Book Title: Pravachansara ki Ashesh Prakrit Sanskrit Shabdanukramanika
Author(s): Kundkundacharya, A N Upadhye, K R Chandra, Shobhna R Shah, H C Bhayani, Nagin J Shah
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

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Page 52
________________ 47 रज्जेदि रज्यति 2.83 रहिदो रहितः 2.82 रत्तो रक्तः 1.69; 2.43, 87 -रहिदो -रहितः (देखो, उवओगरहिदो) - रत्तो -रक्तः (देखो, विसयविरतो) रहियं रहितम् 1.59 -रद- -रत- (देखो, उवरदपावो) -रहिया -रहिताः (देखो, विरहिया) -रदा -रताः (देखो, अभिरदा) __-राग- -राग- (देखो, मोहरागदोसे, रदी रतिः 1.64 मोहराग-दोसेहिं, सरागप्पधाणो) रदो रतः 3.21 रागं रागम् 1.78, 83;2.85 --रदो -रतः (देखो, वदणियमज्झयण- रागदोसजुदो रागद्वेषयुतः 2.95 झाणदाणरदो) रागदोसमोहजुदो रागद्वेषमोहयुतः 2.88 रमंति रमन्ति 1.63,71 रागदोसे रागद्वेषौ 1.81 रम्मेसु रम्येषु 1.63,71 रागपदोसे रागप्रद्वेषौ 2.103 -रयं - रजः (देखो, कम्मरयं) रागरहिदप्पा रागरहितात्मा 2.87 रयणं रत्नम् 1.30 -रागाणं -रागाणाम् (देखो, सरागाणं) -रस -रस (देखो, वण्र सगंधफासा) । रागेण रागेण 1.84 -रसं -रसम् (देखो, अरसं) रागो रागः 2.88;3.55 रसावेक्खं रसापेक्ष 3.29 -रागो -रागः (देखो, विगदरागो) रसो रस: 1.56 - राय- -राज- (देखो, -रहिद -रहित (देखो, रागरहिदप्पा, देवासुरमणुयराय-विहवेहि) ___ममत्त रहिदपरिकम्मा) रायचरियम्हि रागचर्यायाम् 3.47 रहिदं रहितम् 3.5 रूढं रूढम् 3.52 - रहिदं -रहितम् (देखो, -रूव -रूप (देखो, कुलरूववयोविसिटुं, कायविराधणरहिदं, मुच्छादिज- जधजादरूवजादं, जधजादरूणणरहिदं) वधरो) रहिदकसाओ रहितकषायः 3.26 रूवं रूपम् 1.29; 2.82 -रहिदा -रहिताः (देखो, असुभोवयोग- -रूवं . - रूपम् (देखो, अरूवं, रहिदा) जहजादरूवं) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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