Book Title: Prashamrati Prakaran Ka Samalochanatmak Adhyayan
Author(s): Manjubala
Publisher: Prakrit Jain Shastra aur Ahimsa Shodh Samthan
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प्रशमरति प्रकरण का समालोचनात्मक अध्ययन 46. द्विविधं शौचं द्रव्य भाव भेदात्। वही, 9, का० 171 की टीका, पृ० 117 47. यद्रव्योपकरण भत्तपान देहाधिकारकं शौचम्। वही, पृ० 117 48. उपकरणमुपकारि ......... भवतीति। वही, पृ० 117 49. प्रशमरति प्रकरण, 9, का० 171 की टीका, पृ117 50. संयमः पंचास्त्रवादि विरमणं पृथिवी काय संयमादिधर्वा .. 51. आषेत्वन्येन ....... संयम इति। वही, 9, का० 172 की टीका पृ० 118 52. पंचाद्विरमणं ........ संयमः सप्तदश भेदः। वही, 9, का, 172 पृ० 1181 53. वही, 9, का० 174 को टीका, पृ० 120 54. प्रशमरति प्रकरण, का0 173 का भावार्थ, पृ० 119 55. सत्यं सद्भवो हित सत्यम्। वही, 8, का० 167 की टीका, पृ० 115। 56. अविसंवादन योगः........ नान्यत्र वही, 9=का० 174, पृ० 120 57. वही, 5, का 59 की टीका, पृ० 42 58. वही, 9, का0 175 की टीका, पृ० 121 । 59. वही, 9, का० 175, पृ० 121 60. सत्रानशनं चतुर्थमत्तादि ......... पादोपगमनमिति। प्रशमरति प्रकरण, 9, का० 175
को टीका, पृ० 121 . 61. ऊनोदरता.......... कवलाहार इति। वही, पृ० 121 62. वृत्तिर्वर्तनं भिक्षा तस्याः सक्षेपणं परिमित ग्रहणं। वही, पृ० 121 63. रस त्यागः रसाः क्षीरदधि ........ त्यागः। वही, पृ० 120 64. कायक्लेशः कायोत्सर्गोत्कटकासनातापनादिः। प्रशमरति प्रकरण, 9, का० 175 की
टीका, पृ० 120-121 65. संलीन आगमोपदेशेन । वही, पृ० 121 66. तद्भावः संलीनता इन्द्रिय नोइन्द्रिय भेदात् द्विथा। वही, पृ० 121। 67. इन्द्रियैः .......... इन्द्रिय संलीनः। वही, पृ० 121 68. नोइन्द्रियं मनः ........नोइन्द्रिय संलीनः। वही, पृ० 121 69. प्रशमरति प्रकरण, 9, का० 176 की टीका, पृ० 121 70. तत्वार्थसार, अ० 6, श्लोक 21, पृ० 180 71. ध्यानमेकाग्रचिन्ता निरोथं लक्षणं। वही, 5, का 59 की टीका, पृ०42
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