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जब प्रेम उठाने वाला हो....
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पहाड़ी पर चढ़ रहा था। उस समय एक छः सात वर्षे की लड़की अपने दो साल के भाई को कंधे पर लेकर पहाड़ी पर चढ़ती हुई हांफ रही थी । विशप ने पूछा- "अरे, यह लड़का तो तेरे लिए बहुत भारी है ? कैसे उठा सकेगी इसे तू ?" ___ लड़की ने जबाव दिया-"जरा भी भारी नहीं है, यह तो मेरा भाई है।"
इस पर बापू ने लिखा- "आपका प्रेम पूर्ण पत्र मिला। कितना महान् विचार है---"यह भारी नहीं, यह तो मेरा भाई है।' भारी-से-भारी चीज भी पंख-जैसी हलकी बन जाती है, जब प्रम उसे उठाने वाला होता है।" ___लड़की ने अपने एक वचन से एक बड़ा काव्य बना डाला । बापू ने उस पर दो पंक्तियों का महाभाष्य कर दिया।
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