Book Title: Aayaro Taha Aayar Chula
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha

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Page 110
________________ परगह १५३६ ५१३१,३३; पच्चोत्तर ६१३३,३६ १०८ आयार-चूर १५॥३६ पच्चपिण पज्ज पग्गहित(य)राग २१७६; -पच्चप्पिणेज्जा २०६८, -पज्जेहि ३२४ ३० ६ ७६; पा२२, पज्जत्त १५॥३३ पग्गहिय १११४६,१५३ २३ पज्जभाएत्ता १५५१३,२६ पघंस पच्चपिणित्तए २६८, पज्जभाय ६६, ८।२२,२३ -पज्जभाएंति १५॥१३ -पघसंति २५३७११८ पच्चाइक्स पज्ज.वजाय १११४४,१५१ -पघंसाहि ५।२३, ___पच्चाइक्खिस्सामि पज्जाय २२३ ११२३ पज्जाल -पघंसेज्ज २२२१, पच्चावाय २३२ -पज्जालेतु रा२३ -पज्जालेज्ज २२२१, -पच्चोतरति १५।२८ २२,२६ पचसित्ता ५।२३, ६।२३, पच्चोतरित्ता ५५२८ पज्जालेता २२१ २४ पच्चोयर १०२८ -पच्चोयरड १५।२६ पच्चंत ११३१७.१२११४ पट्टण ११२८,३४,१२२, म पच्चोयरित्ता पच्चंतिक(य) ३८, १५२६ ११ २१; ३१२,३,४५, पच्छा १२२६,३२,४२, ५७,५८, १२, ८१, पच्चक्ख ४३,४६,१२१ १११७, १२।४, -पच्चक्खाइति १५२५ २।२८,२६,३८,४५, १५२८ -पच्चक्खाएज्जा ४६,४८, ५/३,२२, २१, १०१, पड ३१५,३४ १५।२८ गा० १२, -पडर ४१६ -पच्चक्खामि ७१; १५४१ पडह १५२८ गा०१६ १५।४३,५०,५७, पच्छाकम्म १२९१,१४४, पडाया १५२८ ६४,७१ १५१, २२७ पडिकूल २२७ पच्चक्खवयण ४।३,४ पच्छासंथुय ११४६,१२२, पडिक्कम पच्चक्खाइत्ता १५।२५ १३० -पडिक्कमामि १५।४३, पञ्चक्खाएत्ता ३१५,३४ ११४५ ५०,५७,६४,७१

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