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कच्ची रोटी
२०६ तीसरी रोटी ली, और उसे बड़े यत्नपूर्वक सेकने लगे, वह न ज्यादा सिकी और न कम, बिल्कुल ठीक सिकी। अब पहली रोटी से जिस जाति का जन्म हुआ, वह थी अंग्रेज जाति । दूसरी रोटी से नीग्रो जाति की पैदाईश हुई, और तीसरी रोटी से भारतीयों का जन्म हुआ।"
अंग्रेज महाशय की जाति गर्व-स्फीत आंखें नीची झुक गईं, श्रोताओं में चारों ओर उन्मुक्त हंसी फूट पड़ी।
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