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वीरत्थुइ. ]
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[ वीरसेण.
वीरत्थुइ. स्त्री. ( वीरस्तुति ) सू५in सूत्रना abode so uamed of the 3rd
છઠ્ઠા અધ્યયનનું નામ કે જેમાં શ્રી મહાવીર ] and 4th Devaloka. सम० ६: भगवाननी स्तुति २वामां माया छ. | वीरसिद्ध. न. ( वीरसिद्ध ) से नामर्नु त्रीत सुयगड़ांग सूत्र के ६ ४ अध्ययन का नाम, योया वसोनु मे विमान. तीसरे चौथे जिसमें श्री महावीर भगवान् की स्तुति की गई है. देवलोक का एक विमान. A celestial Name of the 6th chapter of abode so named of the 3rd Sūyagaļānga sūtra which and 4th Devaloka. सम० ६; contaius a praise of Sri Maha. | वीरमणिग्रा. स्त्री. ( वीरशुनिका ) ती॥
vira Svami. सूय० १, ६, २६; । સ્વભાવવાળી કુતરી, બહુ સનારી કુતરી. वीरपुर. न० ( वीरपुर ) से नाम- नम२. | तीखे मिज़ाज़ वाली कुतिया; बहुत मूंसनेवाली
एक नगर का नाम. A city so named. कुतिया. A bitch of sharp temper. विवा० ३;
ओघ० नि० १२४; वीरप्पम. न. ( वीरप्रभ ) से नामर्नु त्रीन| वीरसेण. पुं० ( वीरसेन ) अंतस सूत्रना योथा वोर्नु मे विमान. तीसरे चौथे
ચેથા વર્ગના પાંચમા અધ્યયનનું નામ. देवलोक का एक विज्ञान. A celestial
अंतगड़ सूत्र के चौथे वर्ग के ५ वें अध्ययन abode so nained of the 3rd
का नाम. Name of the 5th chap. and 4th Devaloka. सम० ६
ter of the 4th group of वीरभद्द. पुं० ( वीरभद्र) पीरमा नामना
Aiitagada sutra. अंत० ४, ५, (२) पार्श्वनाथ अनुना मे गणधर. वीरभद्र
વસુદેવ રાજાની ધારણું રાણીના પુત્ર કે नामक पार्श्वनाथ प्रभु के एक गणधर. A જે ને મનાથ પ્રભુ પાસે દીક્ષા લઇ બાર અગGanadhara named Virabhadra
ને અભ્યાસ કરી સોળ વરસની પ્રવયા of the Lord Pārývanātha.
પાળી શત્રુંજય ઉપર એક માસન સંથારે सम०८;
3री ५२ ५६ ५-41. वसुदेव राजा की वीरवयण. न० ( बीरवणे ) से नामनु श्रीग
धारणी रानी के पुत्र जिन्होंने नेमिनाथ प्रभुमे योया हेक्सास विभान. तीसरे ४ थे
दीक्षा लेकर १२ अंगों का अभ्यास किया, देवलोक का एक विमान. A celestial सोलह वर्षों की प्रत्रज्या पाली और शत्रुजय पर १ abode so named of the 3rd मास के संथारे के पश्चात् जो मोक्ष को प्राप्तहुए.
and 4th Devaloka. सम० ६ Son of the queen Dhāriņi वीरव जय. पुं० ( वीरवलय ) वीरता सून्य। of the king Vasudeva, who
बायतुं मे याल२९१. हाथ का एक वीरता took Dikṣā from the Lord सूक्क आभरण. An ornanment of Nemināth, studied the 12 the arm which suggests valour. Angas, remained an ascetic प्रोव० ३१; नाया० १; जे. प० ।
for 16 years, fasted on the वीरसिंग. न० ( वीरशंग ) से नामन जीत Satruñjaya mount for a month
योथा यसोनु मे विभान. तीसरे ४ थे and attaind salvation. अंत० ४, देवलोक का एक विमान. A celestial | ५; (3) १ पासुहेवना २१ ॥२ वीर
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