Book Title: Jain Vidya 04 Author(s): Pravinchandra Jain & Others Publisher: Jain Vidya Samsthan View full book textPage 6
________________ डॉ. गंगाराम गर्ग 87 डॉ. रामगोपाल शर्मा 'दिनेश' 93 13. भविसयत्तकहा में नीतितत्त्व 14. भविसयत्तकहा में युग और समाज के सन्दर्भ 15. महाकवि धनपाल की कुछ उक्तियाँ 16. भविसयत्तकहा में जीवन का प्रतिबिम्ब महाकवि धनपाल 98 डॉ. गजानन नरसिंह साठे पं. भंवरलाल पोल्याका 107 भविसयत्तकहा की संस्थान में प्राप्त पांडुलिपियों की प्रशस्तियां महाकवि धनपाल 110 111 18. श्रावक के अष्ट मूलगुण 19. पुराण सूक्तिकोष 20. समाधि 123 मुनि चरित्तसेण अनु०-५० भंवरलाल पोल्याका 132 133 21. साहित्य समीक्षा 22. पुष्पदन्त विशेषांक विद्वानों की दृष्टि में 23. इस अंक के सहयोगी रचनाकारPage Navigation
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