Book Title: Pramana Naya Tattvaloka
Author(s): Himanshuvijay, Purnanadvijay
Publisher: Amblipol Jain Upashray
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१२० १२२
سه و کم
.
(४४)
प्रमाणनयतत्त्वालोके विषयः । पृष्ठे । विषयः ।
पृष्ठे । उपनयनिगमनाभासः १०२ नयफलप्रमातृलक्षणम् आगमाभासः
मोक्षस्वरूपम् प्रमाणसंख्याभासः
१०४ प्रमाणविषयाभासः
अष्टमे परिच्छेदे प्रमाणफलाभासः
१०५ वादलक्षणम् ... ....१२३
जिगीषु-तत्त्वनिर्णिनीषुसप्तमे परिच्छेदे
वादिलक्षणम् १२३ नय नयाऽऽभासलक्षणम् १०६ तत्त्वनिर्णिनीषुमेददर्शनं च १२४ नेगमलक्षणम्
१०७ वादिप्रतिवादिसाधारणलक्षणम् १२७ संग्रहलक्षणमेदकथनम्
वादिप्रतिवादिनोः कम० १२७ व्यवहारलक्षणादि ११२ सभ्यलक्षणम्
१२८ ऋजुसूत्रलक्षणम् ११३
१२९ शब्दनयलक्षणम् ११४ सभापतिलक्षणम्
१२९. समभिरूढनयलक्षणम् ११५ सभापतेः कर्तव्यम् १३० एवंभूतनयलक्षणादि
कियकक्षं वक्तव्यम् ? तनियमः १३० नविषये विशेषविचारः ११८ । समाप्तिवचन
१३१ नयवाक्यस्याऽपि सप्तभङ्गाः ११९ शुद्धिपत्रकम्
१३२
सभ्यकर्माणि

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