________________
सिरिकत. ]
[ सिरिदत्त.
सिरिकंत. पुं० ( श्रीकान्त ) से न सिरिघर. न० ( श्रीगृह ) Amit; २.
દેવલોકનું એક વિમાન કે જેના દેવતાની कोषः भंडार; खजाना. A treasury. स्थिति या साम।५म. जे. कुठे देव लोक । भग० ६, ३३, ११, ११; नाया० १; १६: का एक विमान जिसके देवता की स्थिति १४
सिरिघरिश्र. त्रि० ( श्रीगृहिक ) . सागरोपम की हैं. A celestial abode
भंडारी: कोषाध्यक्ष. A cashier. विशे० so named of the 6th Deva
१४२५; loka. Its gods live upto 14
सिरिनंद. पुं० ( श्रीचन्द्र ) श्रीयं-हीना Sagaropamas. समः १४;
એરવત ક્ષેત્રમાં આવતી ઉત્સર્પિણીમાં થનાર सिरिकता. स्त्री० ( श्रीकान्ता ) या ५२
४४! तीर्थ:२. श्रीचंद्र-जम्बूद्वीप के ऐवत क्षेत्रमें सपिएन । ११:२. राणी. वर्तमान
आगामी उत्सर्पिणी के भावी ६ ठे तीर्थकर. अवसर्पिणी के ६ठे कुलकर की रानी. The
The 6th Tirthankara to be queen of the 6th Kulakara
born in the coming aeon of of the current aeon of de
increase in Airavata region crease. सम० ५० २२६: विवा० ;
of Jainbudvipa. सम० ५० २४३; (२) (२)माना वायव्य मुशाना बन
से नामनामे मुनि. एक सुनि का नाम. visit मे चावडी नाम. जम्बू वृक्ष के
A saint so named. प्रव० ३८४: वायव्य कोनवाले वनखंड की एक वापिका
सिरिचंदा. स्त्री. ( श्रीचंद्रा ) मुक्षना बावनी Name of a well in the
વાયવ્ય ખૂણાના વનખંડની એક વાવડીનું forest-region to the Northeast of Jambli tree. जीवा० ३:
नाम. जम्बू वृक्ष के वायव्य कोनवाले वनग्लंड ४; जं. ५०
की एक वावली-वापिका. Name of a सिरिकंदलग. पुं० ( श्रीकन्दलक ) में परी
well in a forest-region to the
North-east of the Jaribū tree. पा ५शु. खुरोंवाला पशु. A loofed aniimal. पगह० १, १
जीवा० ३, ४: जे० ५० सिरिकूड. पुं० ( श्रीकट ) युस डिभवत
सिरिड. पुं० (नियाब्य ) आर्य मरिना પર્વત ઉપરના ૧૧ ફૂટમાંનું છ ફૂટ
शियतुं नाम. आर्य महागिरि के शिष्य का शि५२. चल हिमवंत पर्वत के ११ कूटोंमेंसे
नाम. Name of the disciple of
Arya mahāgiri. akio S; का कट. The 6th of the 11 peaks of the Chulla Himvanta
सिरिणिलया. स्त्री० ( श्रीनिलया ) मे पायmount. ज. प.
रात नाम. एक बावली का नाम. Name सिरिगुत्त. पुं० ( श्रीगुप ) आर्य सुवरितना of a well. जीवा० ३; शिय: श्री गुरत नमन! मायार्य. आर्य | सिरिदत्त. पु. ( श्रीदत्त ) मेरवत क्षेत्रना सुहस्ति के शिष्य; श्री गुप्त नामक आचार्य. વર્તમાન વીશીના પાંચમા તીર્થકરનું A preceptor named Srigupta; नाम. ऐवत क्षेत्र के वर्तमान २४सी के ५ a disciple of Arya Suhasti. तीर्घकर का नाम. Naine of the 5th विरो० २४५२; कप०८;
Tirthankara of the current
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org