Book Title: Apbhramsa Bharti 1990 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Chhotelal Sharma
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 121
________________ 110 अपभ्रंश भारती पाठ 15 ते वे दोनों (पुरुष)/वे सब (पुरुष) ता=वे दोनों (स्त्रियाँ)/वे सब (स्त्रियाँ) क्रियाएं हस हँसना, सय=सोना, रूस=रूसना, लुक्क छिपना, जीव=जीना विधि एवं प्राज्ञा रगच्च-नाचना जग्ग-जागना हसन्तु/हसेन्तु % 3D वे दोनों हँसें। वे सब हँसें। वे दोनों हँसें। वे सब हँसें। हसन्तु/हसेन्तु सयन्तु/सयेन्तु वे दोनों सोवें। वे सब सोवें। सयन्तु/सयेन्तु वे दोनों सोवें। वे सब सोवें। णच्चन्तु णच्चेन्तु वे दोनों नाचें। वे सब नाचें। णच्चन्तू/णच्चेन्तु वे दोनों नाचें। वे सब नाचें। रूसन्तु/रूसेन्तु वे दोनों रूसें। वे सब रूसें। रूसन्तु/रूसेन्तु वे दोनों रूसें। वे सब रूसें। लुक्कन्तु/लुक्केन्तु वे दोनों छिपें । वे सब छिपें । लुक्कन्तु/लुक्केन्तु वे दोनों छिपें। वे सब छिपें।

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