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श्री पद्मावती पुरवाल जैन डायरेक्टरी
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तक में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। परिवार प्रमुख स्वयं इण्टरमीडिएट हैं और सरकारी सर्विस में हैं। मूल निवासी कुरगवां (आगरा) के हैं।
दरवारीलाल जैन सुपुत्र लाहौरीलाल जैन, २५७५ नं नीमवाली गली देहली ( देहली ) इस परिवार मे छ व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा चार स्त्री वर्ग में। एक लड़का तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं हिन्दी पढ़े हैं और व्यापार करते हैं। मूल निवासी राजमल (एटा) के हैं ।
दरवारीलाल जैन सुपुत्र कल्यानदास जैन, नाई बाड़ा देहली ( देहली )
इस परिवार में उन्नीस व्यक्ति हैं, ग्यारह पुरुष वर्ग में तथा आठ श्री वर्ग में । चार लड़के तथा तीन लड़की अविवाहित हैं। शिक्षा हिन्दी और पेशा व्यापार है । मूल निवासी अहारन ( आगरा ) के हैं ।
देवकुमार जैन सुपुत्र गजाधरलाल जैन, १७ कैलाश नगर देहली ( देहली )
इस परिवार में पाँच व्यक्ति हैं, चार पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में । तीन लड़के अविवाहित हैं। प्रथम से चौथी तक की शिक्षा में हैं। परिवार प्रमुख स्वयं मिडिल पास हैं और मिष्ठान्न का व्यापार है। मूल निवासी (मथुरा) के हैं।
देवेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र डालचन्द जैन, दरीवा कलां, देहली ( देहली )
इस परिवार में छ व्यक्ति है, चार पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं अविवाहित हैं और दसवीं कक्षा तक की शिक्षा प्राप्त है । पेशा हलवाई का व्यापार करते हैं। मूल निवासी गढ़ीदर्रा (आगरा ) के हैं।
देवेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र हुण्डीलाल जैन, कूचासेठ देहली ( देहली )
इस परिवार में छ व्यक्ति हैं, पाँच पुरुष वर्ग में तथा एक स्त्री वर्ग में । चार लड़के अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं बी०एल०टी० हैं और सर्विस करते हैं । मूल निवासी अहारन ( आगरा) के हैं।
धर्मेन्द्रकुमार जैन सुपुत्र भोलानाथ जैन, १२५१ (एफ ३९६) लक्ष्मीबाई नगर, देहली ( देहली) इस परिवार में आठ व्यक्ति है, छ पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में पाँच लड़के तथा एक लड़की अविवाहित हैं। परिवार प्रमुख स्वयं बी०ए०, प्रभाकर हैं और पत्नी मिडिल पास हैं । सब लड़के प्रथम कक्षा से लेकर आठवीं तक के छात्र हैं। पेशा सर्विस । मूल निवासी देहली के हैं।
नन्नूमल जैन सुपुत्र भीमनीराम जैन, छत्ता रोशनपुरा नईसड़क देहली ( देहली )
इस परिवार में चार व्यक्ति हैं, दो पुरुष वर्ग में तथा दो स्त्री वर्ग में । शिक्षा हिन्दी और पेशा पुस्तकालय श्री वर्द्धवान जैन प्रेस धर्मपुरा नं०२३४४ देहली । मूल निवासी वरनी (एटा) के हैं।
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