Book Title: Jain Sahitya ka Samajshastriya Itihas
Author(s): Usha Agarwal
Publisher: Classical Publishing Company
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________________ अभिलेख 201 348. जै०शि०सं०भा०२ ले०न० 166, 178 346. वही लेन० 188, 160, 162, 202, 214-216, 226, 246 350. वही लेन० 186 351. वही भा०.४ लेन० 282, भा०२ ले०न० 274, भा०३ लेन० 305, 316, 326, 408 / 352. वहीं ले० न० 175 353. वही लेन० 226, 252 354. वही ले०न० 213, 216 355. जै०शि०सं० भा०३ लेन० 305 356. वही भा०४ ले० न० 265 357. जैन सिद्धन्त भास्कर भा० 2 कि०न० 4 पु० 28, 26 358. जै०शि०सां०भा० 3 लेन० 305 356. वही भा०२ लेन० 228 360. जै०शि०सां०भा० 3 ले०न० 305 361. वही भा०३ भूमिका पृ० 66 362. वही भा०४ लेन० 84 363. वही भा०४ लेन० 22 ..364. वही भा०४ लेन० 56 365. जै०शि०सं०भा०। ले०न० 28, 31, 211, 212, 214, 218 366. वहीं ले०न० 27. 207, 215 / 367. वही ले०न० 27. 26 368. वही लेन० 31, 33 /

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