Book Title: Aayaro Taha Aayar Chula
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha

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Page 48
________________ सेज्जा ( पढमो उद्देसो) परिकम्मिय - अवस्सय-पदं १० - से भिक्खू वा भिक्खुणी वा सेज्जं पुण उवस्सयं जाणेज्जाअस्संजए भिक्खु-पडियाए कडिए वा, उक्कंबिए' वा, छन्ने वा, लित्ते वा, घट्टे वा, मट्टे वा, संमट्टे वा, संपघूमिए वा । तहप्पगारे उवस्सए अपुरिसंतरकडे, ( अबहिया णीहडे ) अणत्तट्टिए, अपरिभुत्ते, अणासेविए णो ठाणं वा, सेज्जं वा, णिसीहियं वा चेतेज्जा । १७३ ११ - अह पुणेवं जाणेज्जा - पुरिसंतरकडे, ( बहिया णीहडे ) अत्तट्टिए, परिभुत्ते‍, आसेविए पडिलेहित्ता, पमज्जित्ता, तओ संजयामेव ठाणं वा, सेज्जं वा, णिसीहियं वा चेतेज्जा । १२ - से भिक्खु वा भिक्खुणी वा सेज्जं पुण उवस्सयं जाणेज्जाअस्संजए भिक्खु-पडियाए खुड्डियाओ दुवारियाओ महल्लियाओ कुज्जा, " महल्लियाओ दुवारियाओ खुड्डियाओ कुज्जा, समाओ सिज्जाओ विसमाओ कुज्जा, विसमाओ सिज्जाओ समाओ कुज्जा, पवायाओ सिज्जाओ णिवायाओ कुज्जा, णिवायाओ सिज्जाओ पवायाओ कुज्जा, अंतो वा बहिं वा उवस्सयस्स हरियाणि छिदिय-छिदिय, दालिय- दालिय 10 संथारगं संथारेज्जा', बहिया वा णिण्णक्ख । 3 तहप्पगारे उवस्सए अपुरिसंतरकडे, ( अबहिया णीहडे ) अणत्तट्ठिए, अपरिभुत्ते, अणासेविते णो ठाणं वा, सेज्जं वा, णिसीहियं वा चेतेज्जा । १ - उक्कंपिए (क, घ, च, ब ) । २- सथारेज्जा ( अ, क, घ, च, व ) । ३-णिक्खु (क, छ) ।

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