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श्री अभय जैन ग्रन्थमाला के बहुमूल्य प्रकाशन १ अभयरत्नसार (पंच प्रतिक्रमण, स्तोत्र, स्तवनादिका बृहत्संग्रह ) अलभ्य २ पूजा संग्रह (१६ पूजाएँ, चौवीसी, स्तवनोंका संग्रह) ३ सती मृगावती ले भंवरलाल नाहटा ४ विधवा कर्तव्य ले० अगरचन्द नाहटा ५ स्नान-पूजादि संग्रह (दादाजी की अष्टप्रकारी, दशत्रिक स्तवन सह)" ६ जिनराज भक्ति आदर्श (जिन मन्दिरकी आसातना निवारणार्थ
विविध लेखों व मूर्तिपूजा सिद्धि लेख सह) * ७ युगप्रधान श्रीजिनचन्द्रसूरि ले० अगरचन्द भंवरलाल नाहटा
८ ऐतिहासिक जैन काव्य संग्रह सं० अगरचन्द भंवरलाल नाहटा * ६ दादाश्री जिनकुशलसूरि
अलभ्य *१० मणिधारी श्री जिनचन्द्रसूरि
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अलभ्य *११ युगप्रधान श्रीजिनदत्तसूरि
" १२ संघपति सोमजी शाह ले. श्री ताजमलजी बोथरा. अलभ्य १३ जैन दार्शनिक संस्कृति पर एक विहंगम दृष्टि ले० श्री शुभकरणसिंह । १४ ज्ञानसार ग्रन्थावली सं० अगरचन्द भंवरलाल नाहटा प्रेसमें १५ बीकानेर जैन लेख संग्रह १६ समयसुन्दर कृति कुसुमाजली
प्रेसमें राजस्थानी साहित्य परिषदके प्रकाशन १ राजस्थानी कहावतो भाग १ सजिल्द ले नरोत्तमदास स्वामी, मुरलीधर व्यास ३) २ राजस्थानी कहावतां भाग २ सजिल्द ३ राजस्थानी भाग १ सं. नरोत्तमदास स्वामी ४ राजस्थानी भाग २ ५ बरसगांठ ( राजस्थानी भाषाकी आधुनिक कहानियाँ) ले० मुरलीधर व्यास
श्रीमद् देवचंद्रग्रन्थमाला १ श्रीमद् देवचन्द्र स्तवनावली (चौवीसी, बीसी, संक्षिप्त जीवन चरित्र सह )
प्रस्तुत ग्रन्थ सम्पादकोंके अन्यत्र प्रकाशित ग्रन्थ १-२ राजस्थान में हिन्दीके हस्तलिखित ग्रन्थोंकी खोज भाग २-४ सं० अगरचन्द नाहटा
प्र० राजस्थान विश्वविद्यापीठ, उदयपुर ३ जसवन्त उद्योत "
अनूप संस्कृत लाइब्ररी, बीकानेर ४ क्यामखां रासो अगरचन्द भंवरलाल नाहटा राजस्थान पुरातत्त्व मंदिर, जयपुर ५ राजगृह ले• भंवरलाल नाहटा जैन सभा, कलकत्ता
कई अन्य सम्पादन किये हुए प्रकाशनार्थ तैय्यार है एवं १४० सामयिक पत्रों में प्रकाशित ११६१ लेखोंकी सूची राजस्थान भारती वर्ष ४ अंक २-३ में छप चुकी है।
___ * इनका गूजराती अनुवाद श्री जिनदत्तसरि ज्ञान भंडार ठि० महावीर स्वामीका मंदिर पायधुनी बम्बईसे प्रकाशित हुआ हैं एवं संस्कृत पद्यानुवाद उपाध्याय श्रीलब्धिमुनिजी महाराजने किया है।
"Aho Shrut Gyanam"