थपदो) सासणं शासनम् 2.14; 3.75 सुत्तत्थविसारदा सूत्रार्थविशारदाः 3.63 सासणत्थं शासनस्थम् 3.65 -सुत्तो . -सूत्रः (देखो, सासवा सास्त्रवाः 3.45 सुविदिदपयत्थसुत्तो) साहू साधुः 3.34, 52 सुत्तस्स सूत्रस्य 1.34 साहूणं साधुभ्यः 1.4 -सुदि- -श्रुति- (देखो, दुस्सुदिदुच्चित्तसिज्झदि सिद्ध्यति 3.37 दुट्ठगोट्ठिजुदो) सिद्धं सिद्धम् 1.71;2.6 सुदेण श्रुतेन 1.33 -सिद्धं -सिद्धम् (देखो, सहावसिद्धं) सुद्ध- शुद्ध- 1.13; 3.73 सिद्धा सिद्धाः 2.107; 3.34 सुद्धं शुद्धम् 1.79, 81; 2.34, 100; -सिद्धा -सिद्धाः (देखो, आगमसिद्धा) 3.5 . सिद्धाणं सिद्धेभ्यः 1.4 सुद्धस्स शुद्धस्य 3.74 (तीनबार) सिद्धि सिद्धिम् 3.39 सुद्धसंपयोगजुदो शुद्धसंप्रयोगयुतः 1.11 सिद्धे सिद्धान् 2.65; 3.1 सुद्धा शुद्धा 3.73 -सिद्धे -सिद्धान् (देखो, ससव्वसिद्धे) - सुद्धीहिं -शुद्धिभ्याम् (देखो, सिद्धो सिद्धः 1.68; 2.21; 3.74 __उवजोगजोगसुद्धीहिं) सिलिट्ठो श्लिष्ट: 2.96 सुद्धवजुत्ता शुद्धोपयुक्ताः 3.45, 45, सिलिसदि श्लिष्यति 2.29 60 सिस्सग्गहणं शिष्यग्रहणम् 3.48 सुद्धेण शुद्धेन 1.9 सुणिदूण श्रुत्वा 1.62 सुद्धो शुद्धः 1.9, 14 सुण्णं शून्यम् 2.52 -सुभ -शुभ (देखो, असुभोवयोगरहिदा) -सुत्त- -सूत्र- (देखो, सुमग्गस्स सुमार्गस्य 3.59 संजमतवसुत्तसंपजुत्तो) सुयकेवलि श्रुतकेवलिनम् 1.33 सुत्तं सूत्रम् 1.34;3.36 सुरं सुरम् 2.25 सत्तज्झयणं सूत्राध्ययनम् 3.25 -सुरा -सुराः (देखो, णरणारयतिरियसुरा) Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 61 सुराणं सुराणाम् 1.71 सुहो शुभः 1.9, 46, 72; 2.63, 64, सुरासुरमणुसिंदवंदिदं सुरासुरमनुष्येन्द्र- 65, 88 वन्दितम् 1.1 -सुहो -शुभः (देखो, असुहो) सुविदिदपयत्थसुत्तो सुविदितपदार्थसूत्रः सुहोवओगप्पेगेहिं शुभीपयोगात्मकैः 1.14 1.73 सुसीलेसु सुशीलेषु 1.69 सुहोवओगप्पगो शुभोपयोगात्मकः 1.69 सुह- शुभ- 1.11,73 सुहोवजुत्ता शुभोपयुक्ताः 3.45, 60 -सुह -शुभ (देखो, असुह, सुहोवजुत्तो शुभोपयुक्ताः 2.67 समसुहदुक्खो) सुहोवजुदा शुभोपयुता 3.53 सुहं सुखम् 1.13, 59, 65, 66, 68, से स्यात् 2.42;3.49,50 70 सेवमाणस्स सेवमानस्य 3.22 -सुहं -सुखम् (देखो, णिव्वाणसुहं, -सेसं -शेषम् (देखो, असेस) सग्गसुह) सेसा शेषाः 2.44; 3.10, 45 सुहजुत्ता शुभयुक्ता 3.46 सेसाणं शेषाणाम् 2.45 सुहदुक्खा सुखदुःखे 2.101 सेसे शेषान् 1.2 सुहपरिणामो शुभपरिणामः 2.89 सेसे शेषौ 2.44 सुहम्मि शुभे 1.79 सो सः 1.7, 16, 19, 21, 24, 32, सुहम्हि शुभे 2.95 35, 46, 49, 60, 72, 78, -सुहम्हि -शुभे (देखो, असुहम्हि) 79, 80, 81, 88, 89, 91; सुहिदा सुखिताः 1.73 2.6, 7, 15, 16, 17,27,36, सुहुमा सूक्ष्माः 2.75 40, 46, 47, 50, 55, 57, सुहुमादो सूक्ष्मत्वात् 2.40 59, 60, 62, 63, 65, 66, सुहुमेहि सूक्ष्मैः 2.76 86, 96, 98, 99, 102, 103, सुहेण शुभेन 1.9,70 104; 3.7, 14, 31, 39, 40, -सुहेण -शुभेन (देखो, असुहेण) 44,49,50, 65, 66, 69,72, सुहेसु सुखेषु 1.62 74 Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -सोक्ख- -सौख्य- (देखो, समंत 37, 38, 39, 45, 51, 58, - सव्वक्खसोक्खणाणड्डो) 61, 64, 66, 74, 77, 91; सोक्खं सौख्यम् 1.19, 20, 53, 60, 2.1, 4,6, 7,9, 14, 16, 24, 62, 66, 67,71, 76; 2.32, 26, 27, 42, 49, 51, 55,57, 103, 106; 3.54 60, 64, 69, 70, 73, 77, -सोक्खाणि -सौख्यानि (देखो, विसय- 83, 86,92, 93; 3.20, 35, सोक्खाणि) 37,44,48, 62, 63,65, 65 सोच्चा श्रुत्वा 3.7 हिंडदि हिण्डति 1.77 हिंसा हिंसा 3.16,17 -हरदु -हरतु (देखो, विहरदु) हिंसादीदो हिंसादितः 3.5 - हरमाणो - हरमाणः (देखो, हिंसामेत्तेण हिंसामात्रेण 3.17 परिहरमाणो) -हिदो -हितः (देखो, अहिदो) -हरा -हरा (देखो, तिमिरहरा) हीणो हीनः 1.24,25 हवदि भवति 1.9, 16, 24, 24, 35, -हीणो -हीनः (देखो, आगमहीणो) 39,46, 50, 54, 58, 65, 66, हु हि (खलु) 1.7 72, 83; 2.9, 13, 13, 13, -हेदुत्तं -हेतुत्वम् (देखो, गमणहेदुत्तं) 20, 21, 22, 23, 35, 38, 50, होज्जं भवन् 2.67,103;3.66 57, 63, 88, 92, 99, 104; - होज्जमाणो - भवन् (देखो, 3.5, 19, 19, 20, 30, 50, अहोज़्जमाणो) 50, 59, 64, 65, 68 होदि भवति 1.18, 31, 57; 2.14, .-हवदि - भवति (देखो, अणुहवदि) 30, 98; 3.7, 9, 10, 36 . हवंति भवन्ति 2.45; 3.67 होमि भवामि 2.99; 3.4, 66 हवे भवेत् 3.26 होंति भवन्ति 1.38, 56; 2.54; 3.45, हि हि 1.9, 17, 22, 28, 33, 34, 58 Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________