Book Title: Anekant 1968 Book 21 Ank 01 to 06
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 308
________________ मोम् महम् अनेकान सत्य, शान्ति और लोकहित का संदेश-वाहक नीति-विज्ञान-दर्शन-इतिहास-साहित्य-कला और समाज शास्त्र के प्रौढ़ विचारों से परिपूर्ण सचित्र 8 मासिक सम्पादक-महल डा० प्रा० ने० उपाध्ये डा० प्रेमसागर जैन श्री यशपाल जैन प० परमानन्द शास्त्री २१वां वर्ष (मार्च १९६८ से फर्वरी १६६६ तक) (वि० स० २०२४ से २०२५ तक) प्रकाशक प्रेमचन्द जैन बी. ए. मंत्री वीरसेवामन्दिर २१ दरियागज, दिल्ली-६ फरवरी वार्षिक मूल्य छह रुपया [एक किरण का मूल्य एक रु० २५ पैसा १९६६

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