Book Title: Apbhramsa Bharti 1990 01
Author(s): Kamalchand Sogani, Gyanchandra Khinduka, Chhotelal Sharma
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 113
________________ 102 हे म्ह ( पुरुष ) / वे सब ( पुरुष ) ते = वे दोनों ता = वे दोनों (स्त्रियाँ ) / वे सब ( स्त्रियाँ) क्रियाएं ठा=ठहरना, श्रम्हे म्ह अम्हे म्ह म्ह तुम्हे तुम्ह हम दोनों / तुम्हे हम सब तुम्ह तुम्हे तुम्हई तुम्हे तुम्ह ठाठामो/ठामु / ठाम हो / होमो / होम / होम हा / हामो / हामु / हाम ठाठा /ठाइत्था हा / हा / हाइत्था हो / होह / होइत्था पाठ 8 तुम दोनों तुम सब हा नहाना, वर्तमानकाल ते ठाहि / ठान्तिठन्ति / ठान्ते ठन्ते / ठाइरे → " ता ठाहि / ठान्ति +ठन्ति / ठान्ते ठन्ते / ठाइरे - - = हो = होना हम दोनों ठहरते हैं / ठहरती हैं । हम सब ठहरते हैं / ठहरती हैं । = हम दोनों होते हैं / होती हैं । हम सब होते हैं / होती हैं । हम दोनों नहाते हैं / नहाती हैं । हम सब नहाते हैं / नहाती हैं । = तुम दोनों ठहरते हो / ठहरती हो । तुम सब ठहरते हो / ठहरती हो । वे दोनों ठहरते हैं । सब ठहरते हैं । तेव्हा हि / हान्ति हन्ति / हान्ते हन्ते / हाइरे =: ता हाहि / हान्ति हन्ति / हान्ते हन्ते / व्हाइरे : - अपभ्रंश भारती तुम दोनों नहाते हो / नहाती हो । तुम सब नहाते हो / नहाती हो । तुम दोनों होते हो / होती हो । तुम सब होते हो / होती हो । वे दोनों ठहरती हैं । सब ठहरती हैं । वे दोनों नहाते हैं । वे सब नहाते हैं । वे दोनों नहाती हैं । वे सब नहाती हैं ।

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