Book Title: Prashamrati Prakaran Ka Samalochanatmak Adhyayan
Author(s): Manjubala
Publisher: Prakrit Jain Shastra aur Ahimsa Shodh Samthan

View full book text
Previous | Next

Page 59
________________ (सन्दर्भ सूची) 1. पं० राजमल : पंचाध्यायी, पृ० 143 2. प्रशमरति प्रकरण, का० 222 की हरिभद्रीय टीका, पृ० 156 3. प्रशमरति प्रकरण, 11, का0 189, पृ० 130 4. देखें वही, 11, का० 189 की हरिभद्रीय टीका, पृ० 131 5. वही 6. वही 7. वही, 11, का० 194, पृ० 134 8. प्रशमरति प्रकरण, ११, का० १६४ एवं उनकी हरिभद्रीय टीका, पृ० १३४ 9. वही, ११, का० १६५ एवं उनकी हरिभद्रीय टीका, पृ० १३५ 10. वही, 11, का० 194 एवं उनकी हरिभद्रीय टीका पृ० 134 11. वही, 11, का0 19 एवं उनकी हरिभद्रीय टीका पृ० 12. वही 11, का० 197 की हरिभद्रीय टीका, पृ० 135। 13. प्रशमरति प्रकरण, 11, का० 197 की हरिभद्रीय टीका, पृ० 15 14. वही 1 15. वही 1 16. वही 1 17. वही 1 18 वही 1 19. वही पृ० 136 20. वही 21. प्रशमरति प्रकरण, 11, का० 196 एवं हरिभद्रीय टीका, पृ० 136

Loading...

Page Navigation
1 ... 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136