Book Title: Dasvaikalik Sutra Mool Path
Author(s): Gyansundar
Publisher: Nathmalji Moolchandji Shah

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Page 10
________________ ( R ) सुन्नता सेयं मे हि तिनं अज्जयां धम्म पन्नन्ति ॥ २ ॥ इमा खलु साबी व पियानामऽज्जयां, समषेणं जगवया महावीरेण कासवेणं पवेश्या, सु अरकाया, सु पन्नता सेयं मे अहिजिनं श्रयणं धम्म पन्नत्ति ॥ तं जहा - पुढविकाइया १, श्रा काश्या २, ते काइया ३, वाचकाश्या ४, वणस्सइकाइया ए, तस्सकाइया ॥ ६ ॥ पुढवि चित्तमंत - मरकाया, ग जीवा, पुढो सत्ता, अन्न सब परिणं ॥ १ ॥ चित्तमंत - मरकाया, छोग जीवा, पुढो सत्ता, अन्न स परिएं ॥ २ ॥ तेन चित्तमंत - मरकाया, अग जीवा, पुढो सत्ता अन्न सह परिणए ॥ ३ ॥ वाट चित्तमंत - मरकाया, अग जीवा, पुढो सत्ता, a स परिणं ॥ ४ ॥ वपस्सई चित्तमंत - मरकाया रोग जीवा, पुढो सत्ता, अन्न सह परिए; तंजा - अग्गवीया, मूलबीया, पोरबीया खंधबीया, वीयरुहा, समुचिमा, तण, लया । वएस्सकाश्या, सवीया, चित्तमंत - मरकाया, रोग जीवा, पुढो सत्ता, अन्न सह परिणएवं ॥ ए ॥ से जे पुए इमे गे, वहवे तसा पाणा ॥ तं जहागया, पोयया, जराजया, रसया, संसेइमा, समुचिमा उप्रिया, उववाश्या, जेंसिं केंसिं च पाणाएं, अनिक्कतं, परिक्कतं, संकुचियं, पसारियं, रुयं, जंतं, तस्सियं, पलाइयं, आगर गए; विन्नाया, जे य की पयंगा, जाय कुंथुंपिप्पी लिया, सधे बेदिया, स इंदिया, सबै चरिं दिया, सवेपचिंदिया सबै तिरिरकजोएिया, सबै नेरड्या, सबे मणुया, सधे देवा, सधे पाणा, परमाहमिया ॥ एसो खलु बो जीवनिकार्य, तस्स कार्ड ति पच्चर

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