Book Title: Dasvaikalik Sutra Mool Path Author(s): Gyansundar Publisher: Nathmalji Moolchandji Shah View full book textPage 5
________________ मा आरानां ला दिवस सूधी आसूत्रना चार अध्ययनो रहेशे भने तेथी ज उपसहसूरी फल्गुश्री साधवी नागिलश्रावक नाग श्री श्राविका विमलवाहन राजा धर्म रुचि प्रधान ए जीवोत्रा सूत्रनी आराधना करी एकावतारी थशे शासननां स्थंन समान तथा शाशननां शिखर समान शाशन जीवन आ सूत्र जे. तेनी यथाशक्ति आराधन करो विघ्नविदारक कल्याण कारक नवजलतारक आपरमागम. महा सूत्र ने. त्रिकरण शुधियी समाराधन करो शिवमस्तु सर्व जगतः परहितनिरता जवन्तुजूतगणाः ..... दोषाःप्रयान्तुनाशं सर्वत्र सुखी नवन्तुलोकाः . सुयदेवयाए जगवई नाणावरणीय कमसंघायं तेसिंखवेउसययं जेसिं सूय सायरे नत्ति आजोयण घाण हिययं सुरनरतिरि आण हरिस संजणणी सरस रसवल बंदा सुहमत्ता जयज जिण वाणी सुज्ञेषु किम् बहुनाPage Navigation
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