Book Title: Apbhramsa Bharti 1990 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Chhotelal Sharma
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 60
________________ अपभ्रंश-भारती 49 - 107 111. वही, 86.16.2-4 112. वही, 19.3.2 113. वही, 33.7.9 114. वही, 18.5.9 115. वही, 1.13.9 116. वही, 1.8.5 117. वही, 75.6.10 118. वही, 20.4.7 119. वही, 23.12.6 120. वही, 76.14.9 121. डॉ. राजगोपालन, हिन्दी भाषा वैज्ञानिक ब्याकरण, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान प्रागरा, ___1971, गवेषणा, 18, पृ. 75। 122. डॉ. रवीन्द्र श्रीवास्तव, काल और पक्ष, भाषा विज्ञान अंक, 1973, प. 203 । 123. पउमचरिउ, 16.3.2 124. वही. 17.4.10 125. वही, 73.11.7-8 126. वही, 3.10.8 127. वही, 36.13.1 128. वही, 71.12.10 129. वही, 19.4.7 130. वही, 74.15.6 131. वही, 77.15.9 132. वही, 77.8.8 133. वही, 23.2.9 134. वही, 57.1.9 135. पाठक रघुवंशमणि, हिन्दी की व्याकरणिक धाराएं, शोध प्रबन्ध, संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी। 136. डॉ. राजगोपालन, गवेषणा 18, प.75 137. पउमचरिउ, 6.7.4.5 138. रिटठणेमिचरिउ, 28.9.3-4 139. पउमचरिउ, 32.2.2

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