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हुआ।
अणोम-अण्णाण संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
४७ अणोम वि [अनवम] परिपूर्ण । । खानेवाला । विहि पुंस्त्री [विधि] पाकअणोमाण न [अनपमान] सत्कार ।
कला। अणोरपार वि [दे] प्रचुर, प्रभूत । अनादि- अण्ण न [अर्णस्] पानी । अनन्त । अति विस्तीर्ण।
अण्ण वि [दे] आरोपित । खण्डित । अणोरुम्मिअ वि [अनुद्वान] गीला । "अण्ण देखो कण्ण = कर्ण । अणोलय न [दे] प्रातःकाल ।
अण्णअ पुं [दे] तरुण । धूर्त । देवर । अणोवणिहिया स्त्री [अनौपनिधिकी] आनु- अण्णइअ वि [दे] तृप्त । सर्वार्थ-तृप्त । पूर्वी का एक भेद क्रम-विशेष ।
अण्णण्ण वि [अन्योन्य] परस्पर । अणोवणिहिया स्त्री [अनुपनिहिता] ऊपर अण्णण्ण वि [अन्यान्य] और-और, अलगदेखो।
अलग । अणोल्ल वि [अनार्द्र] सूखा हुआ। °मण वि अण्णत्त अ [अन्यत्र]दुसरे में, भिन्न स्थान में । [°मनस्क निर्दय ।
अण्णत्ति स्त्री [दे] अवज्ञा, अपमान । अणोवदग्ग वि [अनवदन] अनन्त ।
अण्णत्थ देखो अण्णत्त ।
अण्णत्थ वि [अन्यस्थ] दूसरे (स्थान) में रहा अणोवम वि [अनुपम] अद्वितीय । अणोवसंखा स्त्री [अनुपसंख्या] अज्ञान, सत्य
अण्णत्थ वि [अन्वर्थ] यथार्थ, यथा नाम तथा ज्ञान का अभाव ।
गुण वाला। अणोवहिय वि [अनुपधिक] परिग्रहरहित,
अण्णमण्ण देखो अण्णण्ण = अन्योन्य । संतोषी । सरल ।
अण्णमय वि [दे] पनरुक्त । अणोवाहणग। वि [अनुपानत्क] जो जूता न :
अण्णय देखो अन्नय। अणोवाहणय पहिना हो।
अण्णयर वि [अन्यतर] दो में से कोई एक । अणोसिय वि [अनुषित] जिसने वास न अण्णया अ [अन्यदा कोई समय में । किया हो । अव्यवस्थित।
अण्णव पुं [अर्णव समुद्र । संसार । अणोहतर वि [अनोघन्तर] पार जाने के
अण्णव न [ऋणवत् एक लोकोत्तर मुहूर्त का लिये असमर्थ ।
नाम । अणोहट्रय वि [अनपघट्टक] निरंकुश। अण्णह न [अन्वह] प्रतिदिन । अणोहीण वि [अनवहीन] हीनता-रहित ।
___अण्णह देखो अण्णत्त । अण्ण सक [ भुज् ] भोजन करना।
। अण्णह ) अ [ अन्यथा ] अन्य प्रकार से, अण्ण स [ अन्य ] दूसरा । °उत्थिय वि अण्णहा ) विपरीत रीति से । भाव पुं उलटा[तिथिक, यूथिक] अन्य दर्शन का अनु- पन । यायी। ग्गहण न [°ग्रहण] गान के समय अण्णहि देखो अण्णत्त (षड्) । होनेवाला एक प्रकार का मुख-विकार । पुं. अण्णा स्त्री [आज्ञा] आज्ञा । गान्धर्विक, गवैया । धम्मिय वि [ धार्मिक] ' अण्णाइट्ट वि [अन्वादिष्ट] जिसको आदेश भिन्न धर्म वाला।
दिया गया हो वह। अण्ण न [अन्न] नाज, चावल आदि धान्य । अण्णाइट्ट वि [अन्वाविष्ट] व्याप्त । पराधीन । भक्ष्य पदार्थ । भक्षण, भोजन । °इलाय, अण्णाइस (अप) वि [अन्यादृश] दूसरे के जैसा । °गिलाय वि [°ग्लायक] बासी अन्न को । अण्णाण न [अज्ञान] अज्ञान, मूर्खता । मिथ्या
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