________________
२३१
कर्तव्य बोध को स्पष्ट करते हुए कहा-"महाराज ! इसने मुझे अपने कर्तव्य का बोध दिया है, सभ्यता के नियमों के पालन की शिक्षा दी है। अपने कर्तव्य पालन में यह बहुत ही ईमानदार और बहादुर है, राज्य में ऐसे सिपाहियों का सम्मान बढ़ना ही चाहिए।"
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org