Book Title: Jain Sahitya ka Samajshastriya Itihas
Author(s): Usha Agarwal
Publisher: Classical Publishing Company

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Page 208
________________ 160 जैन साहित्य का समाजशास्त्रीय इतिहास 15. ए०इ०१पृ० 222, भा० 15 पृ० 205, भा० 4 पृ० 158. भा० 2, पृ० 160, भा० 16 पृ 272 16. जै०शि०सं०, भग 4 ले०नं० 154 17. वही लेन० 116 / 18. वही भ०३ ले० न० 435, भ० 4 लेन० 130 16. जै०शि०सं० भा० 1 लेन० 106, भा०२, ले०न० 246, 305, भा०३ ले०न० 320 20. ए०इ० 14 पृ० 156, इ०ए०भा०१५, पृ० 308 21. प्रा०भा०अ०अ०पृ० 80 22. ए०इ० 16 पृ० 275 23. जै०शि०सं०भा०२, ले०न० 137, 267, भा०३, ले०न० 305, भा०४ ले०न० 271 24. जै०शि०सं० भा०३. ले०नं० 316, भा०२ ले०न० 212 25. ए०इ० 1 पृ० 175, भा० 16 पृ० 57, भा० 18 पृ० 67 26. प०पु० 11/203, 205 . 27. जै०शि०सं०भा०१, ले०नं०३८ए, इ०भा०१ पृ० 134 28. पू०म०का०भा० पृ० 134 26. जै०शि०सं०भा०२ ले०नं० 253 30. ए०इ०भा० 18, पृ 107, इ०ए० 18 पृ० 16, ए०६०, भा०११०, इ०ए०४१ पृ 16 31. ए०इ०६ पृ 326, इ०हि०कवा०२३ पृ 46, ए०इ०८ पृ 265, भा० 13 पृ० 217 32. जै०शि०सं०भा०३ लेन० 334 33. वही लेन० 356, भा०४, ले०नं० 166 34. वही भा०१ लेन० 32, भा० 2 ले० नं० 167 35. वही भा० 1 ले०नं०) 22, 44, भा० 2 लेन० 248, 250, भा०३ ले०न० 316 36. जै०शि०सं० भा०४, ले०न० 81, ए०इ० 18 पृ० 66 37. वही भा०२ ले०न० 206, 210, भा०४ ले०नं० 166, भा०३ ले०नं० 401 38. वही भाग 1 ले०नं० 8,13,14,38, भा०२ ले०नं० 140, 178, 300, भाग०३ ले०न०४६१, 356, भा०४ ले०न० 76, 143, 144, 275, 276 36. ए०३०४ पृ० 126, इ०ए०१८ पृ० 126 40. जै०शि०सं०कृभाग 1 ले०न० 57 41. जै०शि०सं०भा०१ ले०न०६८, 144 भा०२ ले०न० 180, भाग 4 ले०न० 143, 144 42. वही भा०३ लेन० 305 43. वही भा०२ ले०न० 57

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