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मरुदेव. ]
(
११० )
[ मरुय.
દીક્ષા લઈ, ૧૧ અંગને અભ્યાસ કરી, of Swami Rsabhadeva. जं. ५० ૨૦ વર્ષની પ્રવ્રયા પાળી, સંથારે सम८ प० २२६; (२) संतगड सूचना 3री, सिद्धि मेणवी. राजगृह नगर के श्रेणिक | સાતમા વર્ગના આઠમાં અધ્યયનનું નામ. राजा की मरुता नामक रानी जिसने महावीर अंतगडसूत्र के सातवें वर्ग के आठवें अध्ययन स्वामीसे दीक्षा लेकर ११ अंगों का अभ्यास का नाम. Name of the 8th कर २० वर्षों की प्रवृज्या पाल संथारा कर chapter of the 7th class of सिद्धि प्राप्त की. A queen so named Antagada sutra. (3) राय of the king Śrenika of Raja નગરના શ્રેણીક રાજાની મરુદેવા નામે grha, who was consecrated રાણી કે જેણે મહાવીર સ્વામી સમીપે by the lord Mahavira, stu. દીક્ષા લઈ, અગિઆર અંગને અભ્યાસ died the 11 Aligas (scriptures), કરી, વીસ વરસની પ્રત્રજયા પાળી, સંથારો remained a nun for 20 years हुरी सिक्षि भगवी. राजगृह नगर के श्रेणिक and attained salvation after राजा की मरुदेवा नामक रानी, जो महावीर fasting. अंत० ७, ५,
स्वामीसे दीक्षा ले, ग्यारह अंगों का अभ्यास मरुदेव. पुं० ( मरुदेव ) मरतक्षेत्रना यातु कर २० वर्षा की प्रवज्या का पालन कर संथारे અવસર્પિણના તેરમા કુલકરનું નામ.
के पश्चात् सिद्ध हुई. A queen so भरतक्षेत्र की वर्तमान अवसर्पिणी के तेरहवे named of the king Śreņika कुलकर का नाम. Name of the 13th of Rājagraha who was conKulakara of the current aeon
cecrated by the lord Mahäof decrease in Bharatakşetra.
vira, studied the 11 Angas सपि
(scriptures), remained ज. प. (२) भरतक्षेत्रना या
a nun
for 20 years and attained पीना ७४ १२नु नाम. भरतक्षेत्र की
salvation after fasting. मंत. चालु अवसर्पिणी के छठे कुलकर का नाम. Name of the 6th Kulakara
| मरुदेवी. स्त्री० ( मरुदेवी ) प्रथम तीर्थनी of the current aeon of de
भाता. प्रथम तीर्थकर की माता. Mother crease in Bharataksetra. सम०
of the 1st Tirthankara. सम. प० २२६; (3) मुद्धापना औरवत |
प० २३०; कप्प. ७, २०६; प्रव. ३२१; ક્ષેત્રમાં ચાલુ અવસર્પિણીમાં થયેલ ૧૯ મા
मरुय. पुं० ( मरुत् ) भरुतवता; सोअन्ति तीर्थ:२. जम्बूद्वीप के ऐखतक्षेत्र की वर्तमान
हेक्तानी मे गत मस्त देवता; लोकान्तिक भवसर्पिणी में उत्पन्न १९ वें तीर्थकर, The
देवता की एक जात. The class of 19th Tirthankara born in |
___Lokantika gods. ठा० २, २; the current aeon of decrease
मरुय. पुं० ( मख्व') मरवानुं स. मरवे का in Airavatakşetra of Janibu.
फूल. Flower of a particular dvipa. सम० प० २४०; प्रव० ३००;
plant. (२) भरवाने छ। वो, मरवे का मरुदेवा. स्त्री० ( मरुदेवा ) ऋषलव स्वामीनी
वृक्ष-पौधा. A particular plant. भाता. ऋषभदेव स्वामी की माता. Mother नाया०८;
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