Book Title: Jain Sahitya ka Samajshastriya Itihas
Author(s): Usha Agarwal
Publisher: Classical Publishing Company

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Page 209
________________ अभिलेख 161 . 44. ए०इ० 18 पृ० 65, ए०३०२ पृ० 4 45. जै०शि०सं०भाग 1 ले०नं० 50, 53 भा०२ ले०न० 150, 206, 266, भा०३ ले०न० 308, 343, भा०४ ले०न० 265 46. जै०शि०सं० भाग 2 ले०न० 213, 218, 253, 264 47. भा०अ०अ०पृ० 86 / 48. ए०इ०२० पृ० 58 / / 46. जै०शि०सं०भा०४, ले०न० 182 50. वही ले०न० 166 51. वही भा०२ लेन० 206.210, 267, भा०३ लेन० 316, 373, 333, भा०४ लेन० 166, 262 52. जै०शि० सं० भाग 3 लेन० 356, 408 53. वही भा०२ लेन० 210 54. वही ले०न० 253 55. वही लेन० 263 56. जै०शि०सं० भा०२ लेन० 253 57. वही भा०१ लेन०६१ 58. वही भा०३ ले०न. 436, भा०१ ले०न० 27, 26, 48, 50, 123, 136, 61, . भा०२ ले० न० 253, 150, 166, भा०३ ले०न० 336 56. वही भा०१ ले० न० 44, 53, 56, 124, भा०२ ले०न० 168, 214, 263, 248, भा०३, ले०न० 486, भा०४ ले०न० 76, 124 60. वही भा०३ लेन० 326, 401 . 61. वही भा०२ ले०न० 150 62. वही भा०१ ले०न० 27,26,35,48,46, 53, 136, 214, भा०२ ले०न० 207, 230, भा०३ ले०न० 420, भा०४ ले०न० 105 63. जै०शि० सं० भा० 4 ले०न० 154 64. जै०शि० सं० भा० 4 ले० नं० 152 65. वही भा०२ ले०न० 166, 241 66. ए०इ०भा०१ पृ० 16 67. जै०शि०सं० भा०२ ले०न० 161, 246, भा०४ ले०न० 166 68. जै०शि०सं० भा०२ ले०नं० 167. 216, भा० 3 ले०न० 333 66. वही भा०३ ले०नं० 364 70. वही भा०२ ले०नं० 246 71. वही भा०३ ले०नं० 334

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