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हीरे मोती
सदाचार - जीवन का परम आभूषण है |
जिस जीवन में स्नेह, करुणा, दया, और परोपकार की अमृतवर्षिणी नदियां प्रवाहित होती रहती हैं, वह जीवन संसार का सर्वश्रेष्ठ सुन्दर सुरम्य नन्दन कानन से भी अधिक रमणीय है ।
जैन परम्परा के अध्यात्मवादी महान संत आचार्य कुन्दकुन्द ने कहा है
" सीलं मोक्खस्स सोवाणं ""
शील - सदाचार ही मोक्ष का सोपान है ।
दया, करुणा और सेवा के उत्स से प्रवाहित होने वाले पवित्र विचार ही जीवन की श्रेष्ठ सुगन्ध हैं
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" विसुद्ध भावत्तणतो य सुगंध
१. अष्टपाहुड ( शील) २० २. नंदीसूत्र चूर्णि २।१३
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