Book Title: Bruhad Vedoktarampaddhati
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________________ Shri hay Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanindir सचक्रेविधिनाहोममाज्यभागांतमादरात ॥ततः पुरुषसूक्तेनमूलमंत्रेणमंत्रवित Him२८॥अन्यैश्चवैष्णवैमैत्रैश्चरुणाज्येनभक्तितः॥अष्टोत्तरसहस्रंतुजुहावाग्नौसभू / सुरः॥२९॥चक्रराजंपांचजन्यगंधपुष्पाक्षतैः शुभैः॥संपूज्यसुमहात्मानलक्ष्म / Mणार्यददर्शतम् ॥३०॥विप्रोत्तमंविष्णुभक्तंप्रांजलिंपुरतः स्थितं // स्नातंविनय संपन्नंनिर्मलं स्वच्छमानसम्॥३१॥सन्निधौरामचंद्रस्यकोदंडशरधारिणः॥ तप्ता भ्यांशंखचक्राभ्यांविधिनाग्नौकृपानिधिः॥३२॥लक्ष्मणार्यस्यभुजयोःसर्वलक्षण युक्तयोः।।कृत्वांकनंतदातस्मैविधिनाऊर्ध्वपुंडकम्॥३३॥आपन्नरक्षकमंत्रंदास्य नामादिकंतथा|अ रूपंदेवराजंप्रददौशिष्यवत्सलः॥३४॥पूर्णाचार्येणगुरुणा कृतसंस्कारपंचकः॥रेजेरामानुजः श्रीमाञ्शरच्चंद्रइवामलः॥३५॥ इतिदीक्षा विधिः॥ अथगुरुलक्षणम्हारीतस्मृतौ // // आचार्यसंश्रयेत्पूर्वमनवा 带路杀*********染法染染染染染路路 For Private And Personal

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