Book Title: Jain Sahitya ka Samajshastriya Itihas
Author(s): Usha Agarwal
Publisher: Classical Publishing Company

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Page 210
________________ 162 ___ जैन साहित्य का समाजशास्त्रीय इतिहास 72. वही भा०२ ले०नं० 130 73. वही ले०नं० 146 74. जै०शि०सं० भाग 2 लेन० 237 75. वही भा०३ लेन० 334.320 76. ए०इ०४ पृ०६० 77. जै०शि० सं० भा०२ ल०न० 210, 160 78. वही ले०न० 227, 241, 250 76. वही लेन० 250 80. जै०शि०सं०भा० 3 लेन० 320 81. ए०३०भा०१ सियौदोनी लेख 82. भा०अ०अ०पृ० 160 83. जै०शि०सं० भा०२ ले०नं० 250 84. वही ले०न० 241 85. वही भा० 3 ले०न० 373 86. वही लेन० 320 87. जै०शि०सं०भा०४ ले०न० 36 88. वही भा०४ ले०नं० 63, 267 86. वही ले०नं० 223, भा०३ ले०न० 324 60. वही भाग 2 ले०नं० 228 भा०४ ले०न० 154 61. वही भा०२ ले०न० 212, 218, 266, भा०३ ले०न० 326 62. वही भा०२ लेन० 247, भा०३ लेन० 315, भा०४ ले०न० 153 63. जै०शि०सं०भा०१ लेन० 25, 130, 226, भा०२ लेन० 228 64. वही भा०२ ले०न० 167, भा०१ ले०न० 61, 62 65. वही भा०४ ले०न० 23, 127 66. वही भा०२ ले०न० 262, भा०३ ले०न०३५६, 408, 347, भा०४ लेन० 223 67. वही भा०४ लेन०८१ 68. वही भा०३ ले०न० 347 66. वही ले०नं० 228 100. जै०शि०सं०भा०१ लेन० 38, 57, 124, 130, 138, भा०२ ले०नं० 121, 73, 124, 130, 131, 146 101. जै०शि०सं०भा३ ले०नं० 318. 320, 334 भाग०४ लेन०१३० / 102. वही भा०१ ले०न०२४, 44, 47, भा०२, ले०न० 140, 218, 302 भा०३ लेन० 333, 356

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