Book Title: Tulsi Prajna 1978 10 Author(s): Nathmal Tatia Publisher: Jain Vishva Bharati View full book textPage 5
________________ खण्ड-4 अक्टूबर-नवम्बर 1978 अक 3-4 लेख सूची 191 192 194 196 202 1. वचन वीथी -आगम वचन 2. आचार्य प्रवचन : मैत्री-भावना -युगप्रधान आचार्य श्री तुलसी 3. अहिंसा के प्रयोग -आचार्य श्री तुलसी 4. इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठों से : मुनि श्री ईशर जी (बीदासर) -मुनि नवरत्नमल 5. जैन न्याय में अनुमान और तक का स्वरूप -प्रा० उदयचन्द्र जैन 6. श्रीमज्जयाचार्य रचित 'झीणी चरचा' -अनु० मुनि नवरत्नमल 7. तेरापंथ के तीन ऐतिहासिक स्थल -भूरचन्द जैन 8. जैन हिन्दी कवियों की अलंकार-योजना -डॉ. महेन्द्रसागर प्रचंडिया 9. शोष-प्रबन्ध का सार : वादिराजसूरि कृत पार्श्वनाथ चरित का समीक्षात्मक अध्ययन -डॉ. जयकुमार जैन 10. जैन विश्व भारती : प्रवृत्ति एवं प्रगत्ति -डॉ० कमलेशकुमार जैन एवं डॉ० पुष्पा गुप्ता 224 230 237 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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