Book Title: Kriyasara
Author(s): Bhadrabahuswami, Surdev Sagar
Publisher: Sandip Shah Jaipur

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Page 52
________________ द्वादश भावगत ग्रह फ क्रमाक भाव फल १ (१) तनु/लग्न शुभ : ४ (२) धन शुभ : (३) सहज १० (४) सुख (५) संतान/विधा १५ (६) शत्रु १६ , १७ (५) स्त्री मित्र १८ ।। ग्रह | खुध, गुरु, शुक्र नई, मध्यम सूर्य, मंगल, शनि अशुभ/दीक्षा घातक बुध, गुरु, शनि, मंगल मध्यम रवि, शनि, | अशुभाकार्यविनाशक सूर्य, चन्द्र. मंगल, बुध, शनि शुभ पध्यम ঙ্গি। अशुभाघातक बुध, गुरु, शुक्र शुभ बलीचन्द्र मध्यम सूर्य, मंगल, शनि अशुभ सूर्य, चन्द्र, मंगल, शुक्र, शनि मध्यम बुध, गुरु | उत्तम/शुभ चन्द्र, सूर्य, मंगल, गुरु, शनि उत्तम शुक्र, बुध मध्यम शुभ चन्द्र, बुध, शुक्र मध्यम शनि, मंगल अशुभ सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र | अशुभ शनि | मध्यम सूर्य, चन्द्र. मंगल, बुध, गुरु. शुक्र | (मध्यम गति काले) शुभ गुरु, शुक्र मध्यम बुध, शनि मध्यम मंगल, चन्द्र, सूर्य अशुभ बुध, शुक्र, गुरु शुभासर्व सिद्धि कारका शनि, चन्द्र मध्यम सूर्य, मंगल अशुभ सम्पूर्ण ग्रह उत्तम शुभ अशुभ २० (८) आयु २२ (९) भाग्य २३ (१) भाग्य! धर्म २६ (१०) कर्म २७ ॥ २८ ।, २९ (११) आय ३० (१२) व्यय PRIONA( 57 MIRATIONA MHEIHIMIRE

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