Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 4
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 856
________________ सुसमाहिय. ] ( ८३२ ) [ सुसाल. सुसमाहिय. त्रि. ( सुसमाहित ) सारी रात | साधुता का रक्षक एवं प्रेमी. (One) who असा ४२१. भली भाति गृहीत-स्वीकृत. | is attached to observing good Properly accepted. आया. १, ७, | asceticism. भग. २, १; ५, २१७; --- अप्पा. पुं० ( -प्रात्मन् ) | सुसामाण. पुं० ( मुसामान्य ) सातमा देवसारी समाधियाको मात्मा. सम्यक् समाधि- | सोन मे विमान नी स्थिति सत्तर स्थवाला आत्मा. A soul observing સાગરોપમની છે, એના દેવતા સાડા આઠ proper concentration. दस० ६, ४, | મહિને શ્વાસે શ્વાસ લે છે, અને એને १०, १, १२; -इंदिश्र. त्रि० ( -इन्द्रिय) | सत्तर M२ वर्षे क्षुधा सा छे. सातवें જેણે ઇદ્રિને સમાધિમાં રાખી છે–વશ देवलोक का एक विमान जिसकी स्थिति १७ ४री छे ते. जितेन्द्रिय; इंद्रिय दमन करनेवाला. सागरोपम की है, उसके देवता साढ़े पाठ (One) who has controlled his महिनोंमें श्वासोच्छवास लेते हैं और सत्तर senses. दस० ७, ५७; --लेस्स. त्रि० सहस्त्र वर्षों में उन्हें भूख लगती है. A ( --लेश्य ) मसी शत धा२९५ ४२री छे celestial abode of the 7th मी सस्या येते. भली भाँति शुम लेश्या heaven, whose gods live for का धारण करनेवाला. (One) who 17 Sagaropamas, and breathe has accepted au auspicious once in 83 months and feel thought-tint. दसा० ५, ३१-३२; hungry in 17000 years. सुसागय. न० ( मुस्वागत ) मले पधार्या; सम० १७; म समन. सुस्वागत: शुभागमन. Wel. सुसारक्खिय. त्रि० ( सुसंरक्षित ) मी शते come. भग० २, १; सुसागर. पुं० ( मुसागर ) illin यसोर्नु २क्षण रेसुं; सारी रीत राणे, भली मे विमान. दसरे देवलोक का एक विमान. भाँति रक्षित; अच्छी तरहसे रक्षित. Well A celestial abode of the 2nd protected, kept. भग० १५, १; heaven. सम० १B सुसाल. पु. ( सुशाल ) सहमा हेवनानं सुसाण. पुं० न० ( श्मशान ) मसाला प्रेत- એક વિમાન કે જેના દેવતાની સ્થિતિ ભૂમિ; જયાં મડદા બાળવામાં આવે તે ૧૮ સાગરોપની છે, નવ મહિને શ્વાસस्थान. श्मशान; प्रतभूमि; मुर्दो के जलाने का શ્વાસ લે છે અને અઢાર હજાર વર્ષ સુધા स्थान. Cemetery. नाया० १; भग० साग छे. आठवें देवलोक का एक विमान २, ७; उत्त० २, २०; ३५, ६; जीवा० जिसके देवता की स्थिति १८ सागरोपम की ३, ३: पराह० १, ३, २, ३; अंत. ३, है जो नौ महिनोंमें सांस लेते और अढारह ८; संथा० ६५; अोघ० नि० ७६ ६ ; प्राया० सहस्त्र वर्षों में भोजन करते हैं-भूखे होते हैं. १, ७, २, २०२: कप्प० ४, ८८; A celestial abode of the 8th सुसामराण. न. ( सुधामण्य ) मद्यं साधु- Devaloka, whose gods live ५j. भली साधुता. The state of a for 18 Sāgaropainas, breathe good ascetic. भग० २, १; -रय. once iu 9 months and feel त्रि० ( -रत ) सारी रीते साधुप hungry in 18000 years. पाणामा प्रेम रामना२. भली भाँति । सम० १८; Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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