Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 03 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 14
________________ अनुकमाङ्क Mrm प्रज्ञापना सूत्र भा. ३ की विषयानुक्रमणिका विषय सातवां उच्छ्वासपद नैरयिकादिकों के उच्छ्वासनिःश्वासका निरूपण आठवां संज्ञापद संज्ञापडका निरूपण ३२-५१ नवां योनिपद योनिपदका निरूपण ५२-६६ योनि विशेषका निरूपण ६७-८० मनुष्ययोनिविशेष का निरूपण ८१-८४ दसवां चरमाचरमपद चरमाचरमत्वका निरूपण ८५-९४ चरमाचरमादि के अल्पबहुक्का निरूपण ९५-१०० अलोक आदि के चरमाचरम के अल्प बहुत्व का निरूपण १०१-१११ परमाणु आदि के चरमाचरमत्व का निरूपण- ११२-११९ द्विप्रदेशी स्कंध के चरनाचरमत्वका निरूपण १२०-१७३ संस्थानका निरूपण १७४-२०४ जीवादि के चरमाचरमका निरूपण २०५-२३१ ग्यारहवां भाषापद भाषापदका निरूपण २३२-२७२ वचनविशेषका निरूपण २७३-२९३ भाषाके कारणादिका निरूपण २९४-३२० जीव के भाषकपनेका कथन ३२१-३२७ भाषा जात भाषा के प्रकार का कथन ३२८-३३५ भाषा द्रव्यग्रहण का निरूपण नैरयिकों के भाषाद्रध्य ग्रहणका निरूपण ३९२-३९९ 242424 શ્રી પ્રજ્ઞાપના સૂત્ર : ૩

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