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अत्तअ-अत्थणिऊर संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष अत्तअ देखो अच्चय-अत्यय ।
अत्थ देखो अट्र = अर्थ। जोणि स्त्री अत्तकम्म वि [आत्मकर्मन्] जिससे कर्म- [योनि] धनोपार्जन का उपाय, साम, दाम, बन्धन हो वह । पं. आधाकम दोष ।
दण्ड रूप अर्थ-नीति । °णय पुं [°नय] शब्द अत्तट्ट वि [आत्मार्थ] आत्मीय, स्वकीय । | छोड़ अर्थ को ही मुख्य वस्तु माननेवाला पक्ष । पुं. स्वार्थ ।
°सत्थ न [शास्त्र] अर्थ-शास्त्र, संपत्तिअत्तट्टिय वि [आत्मार्थिक] आत्मीय । जो शास्त्र । °वइ पं [पति] धनी । कुबेर । अपने लिए किया गया हो ।
°वाय पुं [°वाद] गुणवर्णन । दोष-निरूपण । अत्तण , देखो अप्प = आत्मन् । केरक | गुण-चाचक शब्द । दोष-वाचक शब्द । °वि अत्तणअ । वि [आत्मीय] निजी । वि [°वित्] अर्थ का जानकर । °सिद्ध वि अत्तणअ । (शौ) वि [आत्मीय] स्वकीय । | प्रभूत धनवाला । पुं. ऐरवत क्षेत्र के एक अत्तणक ,
भावी जिनदेव । लिय न [°ालीक] धन के अत्तणिज्जिय वि [आत्मीय] स्वकीय । लिए असत्य बोलना । °गलोयण न [°लोचन] अत्तणीअ (शौ) ऊपर देखो ।
पदार्थ का सामान्य ज्ञान । लोयण न अत्तमाण देखो आवत्त = आ + वृत् । [°लोकन] पदार्थ का निरीक्षण। . अत्तय पुं [आत्मज] पुत्र । 'या स्त्री [जा] अत्थ गं [अस्त] जहाँ सूर्य अस्त होता है वह पुत्री, लड़की।
पर्वत । मेरु पर्वत । वि. अविद्यमान । °गिरि अत्तव्व वि [अत्तव्य] भक्ष्य ।
पुं अस्ताचल । °सेल पुं [शैल] अस्ताचल । अत्ता स्त्री [दे] माता । सासू । फूफी । सखी ।।
गमि। °अत्ता देखो जत्ता।
अत्थ [अस्त्र] हथियार । अत्ताण देखो अत्त = आत्मन् ।
अत्थ सक [अर्थय] याचना करना, प्रार्थना अत्ताण वि [अत्राण] शरण-रहित, रक्षक- करना, विज्ञप्ति करना। वर्जित । पुं. कन्धे पर लाठी रखकर चलनेवाला | अत्थ अक [स्था] बैठना। मुसाफिर । फ़टे-टूटे कपड़े पहनकर मुसाफिरी | अत्थ ) देखो अत्त = अत्र । करनेवाला यात्री।
अत्थं ) अत्ति पुं [अत्रि] इस नाम का एक ऋषि । अत्थंडिल वि [अस्थण्डिल] साधुओं के रहने अत्ति स्त्री [अत्ति] दुःख । हर वि [ हर] | | के लिए अयोग्य स्थान, क्षुद्र जन्तुओं से व्याप्त दुःख का नाश करनेवाला।
स्थान । अत्तिहरी स्त्री [दे] दूती।
अत्थकिरिआ स्त्री [अर्थक्रिया] वस्तु का अत्तीकर सक [आत्मी + कृ] अपने अधीन व्यापार, पदार्थ से होनेवाली क्रिया। करना, वश करना।
अत्थक्क न [दे] अकाण्ड, अकस्मात्, बेसमय । अत्तक्करिस , पुं [आत्मोत्कर्ष] अभिमान । | वि. अखिन्न । क्रिवि, अनवरत, हमेशा ।। अत्तुक्कोस ।
अत्थग्घ वि [दे] मध्य-वर्ती, बीच का। अत्तेय पुं [आत्रेय] अत्रि ऋषि का पुत्र । एक | अगाध, गंभीर । न. लम्बाई, आयाम । स्थान, जैन मुनि ।
जगह। अत्तो अ [अतस] इससे, इस हेतु से । यहां | अत्थणिऊर पुन [अर्थनिपूर] देखो अच्छ
णिउर ।
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