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मूल. ]
७, २, ३; २२, १ पंचा० १, ६; दस० ४, ८, १०, ४०; (3) भूणा; हुन्छ विशेष. मूला, कन्द विशेष. A kind of bulbous root. दस० ४; नाया ० १४; प्रवृ० ६३८; १४२५; (४) श्री. बीज. Seed. दस० ६, १७; (५) दस प्रायश्चित्तमांनु आयश्रित १० प्रायश्चित्तमेंसे आठवाँ प्रायश्चित्त. The 8th of the 10 expiatory rites. विशे० १२४६; (६) थड थड़. A stem. विशे० ३३ (७) भूग विद्या; हेवी वगेरेना मूल विद्या; देवी आदि का कल्प A secret lore. उत्तः १५, ८, (८) राउडी २३भ; मुडा. मुद्दल; पूंजी. The principal sum; capital. उत्त० ७, १४ : (८) भूज नामे नक्षत्र मूल नामक नक्षत्र. A constel lation named Mūla. ठा० २, ३, जीवा ० ४, १; सम० ११; (१०) वशीउणाहि भूल उर्भ वशीकरणादि मूल कर्म. Magic e. g. power of enchantment etc. पिं० नि० ५००; (११) पायो; शरुयात; प्रारंल. पाया; नींव; प्रारंभ Foundation; base. प० ७, १५५; १३६; (१२) सभीप निउट समीप; निक्ट. Near; in the vicinity. भग० ५, ४; ( 13 ) महात्रत માં મોટા દેહ લાગતાં શ્રીને મહાવ્રતનું रोते; भूण गुगु घोष महानतमें मोटा दोष मालूम होते हुए भी पुनः महाव्रत का आरोपण; मूल गुण दोष. Beginning again a major vow when a great fault is attached to it. ओव० १६; (ix) वर्गभूण, धनभूण वगेरे तन प्रा२. वर्गमूल, घन
मूल आदि गणित के विषय
A square
८४;
८८;
root etc. क० प०
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( १६५ )
१,
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[ मूल.
as root etc.
- अरिह. त्रिo ( अर्ह ) भूण नामे આઠમા પ્રાયશ્ચિતને યાગ્ય; મૂળ ગુણમાં દાલ લગાડવાથી ફરી મહાવ્રત આરાપણ उखाने योग्य सूल नामक ८वें प्रायश्चित्त के योग्य; मूल गुणमें दोष लगानेसे पुनः महावत के आरोपण करने योग्य. Fit for the 8th expiatory rite named Mula; fit to establish again a major vow when a fault is attached to the original one. भग० २५, ७; - श्रादिय. त्रि० ( -मादिक ) भूण आदि जीन पार्थो मूल आदि अन्य पदार्थ. Other objects such भग० २३, ३; - आहार. त्रि० ( - आहार ) ઝાડના મૂળીયાના આહાર કરનાર તાપસના એક वर्ग वृक्ष की मूल का आहार करनेवाला एक तापस वर्ग. A class of ascetics who live upon the roots of trees. भग० ११, ६, निर० ३, ३; -उत्तर न० ( उत्तर ) મૂળ અને શાખા; મુખ્ય અને પેટા વિભાગ. मूल और शाखा; मुख्य और गौण विभाग. The root and branches; the stork and its subdivisions. प्रव० ११७; – उत्तरगुण. पुं० ( -उत्तरगुण ) भूज गुगु तथा उत्तर गुगु मूल गुण तथा उत्तर गुगा. Having the major as well as the subsequent merits or vows. पंचा० ५, २; उत्तरपगइ. स्त्री० ( - उत्तर प्रकृति ) अर्मनी भूण प्रवृति
उत्तर प्रकृति कर्म की मूल प्रकृति और उत्तर प्रकृति. Original and subsequent nature of karma. ऋ० प० २, २८; - उत्तरविभाग. पुं० ( - उत्तरविभाग ) મૂળ--મુખ્ય વિભાગ અને પેટા विलाग. मूल विभाग और गौण विभाग. The chief
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