________________
सिरिसोमनस.]
[ सिरीसिव.
The 7th Chakravarti to be presiding goddess of Padma born in the coming aeou of lake of the Chula Hiniavanta increase in Bharata region
mount. ज. प. (४) ते ति. of Jambudvipa. सम० ५० २४२; तेन; कान्ति; प्रभा. Lustre. ज. प. ७, सिरिसोमनस. पुं० ( श्रीसोमनस ) मे नामना १७७;
wो हेवन से विभान ना सिरीया. स्त्री० ( श्रीका ) सभी लक्ष्मी; દેવતાની સ્થિતિ ચિદ સાગરોપમ છે. । सम्पत्ति. Wealth. नाया• १: छटे देवलोक के एक विमान का नाम जिसके | सिरीवण. न० ( श्रीवन ) भयपुर नगरानी देवता की स्थिति १४ सागरोपम की है. ] महा२नुं में धान. भद्दलपुर नगरी के A celestial abode so named बाहर का एक उद्यान. A garden outof the 6th Devaloka. Its side Bhaddalapura city. अंत. gods live upto 14 Sāgaro. ३, १; Damas. No 18;
सिरीवराणी. स्त्री० ( श्रीपर्णी ) ५५५ सिरिहर. पुं० ( श्रीधर ) पार्श्वनाथ प्रसुना क्षनी मे जगत. कायफल, एक प्रकार का
थे गणधरनु नाम. पार्श्वनाथ प्रभु के एक | वृक्ष. A species of trees. पन० १; गणधर का नाम. Name of a Gana | सिरीस. पुं० ( शिरीष ) स२५२१13 मने dhara of the lord Parśva
तेन यूस. सरसों का पौधा और उसका फूल. uātha. कप्प• ६, १५६: (२) मरत
Mustard plant and its flower. ત્રિના ગઈ ચોવીસીના છ મા તીર્થકર.
उत्त० ३४, १६; ओव० जीवा० ३, ४: भरत क्षेत्र की गई चौबीसी के ७वें तीर्थकर.
भग० २२, ३; नाया० ६; पन्न. १: राय. Tlie 7th Tirthankara of
५७; कप्प० ३, ३७, (२) अनिमार Bharata region of the last
देवता यत्य वृक्ष. अग्निकुमार देवता का cycle. प्रव० २६;
चेत्य वृक्ष. A memorial tree of सिरी. स्त्री० श्री ) पासपुरना विशय Agnikumara god. ठा० १०, १; सनी सी. पोलासपुर के विजय राजा
(3) सातम! तीथ:२नुं यत्य वृक्ष, ती की रानी. Queen of the king નીચે સાતમા તીર્થકરને કેવળ જ્ઞાન ઉપર્યું Vijaya of Polāsapura. अंत० ६,
तु ते. ७ वे तीर्थकर का चैत्य वृक्ष-जिसके १५; विवा० ८; (२) उत्त२ हिशाना सत्य नीचे उन्हें केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. A પર્વત પર વસનારી આઠ દિશાકુમારીમાંની
memorial tree of the 7th सातमी. उत्तरी रूचक पर्वत निवासिनी आठ
Tirthankara under which he दिशाकुमारियोंमेंसे ७ वी. The 7th of
attained perfect knowledge. the 8 Diśākumāris residing सम० प० २३३; on the Ruchaka mount in | सिरीसिव. पुं० ( सरीसृप ) सरासरी पेटभर the north. ज. प. (3) युद्ध हिम
शासना२ साहित. पेट के बल पर सरपट वंतन ५महनी अधिात्री वी. चुल
चलनेवाले सादि प्राणी. Reptiles e.g. हिमवंत के पद्मद्रह की अधिष्ठात्री देवी. The
serpents etc. सूय० १, २, १, ५;
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org