Book Title: Aayaro Taha Aayar Chula
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha

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Page 92
________________ पूर्त-स्थल मेव सा७८-८० ११ परिशिष्ट-१ आयारो संक्षिप्त-पाठ, पूर्त-स्थल और आधार-स्थल निर्देश संक्षिप्त-पाठ पूर्ति आधार-स्थल आगममाणे (जाव) सम्मत्तमेव ८९५-९६,१२३-१२४ एव दक्खिणामो वा पञ्चत्यिमानो वा उत्तराओ वा उड्ढानो वा (जाव) अन्नयरीओ ११३ एवं परिघेतव्वं ति, उहवेयन्वति ५१०१ १०१ एवं हिययाए पित्ताए वसाए पिच्छाए पुच्छाए बालाए सिंगाए विसाणाए दंताए दाढाए नहाए हारुणीए अट्ठीए अद्विमिजाए अट्ठाए अणट्ठाए १।१४० १११४० गाम वा (जाव) रायहाणि । ८.१२६ ८।१०६ धारेज्जा (जाव) गिम्हे ८८८-१२ ८।४६-५० परकमेज्ज वा (जाव) हुरत्या ८।२१ पुरथिमाओ वा दिसाओ आगओ अहमंसी (जाव) अन्नयरीओ ११ वत्याई जाएज्जा (जाव) एवं ८६४-६७ ८४४-४८ समारम्भ (जाव) चेएड ८।२४ बा२३ ८१२३

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