Book Title: Aayaro Taha Aayar Chula
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha
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१६५
पिडेसणा (एगारसमो उद्देसो)
से य भिक्खू णो भुंजेज्जा । तुमं चेव णं भुंजेजासि ।। से एगइओ भोक्खामित्ति कट्टु पलिउंचिय-पलिउंचिय आलोएज्जा, तं जहा-इमे पिंडे, इमे' लोए', इमे तित्तए, इमे कडुयए, इमे कसाए, इमे अंबिले, इमे महुरे, णो खलु एत्तो किंचि गिलाणस्स सयति त्ति । माइट्ठाणं संफासे । णो एवं करेजा। तहाठियं आलोएज्जा, जहाठियं गिलाणस्स सदति-तं तित्तयं तित्तएत्ति वा, कडुयं कडुएत्ति वा, कसायं कसाएत्ति
वा, अंबिलं अंबिलेत्ति वा, महुरं महुरेत्ति वा । मणुण्ण-भोयण-जाय-पदं १३९-भिक्खागा णामेगे एवमाहंसु-समाणे वा, वसमाणे वा,
गामाणुगामं (वा?) दूइज्जमाणे मणुन्नं भोयण-जायं लभित्ता से भिक्खू गिलाइ, से हंदह णं तस्साहरह । सेय भिक्खू णो भुंजेज्जा । आहरेजासि' णं । णो खलु मे अतराए आहरिस्सामि। इच्चेयाई आयतणाई
उवाइकम्म। पिंडेसणा-पाणेसणा-पद १४०-अह भिक्खू जाणेज्जा सत्त पिंडेसणाओ, सत्त पाणेसणाओ।
१-x (क, च, छ)। २-लुक्खए (छ)। ३-तहेव तं (अ, च, छ)। ४-जहेव तं (अ, च, छ)। ५-आहारेज्जासि ( अ, घ, छ, ब); आहारेज्जा से (क च)। ६-इमे (भ, क, च, छ, ब)। ५- इच्चेइयाइ (क, छ, ब)।

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