Book Title: Jain Vidya 03
Author(s): Pravinchandra Jain & Others
Publisher: Jain Vidya Samsthan

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Page 6
________________ गं० वृद्धिचन्द्र जैन श्री मुन्नालाल जैन 13. महाकवि पुष्पदन्त की काव्य प्रतिभा संस्थान में महाकवि पुष्पदन्त के ग्रन्थों की पाण्डुलिपियां 15. पुष्पदन्त काव्य में प्रयुक्त 'लक्ष्मी' 16. प्रशस्तिका ऐमिसुर की जयमाल... . डॉ. आदित्य प्रचण्डिया 'दीति' श्री रमेश मुनि शास्त्री मुनि कनककीर्ति 17, पाण्डे की जयमाल कवि नण्ड अनु०-श्री भंवरलाल पोल्याका 109 18. साहित्य-समीक्षा 19. इस अंक के सहयोगी रचनाकार 111

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