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दो सज्जनों को असमय में वियोग बाबू धूपचन्द जी का स्वर्गवास
कानपुर निवासी लाला कपूरचन्द जी एक धर्मनिष्ठ व्यक्ति है। उनके एकमात्र पुत्र बाबू घूर का हृदय गति रुक जाने से आकस्मिक स्वर्गवास हो गया। बाबू धूपचन्द जी सरल स्वभावी और सेवाम थे। अब तो उन्होंने घर के कार्यों से प्राय मुक्ति सी लेकर सामाजिक और धार्मिक कार्यों में समय लगाना मक कर दिया था। किन्तु विधि को यह मजूर नही था, और कपूरचन्द जी की इस वृद्धावस्था में पिता पु। का विलगाव हो गया। घूपचन्द जैसा पुत्र बड़े भाग्य से मिलता है । उसका असमय मे वियोग दुर्भाग्य का ही मूचक है । इससे इनके हृदय को कितनी गहरी चोट पहुंची, इसका अनुमान करना कठिन है। लाला जी वीर सेवामन्दिर का कार्यकारिणी के सदस्य थे । हम लाला जी के तथा उनके परिवार के इस महान् दुःख मे अपनी समवेदना प्रकट करते हुए वीर प्रभु से प्रार्थना करते है कि लाला कपूरचन्दजी को इस वियोग जन्य दु.ख को सहन करने की क्षमता प्राप्त हो।
ला० पन्नालाल जी का स्वर्गवास
डिप्टीगज सदर बाजार के निवासी स्वर्गीय ला० नन्हे मल जी कसेरे के भ्राता लाला पन्नालाल जी का आकस्मिक वियोग हो गया। उनके निधन से जैन समाज की बडी क्षति हुई है। हम उनके परिवार के वेदना व्यक्त करते हुए दिवगत आत्मा के लिए सुख-शान्ति की कामना करते है।
वीरसेवामन्दिर कार्यकारिणी के पदाधिकारियों
__ और सदस्यों का चुनाव
१६ अगस्त को रात्रि के साढ़े सात बजे वीर सेवामन्दिर की जनरल मीटिग श्रीमान साह शान्तिप्रसाद जी की अध्यक्षता में कार्यकारिणी के सदस्यो और पदाधिकारियो का चुनाव निम्न प्रकार हमा।। पदाधिकारी :
१०. ला० मक्खनलाल जी ठेकेदार ११. साहू शान्तिप्रसाद जी
अध्यक्ष ११. ला० प्रेमचन्द जी जनावाच १२. ला० श्यामलाल जी ठेकेदार
उपाध्यक्ष १२. बा. देवकुमार जी २३. ला० प्रेमचन्द जी कश्मीर वाले प्र. मंत्री १३ ल० महेन्द्रसेन जी। • ४. ला० भगतराम जी
सं० मंत्री १४. ला० शान्तिप्रसाद जी जैन बुक एजेन्सी . ५. ला० नन्हेमल जी
कोषाध्यक्ष १५. श्री एस. पी. जैन ६. बा. नरेन्द्रनाय जी
प्राडीटर १६. पं० जुगलकिशोर जी मुख्तार कार्यकारिणी के सदस्य :
१७. डा. ए. एन. उपाध्ये ७. बाबू नन्दलालजी सरावगी, कलकत्ता
१८. ला० पन्नालाल जी अग्रवाल ८. राय सा० उल्फतराय जी
१६. श्री यशपाल जी ९. ला. पारसदास जी मोटरवाले
२०. श्री मती जयवन्ती देवी