Book Title: Bruhad Vedoktarampaddhati
Author(s): 
Publisher: 

View full book text
Previous | Next

Page 69
________________ Shri Mael Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsun landir भागे कल्पितायां वज्रशिलायां // ॐ रःअस्त्रायफट् इतिमंत्रेणगाढमास्फालय / त्॥ // इत्यघमर्षणं॥ // अहंरामोनचान्योस्मिब्रह्मैवाहनशोकाक् // सच्चिदानंदरूपोहंनित्यमुक्तस्वभाववान् // 3 // ॥इतिक्षावयेत् // ॥ॐ पवित्रःपवित्रोवासर्वावस्थांगतोपिवा॥ यःस्मरेत्पुंडरीकाक्षंसबाह्याभ्यंतरःशुचिः Mil // ॥इतिमार्जनं // ॥ॐविष्णुःॐविष्णुःॐ विष्णुः॥ ॥इत्याचमन॥ अथभूतशुद्धिः॥श्रीरामाराधनयोग्यतासिद्ध्यर्थभूतशुद्धिमहंकरिष्ये॥इतिसंक। ल्पः॥ // अत्राचमनंप्राणायामंचकुर्यात् कच्छपिमुद्रयाहदिस्थितंदीपकर्णिका कारंजीवज्योतिः परंतेजसिलीनंविचिंत्यतत्रैवपृथिव्यप्तेजोवाय्वाकाशाहंकारमा हत्तत्त्वप्रकृत्येतानितत्त्वानिलिंगानिविचिंत्यचवामकुक्षौकृष्णवर्णपापपुरुषरूपं ध्वात्वा // // यरलंवहिं // // यमितिमंत्रणवायुबीजेनशरीरपापशोषणं॥ For Private And Personal

Loading...

Page Navigation
1 ... 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135