Book Title: Apbhramsa Bharti 1990 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Chhotelal Sharma
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 123
________________ 112 अपभ्रंश भारती ता= वे सब (स्त्रियाँ) हो-होना पाठ 16 अम्हे । _हम दोनों तुम्हे तुम दोनों अम्हई हम सब ___ तुम्हइं। तुम सब _ वे दोनों (पुरुष)। वे दोनों (स्त्रियाँ) - वे सब (पुरुष) क्रियाएं ठा=ठहरना, व्हा=नहाना, विधि एवं प्राज्ञा अम्हे । ठामो ___हम दोनों ठहरें। प्रम्हई हम सब ठहरें। प्रम्हे । ण्हामो हम दोनों नहावें । अम्हई हम सब नहावें । होमो __हम दोनों होवें। हम सब होवें। तुम्हे । तुम दोनों ठहरो। तुम्हई तुम सब ठहरो। तुम्हे तुम दोनों नहावो। तुम सब नहावो। होह __तुम दोनों होवो। तुम सब होवो। वे दोनों ठहरें। ठान्तु-+ठन्तु वे सब ठहरें। _वे दोनों ठहरें। ठान्तु-+ठन्तु वे सब ठहरें। __ वे दोनों नहावें। ण्हान्तु+हन्तु वे सब नहावें । वे दोनों नहावें । ण्हान्तु+ण्हन्तु वे सब नहावें। __ण्हाह तुम्हई

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