Book Title: Apbhramsa Bharti 1990 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Chhotelal Sharma
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 122
________________ अपभ्रंश भारती 111 जग्गन्तु/जग्गेन्तु वे दोनों जागें। वे सब जागें। ता जग्गन्तु/जग्गेन्तु वे दोनों जागें। वे सब जागें। जीवन्तु/जीवेन्तु वे दोनों जीवें । वे सब जीवें । ___ता जीवन्तु/जीवेन्तु वे दोनों जीवें। वे सब जीवें । 1. ते वे दोनों (पुरुष)/वे सब (पुरुष) अन्य पुरुष बहुवचन ता=वे दोनों (स्त्रियाँ)/वे सब (स्त्रियाँ) (पुरुषवाचक सर्वनाम) 2. विधि एवं प्राज्ञा के अन्य पुरुष बहुवचन में 'न्तु' प्रत्यय क्रिया में लगता है । 'न्तु' प्रत्यय लगने पर क्रिया के अन्त्य 'अ' का 'ए' हो जाता है। 3. उपर्युक्त सभी क्रियाएँ प्रकर्मक हैं । 4. उपर्युक्त सभी वाक्य कर्तृवाच्य में हैं।

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